Find the Latest Status about गर्मी की छुट्टियों पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गर्मी की छुट्टियों पर कविता.
kavi Dinesh kumar
है माह मार्च का जारी गर्मी पड़ रहा भारी बाकी है अभी मई,जून गर्मी से तब जलेगा खून। ©kavi Dinesh kumar गर्मी #कविता
गर्मी #कविता
read more@Anuj K Solanki
शहर की पानी की टंकी से, सूरज उगा है मर्तबा पहली बहुत प्यासा लगा है सोख लेता है समन्दर रौशनी से ओंस के दृग बिंदु पीता हैं ज़मीं से चंद किरणों नें यहां सब कुछ ठगा है मर्तबा पहली बहुत प्यासा लगा है कल कुमुदिनी जो खिली मुरझा गई हैं सूर्य के जलपान से कुम्हला गई हैं देखो न इसका भी अपना दबदबा है मर्तबा पहली बहुत प्यासा लगा है सब कमल दल मिल दुहाई दे रहे हैं ताल,झरने यूं गवाही दे रहे हैं छोड़कर सागर मेरे पीछे लगा है मर्तबा पहली बहुत प्यासा लगा है रात की ठहरी हुई झीलों का जल स्वच्छ, नीला देखने में और शीतल सांस में पीकर कटोरा दे गया है मर्तबा पहली बहुत प्यासा लगा है #मौलिक रचना ✍अनुज कुमार सोलंकी सूरज की प्यास #गर्मी #सूरज #प्यास #कविता #कुमारअनुजसोलंकी #लॉकडाउन2
सूरज की प्यास गर्मी सूरज प्यास कविता कुमारअनुजसोलंकी लॉकडाउन2
read moresachin mishra
गर्मी की छुट्टी काश वो बचपन फिर लोट आये जिनमे गर्मी की छुट्टी, फिर से मिल जाये थोड़ा सा सुकून दिल को, उन्हें देख कर आ जाये जो गॉव में छुट्टियां है मनाने आये उनकी हर झलक दिल को खूब भाती वो देख हस दे तो क़यामत सी छा जाती मानो भरी दोपहरी में शीतल पवन तन को छू जाती थी उनका मिलना भी एक बरदान सा लगता था. उनके जाने पर बुरा भी खूब लगता था. मानो पपीहा बारिश के पानी को तरसता था. ना इज़हार, ना इतवार, ना इन्कार था. बस एक दूसरे से प्यार था वो रिश्ता क्या था ये दिल आज भी समझ नहीं पाता है गांव का घर, वो दोस्त बहुत याद आता है ✒️सचिन मिश्रा गर्मी की छुट्टी...
गर्मी की छुट्टी...
read moreJatin
बचपन में सुना था कि गर्मी जून में होती है युवानी में पता चला कि गर्मी दोस्ती में होती है और बाद में पता चला कि गर्मी अपने खून में होती है और जब जवाबदारी हाथ में आए तब पता चला कि गर्मी तो पैसों में होते है ©Jatin पैसों की गर्मी
पैसों की गर्मी #Motivational
read moreveena khandelwal
#गाड़ी_बुला_रही_है, #सीटी_बजा_रही_है।🚊🚓🚕🚈🚌🚌🚂🚂🛺🚗🚄✈️✈️🛬🎊🎊 आ गई गर्मी की छुट्टियां।🧚🧚 याद आई पीहर की गलियां 💃💃💃💃 क्या हुआ जो बच्चे अब स्कूल नहीं जाते।🕺 अब नहीं फ़ुरसत, कहां!वो साथ में आते।👪 सब बदला ,हम भी बदले,वो भी बदला। पर हाय मुॅंआ ये दिल! ना बदला।♥️ अभी भी मचलता है कई बार, पाना है बचपन और मायका फिर एक बार।💞💞💞💞 सिर्फ चंद दिनों के लिए , ना सही चंद घंटों के लिए । मिल जाए मां सा मनुहार❣️ पिता का दुलार।❣️ कुछ मोहलत का अधिकार।👣 हमारे भी कनेक्शन के है़ं सूत्रधार।💝 वो दीवारें के याद आते हैं स्पर्श ।🏪 जहां हम रहते थे सहर्ष।😄😄😄😄😄😄😄 हमारी मन पसंद जगह छत,🏬 जहां ढेर सारी गप्पे होती थी।🥰🥰🥰🥰 वो खिड़कियां जहां से हम झांकते थे भविष्य।🏢 वो दरवाजा जहां से हमारे बढ़ते कदम,🏫 निहारा करती थी हमारी मां👩❤️👩 वो द्वार जहां बैठ मम्मी करती थी इंतजार।🙅 ट्रेन का समय होते ही हो जाती खबरदार।🙋 पहुंचते ही करती थी मनुहार,👯🙆🙆👸👸 और बस प्यार, प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार💖💖💖 याद आता है हमारा वो घर द्वार। याद आती है मां पिता की आंखों से ओझल होते तक टकटकी लगाकर देखती सूनी नज़रें, शायद कहती थीं अब कब मिलेंगे। शायद कहती थीं समेट लो सारी ममता मनुहार शायद !!! शायद!!! बहुत सारी मन की अनकही बातें वीणा खंडेलवाल तुमसर महाराष्ट्र ©veena khandelwal गर्मी की छुट्टियां
गर्मी की छुट्टियां #कविता #गाड़ी_बुला_रही_है #सीटी_बजा_रही_है
read moresidpoetryclub
अब तो गर्मी की धूप भी कहती है एक काम कर तू भूल जा उसे बो मिलने के लिए धूप का बहाना देती है समझ जा तुझसे छुटकारा चाहिए उसे..! गर्मी की धूप
गर्मी की धूप
read moreSumit Kumar
इस जून की . गर्मी में तो तुम्हारा "दिल" मेरे लिए पिघल ही गया होगा.. ©Sumit Kumar इस जून की गर्मी..
इस जून की गर्मी.. #Love
read more