Find the Latest Status about मैं कहां रहता हूं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मैं कहां रहता हूं.
pramod malakar
मैं भगवान के चरणों में रहता हूं, खुदा भी साथ - साथ है! प्रेम , प्रतिज्ञा और परिणाम, बदल देता वक्त का हालात है! मैं आत्मा परमात्मा का गुलाम हूं, मैं हीं सुबह मैं हीं शाम हूं! बातें रोज होती है मेरी भगवान से, नाम कोई भी हो पर होती है श्री राम से! आसमानी भाषा सिर्फ प्रेम है, चंद हाथों ने इसे बदल डाला है! इश्वर , अल्लाह कहो या भगवान, सभी के सपनों को कुचल डाला है! कभी गर्दन पर तलवार कभी तलवार पर गर्दन, हर पल सिर्फ इंसानियत कटने वाला है! मैं हर पल खोया सच के सपनों में रहता हूं, मैं भगवान के चरणों में रहता हूं!! """"""""""""""""""""""""""""""""""" प्रमोद मालाकार ©pramod malakar #मैं भगवान के चरणों में रहता हूं
vimal kumar
तुझे मैं चेन देकर भी कितना बेचैन रहता हूं होती है साथ में जो तू ते कितना खुश होता हूं बिछड़ कर जाएगी तू ते यह एहसास है मुझको बस इसी बात से ते में फीर बेचैन रहता हूं ©vimal kumar चेन कर तुझे मैं कितना बेचैन रहता हूं
Ashutosh Mishra
÷÷÷अंधेरा÷÷÷÷डर का कहने को स्वतत्र हूं मैं, पर का स्वछंद हूं मैं। पढ़ी लिखी हूं, पढ़ें लिखे समाज हिस्सा हूं। फिर भी ना घर,ना बाहर निश्चिन्त हूं मैं। कब कौन कहां किसलिए, कुछ निश्चित नहीं। शंकित मन हर बार, प्रश्र ये करता है। उन घूरती आंखों को ,नजरंदाज कब तक करोगी। सह सह कर जीना, नियति बन ना जाऐ। ,घुट घुट के जीने से अच्छा होता,हम मर जाऐ। घर का पालन करने वाली, घर में हो रही अपमानित है। जग का श्रजन करने वाली,अब जग से में ही हारी है। है जगह सुरक्षित कौन सी, जहां भय का अंधेरा ना हो। ये दर्द अपार सुनकर भी कान्हा,क्या अब तुम नहीं आओगे। अल्फ़ाज़ मेरे ✍️🙏🏻🙏🏻 ©Ashutosh Mishra #andhere कहने को स्वतंत्र हूं मैं,पर कहां स्वछंद हूं मैं। पढ़ी लिखी हूं, पढ़ें लिखे समाज का हिस्सा हूं मैं। फिर भी ना घर,ना बाहर, कहां निश्