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Rajendra singh
Krish Vj
आज के समाज में स्त्रियों की जो दशा है, हमारी सभ्यता और संस्कृति से कोसो परें है| हम जो कुछ भी हैं सब इन्हीं की वजह से है| इन्हीं की करुणा त्याग और प्रेम से हम अपनी ज़िंदगी अच्छे से जी पाते हैं, यहाँ तक कि हमें जन्म देने वाली भी एक स्त्री है|हम जो इनके साथ बर्ताव करते हैं वह अति निंदनीय है| नारी के बिना नर की कल्पना असंभव है| हमें इनकी भावनाओं को समझना चाहिए और जिस सम्मान की और प्रेम की यह अधिकारी है वो इनको मिलना चाहिए |🙏 🙏 आज के समाज में स्त्रियों की जो दशा है, हमारी सभ्यता और संस्कृति से कोसो परें है| हम जो कुछ भी हैं सब इन्हीं की वजह से है| इन्हीं की कर
यशवंत कुमार
आग लगाने से पहले परिणाम की भी सोच लेनी चाहिए । किसी खास धर्म में जन्म लेकर महान नहीं हो गए हो । और न तुम्हारी अपनी औकात है जन्म लेने की । और करो शक्ति प्रदर्शन । नेता तो अपना काम बना कर चले जाएंगे । मारे तुम जाओगे । धर्मांध मत बनो । इंसान बनो l उदयपुर ( राजस्थान ) में कन्हैया लाल की हत्या नहीं हुई है । नफ़रती ताकतों की जीत हुई है । वो जो चाहते थे अब वो हो रहा है। हम भारत के लोग मानसिक गुलामी की ओर अग्रसर हैं। #Udaypur #communism #communalharmony उदयपुर में मानसिक रूप से विक्षिप्त आतंकवादियों द्वारा कन्हैया लाल की जो नृशंस हत्या की गई है वो काफी न
Vikas Sharma Shivaaya'
*एक अनंत यात्रा* Zoom live Session Language: English -Hindi Start :19th February,2022 EE:1111/- Duration:10 Days, Alternate Day Paytm-+91-9346638984/ +91-8619753510 Seats:Limited,Enroll Fast Kindly share me your EE screenshot after payment with following details: Name City Mail id Cell No- Occupation - क्यों हम इस जीवन में आये हैं ,क्या मकसद है ,क्या केवल मेरी बीवी मेरे बच्चे और मैं -बस ,यही जीवन है ,हमें पता है की झूठ बोलना पाप है फिर भी हम बोलते हैं ,हमें पता है चोरी करना गलत है फिर भी हम करते हैं -चोरी का मतलब काम की चोरी -विश्वास की चोरी -पैसे की चोरी ,हमें पता है की निंदा करना निंदनीय है फिर भी सबसे ज्यादा अमूमन सब यही करते हैं ,हमें पता है की जो भी इस जीव इस पृथ्वी पर आया है उसे एक दिन जरूर जाना है पर हकीकत में कोई भी इस सत्य को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है -क्यों हम सब इसी चिंता में हैं की हमारे बाद इनका यानी परिवार का क्या होगा ?आपको भी कहीं ना कहीं ये दर चिंता है ना ,क्या वाकई यह सत्य है की आपके बाद इनका क्या होगा या ये लोग पहले से भी बेहतर रहेंगे कहते हैं की जब बच्चा धरती पर जन्म लेता है तो अपनी मिठाई खुद नहीं खा पाता ,ऐसे ही जब वो इस धरती से जाता है तो अपनी खीर भी नहीं खा पाता , तो आइये मेरे साथ एक ऐसी यात्रा पर जो कभी किसी ने कहीं नहीं की होगी ,आपको आपसे मिलाने की यात्रा ,आपके बचपन से मृत्यु एवं उसके बाद तक की यात्रा ,जहाँ आप खुद अपनी अंतिम यात्रा में शामिल होंगें ,स्वयं को जलता हुआ देखेंगे ,घर वाले क्या कर रहे हैं ,सोच रहे हैं ,रो रहे हैं या हंस रहे हैं ,आपने क्या कमाया क्या नहीं ...