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Stories related to अवैध कब्जे की धारा

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sunil kumar

अतिक्रमण पर क्या बोले अवैध कब्जे दार #न्यूज़

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Ek villain

#अवैध नागरिकों की पहचान जरूरी #Joker #Society

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दिल्ली के जहांगीरपुरी के जीत सी ब्लॉक की मस्जिद के सामने से हनुमान जन्मोत्सव के शुभ यात्रा पर पत्थरबाजी शुरू हुई थी उसी स्थान पर नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन हुए दिल्ली पुलिस की चार्जशीट कहती है कि साइन बाग के प्रदर्शन में शामिल होने के नियमित तौर पर वहां से कई बसों में करीब 304 सालों भर कर जाते हैं थे और कबाड़ा का बड़ा कारोबार भी उन्हीं से होता है जहांगीरपुरी जैसे इलाके देश के हर शहर में लगभग हर घर में अवैध हथियार होने की बात कही जाती है पिछले दिनों एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में एक निवासी ने बताया कि हथियार तो हर घर में है इसी वजह से आंसर असलम और ऐसे लोगों के दंगे भड़काने बेहद आसान हो जाता है सूचना प्रसारण मंत्रालय का कहना है कि हाल ही में वीडियो देखेगा तो समझ में आया कि उसमें देख रहे थे बंगाली बोल रहे हैं वैसे भी उसे पूरे इलाके में अवैध रूप से बंगलादेशी मुस्लिमों के होने की बात सामने आ रही है यही लोग सबसे ज्यादा विरोधी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बांग्लादेश में पानी दे रही है लेकिन केंद्र में भाजपा की सरकार व्यवस्था के ही पास है

©Ek villain #अवैध नागरिकों की पहचान जरूरी

#Joker

Sonu Kumar Yadav

प्रेम की धारा

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प्रेम की धारा

धारा से मेघा ,मेघा बनावे।
प्रेम से फिर उसी धारा पर बरसा वे।

जैसे धारा को प्रेम मिले हैं।
जैसे धारा पर बूंद रूप में
 प्रेम बरसत है।।
प्रेम दिए हैं प्रेम मिले हैं।
जल मिले हैं जल बरसे हैं।।
चारों ओर संसार में प्रेम अग्न लगे हैं।

आनंद जानन प्रेम परखा वन।
मैंने जवाब नियति गान।।
अपनी बरखा कब  बरखेगी?
रुत मिलन के कब आएंगे?

थक ग्यो यह  नैना मोरा।
सखी प्रेम बिनु थकान लागो  नैना मोरा।
इंतजार में युग बीत गयो।
बीत गए दिन - रात ,
आठ पहर बीत गए, 
सुबह - शाम संघ कई  वर्ष भी!
 युग भी बित गए।

कब होगी प्रेम की बारिश ? 
कब खेलेंगे प्रेम के पुष्प?
 कब चलेगी प्रेम की आंधी?
कब बरसेगा कोरे कागज - 
पर प्रेम भरे बूंद?
कब मेरे प्रेम को मिलेगा नए पतझड़ का धूप?

... कवि सोनू प्रेम की धारा

kartik chadha

विकास की धारा

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विकास 
इंग्लिश में कहें तो Development
जो दिखती है पर कभी समझ में नही आती,
जो बिकती है लेकिन ख़रीदारी समझ मे नही आती,
जो बढ़ती तो है पर बढ़ती नजर नही आती।

हज़ारों फिरते है इसी develoment की आस में,
पर development के नाम पे एक गुल्लक मिलती है।
जिसकी चाबी तो है, लेकिन खुलती नही है।

Development के नाम पर,
पेड़ों से ज्यादा आज गाड़ियां दिखती है।
हर चौराहे पे हुडनगियों की सेना दिखती है।
सोच के बजाए हर गली मोहल्ले के poster में बिकती है।
Solution के बजाय question raising में दिखती है।
आज घरों के बजाय केवल ईमारतें दिखती है।
सफलता सिर्फ BP डिप्रेशन में मिलती है।
आज शादियाँ पैसा ख़र्च करके होती है।
करप्शन की कमाई में लोगों की खूब आस होती है।
माँ बाप से ज्यादा उस पराई लड़की की चलती है।
आस्था एक गन के रूप में USE होती है।
समाचार में भी रेप गुंडागर्दी की गप चार मिलती है।

दिखती है पर समझ में नही आती,
बिकती है पर औकात नजर नही आती,
ये विकास की धारा बढती तो है,
पर बढ़ती नजर नही आती।

©®roasted___life™ विकास की धारा

Kavi Ram Bhagat Negi

उम्मीदों की धारा

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HARSH369

#paani की धारा #जानकारी

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Ravi Ranjan Kumar Kausik

# समय की धारा #शायरी

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WildSudhirAarya

वक्त की धारा #शायरी

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यह वक्त की धारा है साथियों,
कभी सपना तुम्हारा था मैं साथियों।
मुझ में बैठ नजरें नीचे झुका के,
अपने प्रिय को तुम हाथ हिला के,
मेरी खिड़की पर महसूस किया करते ,
मेरे साथ जमीन से उड़कर के,
यादों का समंदर लहरों को भेज कर,
लौट जाता है मुझको यूं ही छूकर के।।
            ✍️आर्य सुधीर वक्त की धारा

Sonu Kumar Yadav

प्रेम की धारा

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प्रेम की धारा

धारा से मेघा ,मेघा बनावे।
प्रेम से फिर उसी धारा पर बरसा वे।

जैसे धारा को प्रेम मिले हैं।
जैसे धारा पर बूंद रूप में
 प्रेम बरसत है।।
प्रेम दिए हैं प्रेम मिले हैं।
जल मिले हैं जल बरसे हैं।।
चारों ओर संसार में प्रेम अग्न लगे हैं।

आनंद जानन प्रेम परखा वन।
मैंने जवाब नियति गान।।
अपनी बरखा कब  बरखेगी?
रुत मिलन के कब आएंगे?

थक ग्यो यह  नैना मोरा।
सखी प्रेम बिनु थकान लागो  नैना मोरा।
इंतजार में युग बीत गयो।
बीत गए दिन - रात ,
आठ पहर बीत गए, 
सुबह - शाम संघ कई  वर्ष भी!
 युग भी बित गए।

कब होगी प्रेम की बारिश ? 
कब खेलेंगे प्रेम के पुष्प?
 कब चलेगी प्रेम की आंधी?
कब बरसेगा कोरे कागज - 
पर प्रेम भरे बूंद?
कब मेरे प्रेम को मिलेगा नए पतझड़ का धूप?

... कवि सोनू प्रेम की धारा

KK Mishra

वक़्त की धारा

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 वक़्त की धारा
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