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अनामिका वैश्य आईना
#trendingpoems #lovepoetry #viralposts #ग़ज़ल #indianartist thoughts shayari #hindipoetry #छंद #गीत #Poetry
read moreMukesh Yadav
*बंदें ने पत्रकार को सांप वाला उदाहरण देकर क्या समझाया है, मजा आ गया भाई...??* 👌👌 #मोटिवेशनल
read moreNeetu Sharma
neetu sharma ©Neetu Sharma प्रेम की परिभाषा ❤️🥀Satyaprem Upadhyay Namit Manak desai SIDDHARTH.SHENDE.sid Arshad Siddiqui
प्रेम की परिभाषा ❤️🥀Satyaprem Upadhyay Namit Manak desai SIDDHARTH.SHENDE.sid Arshad Siddiqui #Poetry
read moreNeelam Modanwal ..
🙏 मेंरी छंद की अवधारणा 🙏 फूल में जैसे बसी है गंध की अवधारणा.. गीत में वैसे रही लय छंद की अवधारणा.. एक तितली चुम्बनों ही चुम्बनों में ले गयी. फूल से फल तक मधुर मकरंद की अवधारणा.. जीव ईश्वर का अनाविल नित्य चेतन अंश है. द्वन्द से होती प्रगट निर्द्वन्द की अवधारणा.. एक रचनाकार तो स्थितप्रज्ञ होता है उसे आँसुओं में भी मिली आनंद की अवधारणा.. प्यार से ही स्पष्ट होती है, अघोषित अनलिखे और अनहस्ताक्षरित अनुबंध की अवधारणा.. प्रेम में सात्विक समर्पण के सहज सुख से पृथक. अन्य कुछ होती न ब्रम्हानंद की अवधारणा.. मुक्तिका मेरी पढ़ी हो तो निवेदन है लिखें क्या बनी सामान्य पाठक वृन्द की अवधारणा.........✍️ प्लीज़....... 🙏🙏 ©Neelam Modanwal 🙏मेंरी छंद की अवधारणा🙏 फूल में जैसे बसी है गंध की अवधारणा. गीत में वैसे रही लय छंद की अवधारणा.. एक तितली चुम्बनों ही चुम्बनों में ले गयी.
🙏मेंरी छंद की अवधारणा🙏 फूल में जैसे बसी है गंध की अवधारणा. गीत में वैसे रही लय छंद की अवधारणा.. एक तितली चुम्बनों ही चुम्बनों में ले गयी. #कविता
read moreNeema Pawal
White तू कितनी अनमोल है, मां, ये तो मैं जानती हूं। पर तेरे जाने के बाद , अहसास हुआ, की तेरी कीमत, दुनिया की बदलती नज़रें, हर पल मुझे, बताती हैं। ©Neema Pawal #mothers_day मां की की कीमत।
#mothers_day मां की की कीमत। #विचार
read moreशीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन )
अतुकांत मोतियों कि माला #मेरेशब्दसंकलन #sheetalchoudhary #shbd #सच #छंद #अतुकांत_रचना Muna Uncle Uma sharma @_सुहाना सफर_@꧁ঔৣMukeshঔৣ꧂RJ09 #कविता #शून्य
read moreAnuj Ray
सुबह की चाय की चुस्की" एक तुम्हारी चाह जैसे, सुबह की चाय की चुस्की बना देती है दिन मेरा, किरण हो जैसे सूरज की। बिना मांगे ही मिल जाते , अनमोल सागर के खिले मोती काश ! छू करके तुम्हें ,महसूस कर पाता, असल की ज़िन्दगी होती। ©Anuj Ray सुबह की चाय की चुस्की"
सुबह की चाय की चुस्की" #कविता
read moreAnjali Singhal
"अब क्या ही परिभाषा दूँ मैं प्यार की! ख़ुशबू जाती ही नहीं रूह से उसके एहसास की!!" shayripage shayari quotes love loveshayari lovequot
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