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MOHAMMED AKRAM
अल्लाह उन्हें पसंद करता है जो शुक्रगुज़ार हैं। ©MOHAMMED AKRAM अल्लाह के पसंदीदा इंसान
अरफ़ान भोपाली
इंसान के ग़ुरूर की औक़ात बस इतनी सी है न पहली बार ख़ुद नहा पाता है और न ही आख़िरी बार ख़ुद नहा सकता है ©ARFAN KHAN #Anhoni #इंसान #ग़ुरूर #औक़ात #वक़्त #आख़िरी #इश्क़ #अल्लाह #nojoto #nojotohindi
Shayar Aman
झूठे इंसान बहुत ज्यादा हो रहे हैं और सच्चे इंसान बहुत कम हो रहें हैं [ पर झूठे इंसान प्यार करने के लिये उनका रंग रूप देखते है और सच्चे इंसान दिल से प्यार करते है ] ©Aman Malik सच्चे इंसान और झूठ इंसान #JusticeForNikitaTomar
Ravi Soni
नीच इंसान के साथ कुछ भी कर दो उसे कितना भी सहारा दे दो वो नीच ही रहता है और अच्छे इंसान के साथ किया हुआ तुच्छ सा काम (सहारा) अच्छा इंसान कभी नही भूलता आपका एहसान और सम्मान करना ©Ravi Soni #sadquotes अच्छा इंसान और नीच इंसान
Arora PR
जो गलियों मे खा रहे थे पथर लेकिन उफ़ तक नहीं कर रहे थे ... आखिर वे इंसान थे या पथर थे और जिन लोगो ने उन पर बरसाये थे पथर क्या वे भी इंसान नहीं हैवान थे ? ©Arora PR इंसान और हैवान
Shishpal Chauhan
इंसान को इंसान नहीं बांट दिया, धर्म को धर्म के ठेकेदारों ने बांट दिया। शिक्षा को कमाई का जरिया बना दिया, शिक्षक को भी मजदूर बना दिया। नारी को बहुत भोग -विलास की वस्तु बना दिया, लूटी इज्जत तो सारी दुनिया में हवा की तरह फैला दिया। धन वालों ने झूठ को भी सच बना दिया, मीडिया में उछलकर उनको फेमस बना दिया। झूठ को पैरों चला दिया, सच को कुचलकर दबा दिया। गुनहगारों का गुनाह है गलत ठहरा दिया, इमानदारो का इनाम रह लगा दिया। गरीबों की गरीबी का फायदा उठा लिया, जब चाहा धमकी देकर घर बिठा दिया। कुर्सी ने सारा खेल बिगाड़ दिया, ताकत वालों ने कबाड़ को भी चलने लायक जुगाड़ बना दिया।। ©Shishpal Chauhan # इंसान और मीडिया
Trapti
इंसान और तस्वीर के बीच की एक छोटी सी वार्तालाप तस्वीर एक बात बता, तू क्यों हमेशा मुस्काती है जबकी असल ज़िदगी तो तकलीफ़ो में ही उलझी रह जाती है क्या तू छलावा है, दिखावा है या है झूठ क्यों हमेशा मनाते रहने पर भी खुशिया मुझसे जाती हैं रूठ प्रतिबिम्ब होना चाहिए ना तुझे तो मेरा फिर यह माज़रा क्या है सारा का सारा तस्वीर धीरे से बोली मैं हूँ तो तू मुझे देख कर हँस लेता है भले ही लम्हे चंद हो खुशी के, उन्हें याद तो कर लेता है जो मैंने कैद किए होते रोते हुए चेहरे उदास क्या कभी तू मुड़ कर देखना भी चाहता मुझको, होने को और निराश ऐ इंसान कुछ तो ले तो मुझसे सीख आखिर भले ही गम में, मुस्कुराया तो तू मेरे खातिर ज़िंदगी में दुख, परेशानी, कठिनाई होंगी अपार पर तस्वीरों में ही ढूंढ लेना तू, खुश रहने की वजह हज़ार इंसान और तस्वीर