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Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी प्रकृति ने भरा है धरा अम्बर को हर संसाधनों से पंछी जानवरो तक का ख्याल रखा है होती सुबह रोज,रात भी होती है उम्मीद की किरणें हर चौखट तक होती है मगर लालचों ने खाई अमीरी गरीबी की खींची है अभावो में जो पलते,उनके पल भर कैसे कटते है चौबीस घण्टे भी पहाड़ जैसे लगते है सत्ताओ के समीकरण भी लाभ हानि पर टिके है पेशेवरों के लिये सहायक बिजनिस में गरीबो के खून चूसने पर लगे है एक तरफ मेहनतों की कीमत कम दूसरी तरफ टेक्स बराबर किये हुये है हको की लड़ाई पर कानूनों के जाल में आम लोग फंसे हुये है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #GoodMorning अभावो में जो पड़े हुये है,उनके पलभर भी कैसे कटते है
#GoodMorning अभावो में जो पड़े हुये है,उनके पलभर भी कैसे कटते है
read moreazad satyam
दर्द-ए-दिल का सबब न पूछ मुझसे, खुद मैंने मंज़िल-ए-इश्क को चुना है, हँसते हँसते कटता सफर नागवार गुज़रा दिल-ए-आजाद को, इसलिए मुकम्मल हमसफर तुझे चुना है #ek_panchi_diwana_sa ©azad satyam दर्द-ए-दिल का सबब न पूछ मुझसे, खुद मैंने मंज़िल-ए-इश्क को चुना है, हँसते हँसते कटता सफर नागवार गुज़रा दिल-ए-आजाद को, इसलिए मुकम्मल हमसफर तुझ
दर्द-ए-दिल का सबब न पूछ मुझसे, खुद मैंने मंज़िल-ए-इश्क को चुना है, हँसते हँसते कटता सफर नागवार गुज़रा दिल-ए-आजाद को, इसलिए मुकम्मल हमसफर तुझ
read moreParasram Arora
White कटु शब्दों क़ी धार किसी तलवार क़ी धार से नहीं होती माना क़ी इसकी धार से बना घाव कभी दिख्ता नहीं और न कभी खून बहता है उन घावो से लेकिन आंसुओ क़ी रिमझिम बेतहाशा हो जाती है ©Parasram Arora कटु शब्दों क़ी धार
कटु शब्दों क़ी धार
read moreBANDHETIYA OFFICIAL
White सब दिन कटा रहे हैं, दिन ही कटा रहे हैं, कुछ यहां कटा रहे हैं, कुछ वहां कटा रहे हैं, कुछ इस तरह कटा रहे हैं, कुछ उस तरह कटा रहे हैं, कन्नी कटा रहे हैं कुछ, दिन के बहाने, फिर दिन -रात कटा रहे हैं जिंदगी के बहाने। ©BANDHETIYA OFFICIAL #Thinking #कटा रहे हैं सब दिन! नये अच्छे विचार अच्छे विचारों आज शुभ विचार अब्दुल कलाम के विचार स्वामी विवेकानंद के विचार Writer Aayna Offici
भारती वर्मा
White परिणाम तो सब जानना चाहते हैं किन्तु उस परिणाम के पीछे किए गए संघर्ष को कोई नही जानना चाहता है| ©भारती वर्मा #कटुसत्य
Himanshu Prajapati
White जिसे चाहा था वह मिला नहीं, जो मिला है वह मुझे चाहता है, इश्कें बाग डोर में अब एक और पतंग कटी नज़र नहीं आने दुंगा..! ©Himanshu Prajapati #love_shayari जिसे चाहा था वह मिला नहीं, जो मिला है वह मुझे चाहता है, इश्कें बाग डोर में अब एक और पतंग कटी नज़र नहीं आने दुंगा..! #36gyan #
#love_shayari जिसे चाहा था वह मिला नहीं, जो मिला है वह मुझे चाहता है, इश्कें बाग डोर में अब एक और पतंग कटी नज़र नहीं आने दुंगा..! #36gyan #
read moreMohan Sardarshahari
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset अब लम्बी कविताओं का वक्त नहीं ना ही बचे हैं लम्बे रिश्ते शोसल मिडिया परोसता वासना के किस्से घरों में तड़प रहे मां - बाप से फरिश्ते किताबें कोई छुता नहीं,डिजिटल बोर्ड टंगे दीवार ज्ञान कोई लेता नहीं , डिग्रियां बिकती सस्ते शारीरिक श्रम से विश्वास हटा,रोग मिले महंगे मशीनों के सहारे ही अब कट रहे हैं रस्ते।। ©Mohan Sardarshahari # कट रहे रस्ते
# कट रहे रस्ते
read moreAnuradha T Gautam 6280
#तजुर्बा जीने का तरीका सिखा रही है हालात तजुर्बा उम्र का मोहताज नहीं मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं दोस्तों पर मैं कहती हूं यहां सादगी से कटती नही..🖊️ #अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻♀️ २७/१२/२४ ©Anuradha T Gautam 6280 #तजुर्बा जीने का तरीका सिखा रही है हालात तजुर्बा उम्र का मोहताज नहीं मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं दोस्तों पर मैं कहती हूं यहां
#तजुर्बा जीने का तरीका सिखा रही है हालात तजुर्बा उम्र का मोहताज नहीं मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं दोस्तों पर मैं कहती हूं यहां
read morevksrivastav
Unsplash ये ज़िंदगी तेरे बगैर कट रही है बस कभी यहां कभी वहां पे बंट रही है बस मैं तुझे भूल नही पाता एक पल को भी मेरी हर सांस तेरा नाम रट रही है बस ©Vk srivastav ये ज़िंदगी तेरे बगैर कट रही है बस #Love #Life #Shayari #viral #Trending #vksrivastav
ये ज़िंदगी तेरे बगैर कट रही है बस #Love Life Shayari #viral #Trending #vksrivastav
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
तुमने मुझे छू क्या लिया नजरों से, मेरे सपनों को एक पैगाम दी है। सोचता हूं मैं फुरसत में काम टालकर, वर्षों से दबी जज़्बात को हवा दी है। अब तो करवटों में कटती हैं रातें मेरी, तुमने सपनों में आकर रातें आधी की हैं। बेसब्र भटक रहा था मैं दर-ब-दर, मेरी टूटती उम्मीदों को राहत दी है। उदासियों में बीत रहा था दिन मेरा, मेरे सूखे होठों को हंसी दी है। पूरा बचपन जो अंधेरों में कटा मेरा, तूने आकर मेरे जीवन को रोशनी दी है। ©theABHAYSINGH_BIPIN #boat तुमने मुझे छू क्या लिया नजरों से, मेरे सपनों को एक पैगाम दी है। सोचता हूं मैं फुरसत में काम टालकर, वर्षों से दबी जज़्बात को हवा दी ह
#boat तुमने मुझे छू क्या लिया नजरों से, मेरे सपनों को एक पैगाम दी है। सोचता हूं मैं फुरसत में काम टालकर, वर्षों से दबी जज़्बात को हवा दी ह
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