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Ek villain
उन्होंने यूरोप की ऊर्जा संकट से भारत को सीख लेने की बात कही अगर हम भविष्य में जीवास ईंधन से प्राप्त किसी भी ऊर्जा संकट से बचना चाहते हैं तो हमें अक्षय ऊर्जा पर जोर देना होगा यह अक्षय ऊर्जा का मतलब समझना भी जरूरी है इस ऊर्जा को तैयार करने के लिए जो विधि अपनाई जाती है वह पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव नहीं डालती यानी इससे प्रदूषण नहीं फैलता साथ ही इसके सूत्र का भी 16 नहीं होता दूसरे शब्दों में कहें तो इसके सूत्र का पुनर्भरण होता रहता है सौर ऊर्जा पवन ऊर्जा जल विद्युत ऊर्जा ज्वार भाटा से प्राप्त ऊर्जा बायोगैस शिव अनादि अक्षय ऊर्जा के ही कुछ उदाहरण हैं हमारे देश प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण है अगर देश की सरकारें अक्षय ऊर्जा के विकास की दिशा में गंभीरता से काम करें तो हमारा देश अक्षय ऊर्जा प्राप्त करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश बन जाएगा इससे हमें प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन करने से भी बच जाएंगे अक्षय ऊर्जा के सूत्र से बिजली प्राप्त करने से बिजली बिल में कटौती होती है भारत सरकार को चाहिए कि आमजन को सोलर पैनल के लिए जागरूक करें और इसे अपनाने के लिए उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करें ©Ek villain #यूरोप के अनुभव से सीखे भारत #KarwachauthFast
Rekha Pandey
चलते हुए सड़कों पर सिग्नल तोड़ जाते हैं चलान के नाम पर नेताओं का रौब दिखाते हैं बैठे हुए ट्रेनों में , कितना समान चुराते हैं और हम भारत में,
अरफ़ान भोपाली
न ही मोबाइल से , न ही व्हाट्सएप्प से , न इमोजी और चैटिंग से । मुहब्बत तो वो था जब शिद्दत से चिट्ठियों का इंतज़ार होता था ।। चिट्ठियों का इंतज़ार कितना हसीन होता होगा , #love #nojoto #words #poetry
💞Seema Yadav💞
बहुत सही ऐंच के तमाचा मारा है.....💐💐 धुँआ वाली लड़कियां तुझे न धुँआ कर दे बच के रहना........😂😂 अगर लड़कियों में यहीं संस्कार डेवलप होते रहे तो जल्द ही भारत यूरोप अमरीका जैसे देशों के सांचे में ढल जायेगा,,,,,,,,😜 #YourQuoteAndMine Coll
Vijay Laxmi
parveen mati
डाकखाने में चिट्ठियों का भी अपना एक अलग शहर होता था पन्ने पढ़ते पढ़ते लोग जुड़ जाते थे अब बैंक के नोटिस पड़े हैं डाकखाने में खंडहर की तरह जो लोगों को जोड़ते नहीं तोड़ते हैं प्रवीण माटी ©parveen mati डाकखाने में चिट्ठियों का भी अपना एक अलग शहर होता था पन्ने पढ़ते पढ़ते लोग जुड़ जाते थे अब बैंक के नोटिस पड़े हैं डाकखाने में खंडहर की तरह ज
Sumeer Bhati
तेरे गली कूचों की महक ,घुल के आई है। एक ख़बर तेरे शहर से आई है। ये गुज़रे ज़माने की बात है। 'वाट्सऐप' की इस दुनिया में हमें ,चिट्ठियों की याद आई है ©Sumeer Bhati तेरे गली कूचों की महक ,घुल के आई है। एक ख़बर तेरे शहर से आई है। ये गुज़रे ज़माने की बात है। 'वाट्सऐप' की दुनिया में मुझे ,चिट्ठियों की याद