Find the Latest Status about आसाराम की from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आसाराम की.
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️ #Jazzbaat बुरा मत देखो बुरा मत सुनो बुरा मत कहो इसमें हम कहा तक सीमित है क्या जवाब दारी के हकदार बने कैप्शन जोड़ें Written by Harshita ✍️ #Jazzbaat My life story already Published in National international Magazines Awarded for best Inspiring story for Si
Dhammapal bhalerao
मेरा नाम भगवान . राम रहीम. आसाराम हैं!
Vishal
कहीं राम-रहीम, कहीं आसा-राम तो कहीं राधे माँ द्वारा बनाया जा रहा हूँ, मैं हिंदुस्तान हूँ, मैं फिर भी मुस्कराए जा रहा हूँ...। मैं निर्मल बाबा के दिये हुए कृपा से बहलाया जा रहा हूँ, मैं हिंदुस्तान हूँ, मैं फिर भी मुस्कराए जा रहा हूँ...। #रामरहीम #आसाराम #राधेमाँ #निर्मलबाबा YourQuote Baba #yqbaba
Kavya Choudhary
जिंदगी की जंग जीत कर ही रहेंगे 🏆🏆 ©Amar Choudhary जिदंगी कि जंग जीतकर ही रहेंगे आसाराम
Love Joshi
एक गज़ल आसाराम पर अगर नीयत फसाने की जो सरकारी नहीं होती बना मुजरिम जबरदस्ती गिरफ्तारी नहीं होती दलीलें है वकालत की किसी मुजरिम के फेवर में कि अस्सी साल के बाबा से बमबारी नहीं होती नहीं मिलती उमर भर क़ैद की हल्की सजा यारों अगर फांसी पे लटकाते मगजमारी नहीं होती बचा लेते वो गिरधारी वो त्रिपुरारी वो बनवारी जो आसाराम की फितरत बलत्कारी नहीं होती ©lovejoshi आसाराम के भक्त इसे ना पढ़ें मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं है #NojotoDelhi #nojoto #hindikalam #aasaram #kavishala #noj
kavi Om parkash
राधे ने लाल चुनरिया ओढ़ ली, लाल लाल हो गई। और भक्तों की गोदी में बैठ,मां राधे हो गई।। आसाराम ने तो हद कर दी,संतों का अपमान किया। जब राधे मां
Rakesh frnds4ever
उलझन इस बात की है कि हमें .......उलझन किस बात की है अपनों से दूरी की या फिर किसी मज़बूरी की खुद की नाकामी की या किसी परेशानी की दुनिया के झमेले की या मन के अकेले की पैसों की तंगी की या जीवन कि बेढंगी की रिश्तों में कटाक्ष की या फिर किसी बकवास की दुनिया की वीरानी की या फिर किसी तनहाई की अपनी व्यर्थता की या ज़िन्दगी की विवशता की खुद के भोलेपन की या फिर लोगो की चालाकी की अपनी खुद की खुशी की या दूसरों की चिंता की खुद की संतुष्टि की या फिर दूसरों से ईर्ष्या की खुद की भलाई की या फिर दूसरों की बुराई की धरती के संरक्षण की या फिर इसके विनाश की मनुष्य की कष्टता की या धरती मां की नष्टता की मानव की मानवता की या फिर इसकी हैवानियत की बच्चो के अपहरण की या बच्चियों के अंग हरण की प्यार की या नफरत की ,,जीने की या मरने कि,,, विश्वाश की या धोखे की,, प्रयास की या मौके की बदले की या परोपकार की,,, अहसान की या उपकार की ,,,,,,ओर ना जाने किन किन सुलझनों या उलझनों या उनके समस्याओं या समाधानों या उनके बीच की स्थिति या अहसासों की हमें उलझन है,,, की हम किस बात की उलझन है..==........... rkysky frnds4ever #उलझन इस बात की है कि,,, हमें ...... उलझन किस बात की है अपनों से दूरी की या फिर किसी #मज़बूरी की खुद की नाकामी की या किसी परेशानी की #दुनि
आलोक कुमार
बस यूँ ही चलते-चलते ......... जरा सोचिए कि आजकल हमलोग खुद को बेहतर बनाने के लिए कौन-कौन से गलत/अभद्र नुस्खें अपनाते जा रहे हैं. ना ही उस नुस्खें के चरित्र, प्रकरण एवं उसके कारण दूसरे मनुष्य, आसपास, समाज, देश व आगामी पीढ़ी पर असर का ख्याल रख रहें हैं, न ही ख़यालों को किसी को समझने का मौक़ा दे रहे हैं. बस अपने ही धुन में उल्टी सीढ़ी के माध्यम से अपने आप को आगे समझते हुए सचमुच में बारम्बार नीचे ही चलते जा रहे है. तो जरा एक बार फिर सोचिए कि उल्टी सीढ़ी उतरने और सीधी सीढ़ी चढ़ने में क्रमशः कितनी ऊर्जा, शक्ति और समय लगती होगी. यह भी पता चलता है कि आज की पीढ़ी की ऊर्जा और शक्ति का किस दिशा में उपयोग हो रहा है और शायद यही कारण है कि आज का "गंगु तेली" तो "राजा भोज" बन गया और "राजा भोज", "गंगु तेली" बन कर सब गुणों से सक्षम रहने के बावज़ूद नारकीय जीवन जीने को मजबूर है. यही हकीकत है हम अधिकतर भारतवासियों का...... आगे का पता नहीं क्या होगा. शायद भगवान को एक नए रूप में अवतरित होना होगा. आज की पीढ़ी की सच्चरित्र की हक़ीक़त