Find the Latest Status about जहां हुए बलिदान मुखर्जी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जहां हुए बलिदान मुखर्जी.
🎸 Avinash
**प्रणव दा श्रद्धांजलि*** ******************** श्रद्धा के सुमन भेंट चढाएँ प्रणव दा का शोक मनाएँ भारतवर्ष के पूर्व राष्ट्रपति नतमस्तक हो शीश झुकाएँ भारतीय राजनीतिक गौरव खिलते चमन की थे सौरभ कार्यशैली का ढंग निराला हरफनमौला के गुण गाएँ अहम सौपानों पर आसीन जुड़े रहे संग पुश्तैनी जमीन सर्वदलीय सम्मान था पाया करबद्ध विनती वंदन गाएँ सच्ची श्रद्धांजलि है समर्पित फूलों की सुंदर माला अर्पित तेजस आभा कर सुसज्जित राष्ट्रीय ध्वज मान में झुकाएँ भारत माँ का सपूत लाडला माटी का माटी में घुल मिला मनसीरत नम नैनों से विदाई शोकगीत शोकाकुल हैं गाएँ ********************** सुखविंद्र सिंह मनसीरत खेड़ी राओ वाली (कैथल) parnav मुखर्जी
आशुतोष "गोरखपुरी"
भारत का ताज कहे जाने वाले कश्मीर की घाटी में, कश्मीरी पंडितों का नरसंघार हुआ कश्मीर की ही माटी में, तब कहाँ गया वह भाईचारा जब देश मे हिन्दू-मुस्लिम भाई-2 के नारे लगवाए जाते थे, कितने घर जले कितनी औरते हुई विधवा और बच्चे अनाथ हुए, मानवता तो मरी पड़ी थी यह देख वहाँ के अन्य लोग जिंदा लाश हुए, कितनों ने कश्मीर छोड़ी और अपना घर छोड़ने को मजबूर हुए, मगर धन्य है वो लोग जो खुद तो बलिदान हुए मगर कश्मीर और अपने धर्म को न छोड़ने को तैयार हुए 🙏🏼🙏🏼❤️ बलिदान हुए सभी कश्मीरी पंडितो को मेरा नमन🙏🏼 ©Mr cool बलिदान हुए कश्मीरी पंडितों को विनम्र श्रद्धांजलि🙏🏼🙏🏼 #KashmiriFiles
Parasram Arora
क्यों तुम जलते रहे गलते रहे बहते रहे? क्यों तुम अपने जीवन की बलि जगत क़ो किश्तो में देते रहे? और ये भी तो सोचो उसके बदले तुम्हे मिला क्या?? अपमान के ताप.. हिंसक प्रहार.. असहनीय वेदना के अभिशाप......... जीवन की झर्जर. हो चुकी सीड़ी के अंतिम पाय दान पर बैठ कर अब तुम चिंतन कर. रहे हो और अपने बलिदानो का इतिहास लिख रहे हो पर बीता हुआ समय और खोया हुआ अवसर. कभी लौटने वाला नही ये बात शायद तुम जानते नही हो ? ©Parasram Arora बलिदान....
Alone
अब सब कुछ अपने हित के लिए करोगे तो केसे चलेगा स्वर्ग मे जगह चाहिए तो बहुत कुछ बलिदान करना होगा... अपने लिए नहीं कभी दुसरो के भले के लिए भी सोचना होगा.... बलिदान
Darshan Aacharya
टूटने ओर बिखरने का चलन मांग लिया , हमने हालात से शिशे का बदन मांग लिया , हम भी खड़े थे तकदीर के दरवाजे पर , लोग दौलत पर गिरे हमने वतन मांग लिया ! Darshil.. #बलिदान