*एक अनंत यात्रा* -जिसके बाद आप मृत्यु -चिंता -तनाव और अनगिनत फालतू विचारों से मुक्त होकर एक नए जीवन की यात्रा करेंगें If you have any questions/doubt/query , kindly text me on my whatsapp. गं GAN- COUNT-TOGETHER DIVINE- GIVE- PRAISE -FIND- MOVE ON- AKSHAY PATRA- FORNITUS*RIDICULOUS-SCHEME-BRING-SWARM-GIVE-PERFECT-BE* *71588* *सध्रीचीन समृद्धिमत् सङ्ग्राहिन् धनभाग्ययोग* https://youtu.be/_3PhJkxiLGM ©Vikas Sharma Shivaaya' *एक अनंत यात्रा* Zoom live Session Language: English -Hindi Start :19th February,2022 EE:1111/- Duration:10 Days, Alternate Day Paytm-+91-
AB
फ़रवरी की वह ठंडी शाम तेरे हंसी के ठहाकों से लबरेज थी दोनों तरफ एकदूसरे के लिए दिल में उठते बेकरार से ज़ज़्बातों का बेरहम तूफान थी जब मोहब्बत हमारी बेदर्द उठ रही उफ़ान थी मैं बुन रहा था सपने, एक जंग में जाने से पहले वापस लौट आने को लाल सिंधुर तेरे माथे पर सजाने को पर कुसूर-ए- ज़ीस्त ये हुआ कि बे-ख़ता अगले ही पल मेरी सांस बेजान कुर्बान थी पल भर में मेरा जिस्म कतरा- कतरा हो गया ज़नाब सड़क वह सफ़ेद बर्फ़ से ढकी अगले ही पल मेरे खून से लहूलुहान थी.. ..ये हुई मोहब्बत शहादत से थी ! ©'अल्प — % & ""जम्मू - कश्मीर के पुलवामा में 2019 में हुआ आतंकी हमला बेहद ही निंदनीय था, शहीद जवानों के चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि, !", 💚 कि भूलता नह
अविनाश कुमार
हर तरफ़ सियासत का बेहूदा मंज़र दिखता है अब तो हुकूमत को कलम भी ख़ंजर दिखता है न जाने वो कौन सा नज़रिया रहा होगा देखने का कि पुस्तकालय में छात्र नहीं अपराधी नज़र आए होंगे और हाथों का कलम ख़ंजर नज़र आया होगा.... ये बहुत ही
अविनाश कुमार
सियासत का नया बेहूदा रंग देख रहा हूँ बीएचयू की हवाओं में "संघ" देख रहा हूँ बीएचयू में हो रही घटनाओं से मन बहुत दुखी हुआ जा रहा है। मालवीय जी की बगिया में छात्राओं के साथ ये व्यवहार बहुत ही निंदनीय है। मुझे तो इन सभी
शब्दिता
बाल अवस्था में कितना रहा बालपन इसकी स्थिति कि जो अनुभूति मैंने की है , मैं यहां लिख देना चाहती हूं बाल अवस्था में कितना बालपन शेष रह गया है या कितना समाप्त हो गया है। समाप्ति के कारण क्या है और जो शेष रह गया है वह क्यों रह गया है? बाल अवस्था में कितना रहा बालपन इसकी स्थिति कि जो अनुभूति मैंने की है , मैं यहां लिख देना चाहती हूं बाल अवस्था में कितना बालपन शेष रह गया है
Alok Vishwakarma "आर्ष"
