Find the Latest Status about निर्माताओं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, निर्माताओं.
Ranveer__Maheshwari
जो बनाए हमें इंसान और दे सही गलत की पहचान देश के उन निर्माताओं को हम करते हैं शत शत प्रणाम! शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!! Ranveer..!! जो बनाए हमें इंसान और दे सही गलत की पहचान देश के उन निर्माताओं को हम करते हैं शत शत प्रणाम! शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!! RANVEER MAHE
Ajay Amitabh Suman
Poetry with Avdhesh Kanojia
बड़े बड़े ज्ञानी वीरों ने किया राष्ट्र निर्माण। इतिहास का पन्ना पन्ना देता रहता जिसका प्रमाण। किन्तु राष्ट्र निर्माताओं की जो निर्माता होती है। जाने क्यों इतिहास के पन्नों के कोनों में खोती है। जिनके नाम से आर्यावर्त यह भारतवर्ष कहलाया। जिस नृप भरत ने पूरे विश्व में भारत ध्वज लहराया।। उनकी जननी शकुंतला को जानते कितने लोग। पालन किया पुत्र का जिसने सहकर पति वियोग।। इसी तरह एक सिंहनी भौंसले वंश की तारा। वीर शिवाजी की माता को शत शत नमन हमारा।। बाल्यकाल से ही दी शिक्षा शस्त्र और शास्त्रों की। दिन के चैन को दिया त्याग त्यागी नींद रातों की।। झाँसी रानी, चेन्नमा और दुर्गावती का जोश। जिनके आगे शत्रुजनों के युद्ध में उड़े थे होश।। जिन माँ दुर्गा को सब भजते वो भी नारी स्वरूपा हैं। मनु तभी सफल हैं सृष्टि हेतु जब खड़ी संग शतरूपा हैं।। नारी शक्ति को नमन हमारा व उनके कर्मयोग को। राष्ट्र निर्माण में उनके दिए बहुमूल्य सहयोग को।। ✍️अवधेश कनौजि ©Avdhesh Kanojia #womensday #poem #peotr बड़े बड़े ज्ञानी वीरों ने किया राष्ट्र निर्माण। इतिहास का पन्ना पन्ना देता रहता जिसका प्रमाण। किन्तु राष्ट्र निर्मात
Paramjeet Manav NCR
सिर्फ यही देखना बाकी था कि अब अपने कैरियर को बनाने के लिए भी आपको ये देखना पड़ेगा कि आप किस कम्युनिटी से है 😓 आज पहली बार मुझे मेरे भारतीय होने पर शर्मिंदगी महसूस हो रही है मेरे जैसे ना जाने कितने साथियों के सपने इस जातिवाद की वजह से टूटे है read in caption 🙏🙏🙏🙏🙏 #casteisminindia 😔🤬🤬 2006 की शोध रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय मीडिया में सामाजिक विविधता का अभाव है और यह देश की सामाजिक प्रोफ़ाइल को प्रतिबि
Manoj dev
कभी न खत्म होने वाला तिलिस्म है आरक्षण मेरी कलम से---- आरक्षण दिवस पर विशेष----- हमारे संविधान निर्माताओं ने संविधान में आरक्षण का प्रावधान इसलिए रखा की सदियों से शोषित एवं पीड़ित
Divyanshu Pathak
कायर और कपूतों की ना अब हमको दरकार रही उठो हमारे वीर सपूतो अब दुष्टों का संहार करो जो घर में छुपकर बैठे अपनी इज्जत लुटती देख रहे डूब मरो चुल्लू भर पानी में या अब कोई अवतार धरो माँ दुर्गा और भवानी रोती भारत माँ की छाती टूटी कब तक तुम निष्प्राण रहोगे अब तरकस में बाण भरो ट्विंकल और दामिनी देखी लक्ष्मी और कामिनी देखी आंखों में खून नहीं लाये तुम कुए में जाकर कूद मरो धरने देकर शमां जलाकर अब वक्त न तुम बर्वाद करो कहदो सरकारों से अपनी या संविधान को ताक धरो उठो धरा के वीर पहरुओं अब कर में तलवार भरो कोई सोचकर देखे कि “ट्विंकल” की मां क्या सोच रही होगी- कि लड़की उसके पेट से पैदा ही क्यों हुई। उसे कौनसे कर्म की सजा मिली है। आज देश में रोजान
Divyanshu Pathak
कितनी कीमत चुकाई थी इस देश ने आजादी के लिए। कितनी जानें न्यौछावर हुईं। उनके नाम पर आज कितने लोग बेशर्मी से,पेंशन ले रहे हैं। यह प्रमाण है कि 65 साल में हम “आजादी के मतवाले” देश को कहां से कहां ले आए। हर साल बेरोजगारी और भुखमरी का विकास हो रहा है। भ्रष्टाचार के परचम लहरा रहे हैं। नेता और अफसर स्वयं तो कानून से ऊपर जी रहे हैं। संविधान भारतीय लगता ही नहीं। इसमें इतने संशोधन हो चुके हैं विकास के नाम पर, धर्मनिरपेक्षता के नाम पर, तीनों पायों की सुरक्षा के नाम पर इसकी सूरत ही बिगड़ गई है। देश की एकता एवं अखण्डता का यह प्रतीक आज खण्डन-मण्डन (अल्पसंख्यक, आरक्षित वर्ग आदि) की मशाल हाथ में लिए खड़ा है। अखण्डता इतिहास में खो गई। Good morning ji 🍉🍉🍉🍨🍧💕💕💕☕☕☕☕☕आप सभी को सादर प्रणाम आज प्रातःबेला में स्वागत है। : : भारत ऋषि-मुनियों की, ध्यान-धारणा-समाधि, भक्ति, शौर्य की
PS T
कोरोना वायरस,मास्क और सेनिटाइजर ! #coronavirus #coronavirusindia #coronadeadlyvirus #coronaquote #corona #snehlata #yqdidi #thoughts कोरोना वायरस,मास्क और सेनिटाइजर इन तीन
Divyanshu Pathak
सत्तर वर्षों के शिक्षा के हृास का परिणाम है कि हर वर्ग अपने कर्म से च्युत हो गया। ब्राह्मण समाज को संस्कारवान बनाने को तैयार नहीं है। क्षत्रिय समाज रक्षा का भार उठाने को तैयार नहीं है। चारों ओर माफिया-मादक द्रव्य, शराब, हथियार, भू-बजरी, मिलावट आदि फैल रहे हैं। किसी को ‘विनाशाय च दुष्कृताम्’ याद ही नहीं है। वैश्य रूप कृषक आधुनिक चकाचौंध और फसल बढ़ाने की होड़ में जहर परोसकर प्रसन्न होना चाहता है ! किसी स्नातक को शरीर का प्राकृतिक, पंच महाभूत का स्वरूप नहीं मालूम। अपने-अपने क्षेत्र का भूगोल नहीं मालूम। सौ वर्षों का इतिहास भी नहीं मालूम। स्त्री-पुरुष का प्राकृतिक सिद्धान्त नहीं मालूम। केवल शरीर रूपी डिब्बे को नर-नारी कह रहे हैं। ‘शक्ति-पौरुष-कर्मयोगी-पुरुषार्थ’ जैसे शब्द विदेशी हो गए। :💕🙏🍫👨 good morning ji ☕☕☕☕💕🍫👨🍨🍎🍹🍉🍦💕🙏🍫👨 : शिक्षा रूपी भूत-पूर्व-गुलामी का प्रेत पूरे देश पर मंडरा रहा है। एक अंग्रेजीदां समूह है इस देश में