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'मनु' poetry -ek-khayaal
यदि मानव, पृथ्वी पर पर्यावरण, जीवन संरक्षण और व्यवस्थित विकास को प्राथमिकता देगा तो... Euthanasia, mercy killing, इच्छा मृत्यु के नियम..., कानून और समाज के द्वारा मान्य कर दिए जायेंगे, जरा और वक़्त गुज़रने दो, इस पर तो प्रोत्साहन और प्रलोभन भी दिए जाएंगे, जैसे परिवार नियोजन पर... परिस्थितियां विकट रूप धर रही हैं और सब मूर्छित हैं। 'मनु' इच्छा मृत्यु..
इच्छा मृत्यु..
read moreamar gupta
हर मौत का कफ़न सफेद रंग में नहीं सजता, कुछ शव को दुल्हन के लाल जोड़े से भी सजाया जाता है। #दुल्हन #शादी #इच्छा #मृत्यु #शव #YQdidi
Shruti Gupta
हर मौत का कफ़न सफेद रंग में नहीं सजता, कुछ शव को दुल्हन के लाल जोड़े से भी सजाया जाता है। #दुल्हन #शादी #इच्छा #मृत्यु #शव #YQdidi
Aditya Kumar Bharti
मेरी दुआ हर एक के लिए है और हर एक मेरा अपना है। एक बार ये साला करोना भी मर जाये मेरा यही सपना है।। आदित्य कुमार भारती #Desire for death of corona#करोना के मृत्यु की प्रबल इच्छा
#desire for death of coronaकरोना के मृत्यु की प्रबल इच्छा
read moreAkash Chaudhary
प्रेम को परिभाषित नहीं करते पात गन्दी रेत से लथपथ वो पत्ते जो कभी वृक्ष के वक्ष से कलाएं करते थे, कितनी ही चिड़िया तुमको छूकर गुजरी, मैं तुम पर आज ढूंढने बैठ गया उनके पैरों के निशान, क्या मन नहीं है तुम्हारा तुम उनको परिभाषित करो, क्या नहीं बताना चाहते मुझे अपने प्रेम के विषय में, तुम्हारी व्यथा और प्रेम से परिचित हूं मैं समझ रहा हूं पात तुम्हे मैं, तुम्हे पुरानी चिड़िया की याद आयी होगी, चलो मैं अपने दरवाजे से इंतजार में हूं जब चाहना तब दास्तां सुनाना......, तुम्हारा मौन समझता हूं मैं, तुम बता रहे हो शायद मुझे प्रेम कभी शब्दों से नहीं किया जाता वो होता है बस ,बस होता है।। ©Akash Chaudhary प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️
प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️ #Poetry
read moreAjay Daanav
हृदय से उपजे विचार हो तुम शब्दों का मेरे श्रृंगार हो तुम करती हुई झंकृत मन-वीणा सातों सुरों की झनकार हो तुम हूं मैं कविता छंदों में गढ़ी कविता का मेरी सार हो तुम हृदय से उपजे विचार हो तुम प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता।
प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता। #कविता
read moreShravan Goud
मृत्यु को स्मरण करके जीवन जीए। मृत्यु को स्मरण करके जीवन जीए।
मृत्यु को स्मरण करके जीवन जीए।
read moreShashank मणि Yadava "सनम"
भले बड़े बन जाओ यारों, लेकिन माँ को याद रखो।। मंदिर जाने से बेहतर है, माँ को अपने पास रखो।। माँ के प्यार, दुआ से बढ़कर, न कोई भगवान है।। जिसने माँ को मान दिया, वो सबसे सुखी इंसान है।। प्रभु पूजा की ख्वाहिश यारों, जब भी मन में लाता हूँ।। सच कहता हूँ यारों तब, मंदिर मस्जिद न जाता हूँ।। अपनी माँ की ममता के, आँचल में मैं सो जाता हूँ।। ©Shashank मणि Yadava "सनम" #Mother's love,,,,, माँ को परिभाषित करती हुई पंक्तियाँ