सड़क किनारे बैठे रहते, महिलाओं को छेड़े हैं। रोज़गार के वादे पर ये, सरकारों को घेरे हैं।। पठन से जिनका न कोई नाता, ऐसे भी कुछ होते हैं। मनन विवेचन अपवित्र कर, "आरक्षण" पर रोते हैं।। "आरक्षण से ग्रस्त" समाज के निंदनीय सच को दिखाने वाली एक लघु कविता #alokstates #yqbaba #yqdidi #गाँवकीबातें #ज़रूरीहै #inspiration #hindipoet
nice thought
📝THE POEM:- नारी एक एहसास है♥️✨(पार्ट-2) पापा का रुतबा छूट गया माँ का दर्पण भी टूट गया सुनी जब कहानी बहन के बलात्कार की 🔥भाई की आंखों से आंसू का झरना फुट गया🔥 दर्द ये कितना बेइंतहा है क्या यह तुमको बताऊँ एक नही है घटना यह सैंकड़ों का मैं सार सुनाऊ✅ जन्मा जिन अंगों से है वो और जिन स्तनों का उसने दूध पीया विडंबना कैसी हुई यह ,कि देखो उन्ही अंगों की खातिर मासूमो को लूट लिया सोचता हूँ कभी की, क्या यह जीना है सबकुछ देखकर भी बस खून का घूँट पीना है सब बाहर से अच्छे दिखते है पर किसे पता है अंदर से 🔥कौन कितना कमीना है🔥 🔥कौन कितना कमीना है🔥 📝धन्यवाद♥️✨ 🔸Note:- यहाँ कमीना शब्द निंदनीय मानसिकता का प्रतीक मात्र है, जिसका प्रतिकार ही हम सभी का लक्ष्य है✅ 🌍शिक्षा:- प्रत्येक माता- पिता को अपने पुत्र और पुत्री की परवरिश बहुत ध्यान से करनी चाहिए। पुत्र को नारी का सम्मान और पुत्री को अपने कर्तव्य पालन की सीख देते हुए, दोनो बच्चो को Good Touch और Bad Touch की पर्याप्त जानकारी देनी चाहिए... 🔸साथ ही प्रत्येक माता- पिता को अपने बच्चो को अच्छे और बुरे इंसान की परख करने की भी पर्याप्त समझ प्रदान की जानी चाहिए । ताकि कोई भी व्यक्ति उनका शोषण न कर सके✅ 🎯 हालांकि संविधान का अनुछेद 21 भारत मे व्यक्ति को एक विशेष आयु के बाद अपनी पसंद से जीवन साथी चुनने का अधिकार देता है। लेकिन यह निर्णय इतना छोटा भी नही है,की केवल एक शारीरिक आकर्षण या भौतिक पद प्रतिष्ठा से प्रभावित होकर, तथा माता पिता के परामर्शो को ठुकराकर ले लिया जाए। यदि जीवन साथी को चुनना आपका अधिकार है, तो उस चुनाव को सही सिद्ध करना आपका कर्तव्य भी है👈 इस बात के प्रति सचेत रहकर ही एक सन्तुलित मानसिक परिपक्वता और आत्मिक चेतना के साथ लिए गए ऐसे निर्णय ही सफल हो सकते है। 🔥अन्यथा उनका दर्दनाक अंत होता है🔥 सदा याद रखे आपका जीवन आपके निर्णयों का ही परिणाम है... 🥇जिस मन मे, जिस घर मे, जिस समाज मे और जिस राष्ट्र में नारी का सम्मान सदैव प्राथमिकता है। वहाँ कल्याण और समृद्धि का होना निश्चित है.... (📝अतःअपनी माता और बहन के सम्मान में सिर्फ एक व्यक्ति को यह शेयर करें। सम्भव है किसी की मानसिकता बदल जाए♥️✨ (दोनों पार्ट साथ शेयर करें... https://t.me/loveumaaaaaa 🔥 जय माता दी🔥 ©Keshav Maurya Flower decorations #standout 📝THE POEM:- नारी एक एहसास है♥️✨(पार्ट-2) पापा का रुतबा छूट गया माँ का दर्पण भी टूट गया सुनी जब कहानी बहन के बलात्कार की 🔥भाई की आ