Find the Latest Status about टहलता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, टहलता.
Ravendra
Anjali Singhal
Kamaal Husain
डूब के मैं निकलता रहा रात भर इश्क़ के रंग में ढलता रहा रात भर कैसे पी तुमने मय की नशा हो गया मैं तो पीके सभ्मलता रहा रात भर देखना एक दिन मैं भी जाऊँगा घर हो के तन्हां जो जलता रहा रात भर कितनी मुश्किल हुई जिंदगी की डगर शोया सब और टहलता रहा रात भर लेके आई हवाएं खबर यार की मैं खुशी से मचलता रहा रात भर देके उसको कमाल अपनी सारी खुशी उसके ग़म में ही जलता रहा रात भर #yqdidi #yqbaba #yqbhaijaan डूब के मैं निकलता रहा रात भर इश्क़ के रंग में ढलता रहा रात भर कैसे पी तुमने मय की नशा हो
यशवंत कुमार
उसकी चुटकी PART - l &ll #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqlovestory उसकी चुटकी Part-I विवाह को कुछ दिन ही बीते थे कि मेरे पड़ोस की कुछ लड़कियाँ मेरी श्रीमती जी से मिल
यशवंत कुमार
उसकी चुटकी Part-1 #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqlovestory उसकी चुटकी विवाह को कुछ दिन ही बीते थे कि मेरे पड़ोस की कुछ लड़कियाँ मेरी श्रीमती जी से मिलने आ गईं
Aniket Sen
"एक गलत कदम" आज मैं बाल-बाल बच गया, अपने खूबसूरत अतीत के काले घेरे में जाने से। जीवन में व्यस्तता इतनी हो गयी है कि खुद का ख़्याल रखने की भी फुर्सत नहीं।
Azad
....................................... शीषर्क 👉 वह तो पागल था? ........................................ दुःखी हूँ, थोड़ा सा सुना नहीं पाया, शब्दो के भावों को समझा नहीं पाया।। ⚠️ इस रचना का उद्देश्य किसी धर्म, जाति, समुदाय की भावनाओ को आहत पहुँचाना नही अपितु प्रेंम और सौहार्द की भावना को जगाना है।। ❤️ लिखूंगा तो मैं, क्योकि मैं आज़ाद हूँ, नाम से भी, संविधान से भी।। Article 19(1) Right to freedom of Speech and Expression. वह तो पागल था, गलियों में टहलता वह कभी मंदिर जाता, तो कभी मस्जिद चला जाता पागल कहकर, उसे हर कोई भगा दिया करता था, फिर भी वह मुस्कुराता चुपचा
Divyanshu Pathak
मेरे सपनों का गाँव। खुली ताजा हवाओं में भोर की पहली किरण के साथ उगता स्वर्णिम दिन खिलते चहरे चहचहाते पंक्षियों के मधुर गान में मुग्ध हुए गाँव के बच्चे, नवयुवक,
तुषार"आदित्य"
चाँद से पूछो कभी क्यू रात में टहलता है है कौन वो,जो उसके भी जज़्बात में टहलता है इन किताबों की तरह,दिल के भी पन्ने है क्या पूरा कभी आधा ही सब हालात में टहलता है चाँद से पूछो कभी क्यू रात में टहलता है है कौन वो,जो उसके भी जज़्बात में टहलता है इन किताबों की तरह,दिल के भी पन्ने है क्या पूरा कभी आधा ही सब
Mangaleshwar Dev 'अजनबी'
चाँदनी रात में देर तलक टहलता रहा मैं खुद में ही ढूँढता रहा तुमको हर पल मैं चाँदनी रात में देर तलक टहलता रहा मैं खुद में ही ढूँढता रहा तुमको हर पल मैं #yqhindi#chadani#raat#khudme#tumko#harpal#md#love