Find the Latest Status about दारिद्र्य उपाययोजना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दारिद्र्य उपाययोजना.
अल्पेश सोलकर
स्वप्न श्रीमंतीचे पडत होते... नाव माझे दारिद्र्य रेषेत होते.. स्वप्न श्रीमंतीचे पडत होते... नाव माझे दारिद्र्य रेषेत होते.. © अल्पेश सोलकर #yqtaai #yqmarathi #yqmarathiquotes #yqhindi #मराठी #दारिद्र्य
yogesh atmaram ambawale
राज्यात माझ्या उपाययोजना कमी,राजकारण जास्त चालते. लेखकांनो मी तुमच्या साठी एक छानसं सरप्राईज आणलयं. तुम्हा सर्वांच मराठी रँपिड फायर काँटेस्ट मध्ये मनापासुन स्वागत करते. अधुन-मधुन आम्ही तुमच्
रजनीश "स्वच्छंद"
स्वातंत्र्य भाव वर्णन।। ये शीश तर्पित आज है, ये वीर वर्णित आज है। कण कण लहु में ज्वार है, ये काव्य छन्दित आज है। कम्पित नहीं हुंकार है, वाणी में भी ललकार है। कोटि कोटि स्वजनों में, आह्लादित ये जयकार है। ये भाव स्तंभित आज है, ये जग अचंभित आज है। जो पूत तेरे बढ़ चले, सृष्टि भी कम्पित आज है। ये धीर अंगद पांव है, रौद्र मन का ही ठाँव है। हम अडिग जो हैं खड़े, मातृ आँचल की छांव है। वो वीर जो सरहद डटे, हैं धूप बारीश जो खड़े। उनको नमन पभु आज है, जो देश ख़ातिर है लड़े। स्वातंत्र्य वेदी है ये पावन, है गूंजता जो मुक्त गायन। खग विहग तरु ताल नदियां, हैं झूमते मानो हो सावन। स्वरचित जन भाव संचित, दारिद्र्य-रहित, न कोई वंचित। मुक्ति स्वर नभ में जो गूंजा, पुनः हुआ ये प्रण स्पंदित। ये दृष्टि लक्षित आज है, ये सार गर्भित आज है। ये शीश तर्पित आज है, ये वीर वर्णित आज है।। ©रजनीश "स्वछंद" स्वातंत्र्य भाव वर्णन।। ये शीश तर्पित आज है, ये वीर वर्णित आज है। कण कण लहु में ज्वार है, ये काव्य छन्दित आज है। कम्पित नहीं हुंकार है,
sandy
सरकार कोणाचेही बनू द्या शेतकऱ्यांच्या हितासाठी मनापासून कोणतेही नेते काम करत नाहीत . भारत स्वतंत्र झाल्यानंतर मुलभूत सुविधा पूर्ण होऊ शकल्या
sandy
गोदी - 12-13 वर्षांचा इवलासा जीव.. सकाळी लवकरच ऊठून तिने तिची नित्याची कामे सुरु केली. सतरा ठिकाणी फाटलेली तिची ती वाकळ अठरा विश्वे दारिद्र