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Snehlata Dwivedi
Nasamajh
"बहुत मुश्किल है कोई यूँ वतन की जान हो जाए तुम्हें फैला दिया जाए तो हिन्दुस्तान हो जाए..!” भारतीयता के प्रतीक पुरूष, अजातशत्रु, युग-ऋषि, विज्ञान-गन्धर्व, हमारे सबसे प्रिय गुरु भारत रत्न स्व एपीजे अब्दुल कलाम साहब के जन्मदिवस पर उन्
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भारत के दो रत्न... प्रख्यात अधिवक्ता, स्वतंत्रता सेनानी, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय जी और राजनीति के दलदल में कमल बनकर खिलने वाले अजातशत्रु, प्रख्यात कवि, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी के जन्मदिवस पर अनन्त शुभकामनाएं।🙏 भारत के दो रत्न... प्रख्यात अधिवक्ता, स्वतंत्रता सेनानी, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय जी और राजनीति के दलदल म
Sarvesh ji maurya
।। ॐ जय श्री चंद्रगुप्त मौर्य नमः ।। सत्यमेव जयते जय जय भारत जो मौर्य को सूद्र कहे उसके जुबान खंडित कर दिया जाए, और जुबान खंडित करके गधे
Dr. AJATSHATRU MANIK BHAGAT
उम्मीद 2020 जब कभी तुम खो जाओगे ज़िन्दगी की गलियों में उन अंधेरी गलियो में उन उलझे उलझे रिश्तो में रोशनी होगी सवेरा होगा उलझनों को सुलझाना ना उनमे खुद ही उलझ जाना नए तरीकों से ही होगी ज़िन्दगी अब तो बसर ना उम्मीदे अब तो सारी होगी हम पर अब बेअसर रोशनी होगी सवेरा होगा चलते जाना ही है सफ़र ना रुकना तू भी हमसफ़र देख नई उचाइयां उड़ चले हम आकाश भी अपना करे नई परिधी नई चुनौतियों का मिल के हम सामना करे रोशनी होगी सवेरा होगा नई चुनौती को चुने मिलकर नए सपने बुने तब काटो भरी इन रहो फूल भी बरसने लगे रोशनी होगी सवेरा होगा जब कभी तुम खो जाओगे जिंदगी की गलियों में उन अंधेरी गलियो में उन उलझे उलझे रिश्तो में रोशनी होगी सवेरा होगा ©Dr. AJATSHATRU MANIK BHAGAT #boat उम्मीद 2020 जब कभी तुम खो जाओगे ज़िन्दगी की गलियों में उन अंधेरी गलियो में उन उलझे उलझे रिश्तो में रोशनी होगी सवेरा होगा उलझनों को
keerti ameta
अपने ही मन से कुछ बोले", आज राष्ट्र की क्षति को तौलें, "गगन में लहरता जो भगवा हमारा", वो भी आज थोड़ा उदासी भरा है, "दूध में दरार पड़ गई" ह
Rameshwer Meghwal
वह अटल अजातशत्रु वह राजनीति का वैभव जा रहा है हवाओं रास्ता दो मेरा भारत रत्न मेरा जननायक जा रहा है वो जब बोलता था तब लोग मंत्रमुग्ध होकर सु
Sahil Bhardwaj
जहां से अशोक ने विशाल भारत बनाया था जहां से बौद्ध धर्म देश विदेश में लहराया था वो जो शहर है पौराणिक कथाओं का उस शहर का रहने वाला हूँ हाँ मैं पाटलिपुत्र का रहने वाला हूँ! (Read it in caption) #MeraShehar जिसे अजातशत्रु ने बसाया था जिसे उदयिन ने राजधानी बनाया था वो जो शहर है गंगा किनारे का उस शहर का रहने वाला हूँ हाँ मैं प
Sarvesh ji maurya
*जय विश्व मौर्य परिषद* छत्रपती शिवाजी महाराज (1630-1680 ई.) भारत के एक महान राजा एवं रणनीतिकार थे जिन्होंने 1674 ई. में पश्चिम भारत में मर
Rishika Srivastava "Rishnit"
शीर्षक - *भारत का गणतंत्र" आज रंग बिरंगे सुमन सजे हैं, स्वागत करने खड़े हुए ऋतुराज फहराने गौरव ध्वज भारत के गणतंत्र का,उद्मत हैं राष्ट्र अधिराज छब्बीस जनवरी एतिहासिक पावन,गणतंत्र दिवस हमारा है आज संपूर्ण जगत में गूॅ॑ज रहा , गौरव गान हमारा है यही यशगान कुछ श्वानों को ,पच नहीं रहा हमारा है लोगों को भ्रमित कर भडकाना ही ,उनका बना सहारा है भारत को गणतंत्र बनाने अगणित वीर शहीदों ने अपना रक्त बहाया है महान् है गणतंत्र हमारा , रक्षा हित जिसका हमने विराट संविधान बनाया है यश,कीर्ति,सुख,दुःख सौगातों की सौगातों को, अपने हृदय बसाया है संविधान सहयोग से हम किसी को गणतंत्र का, सर्वोपरि शक्तिमान बना सकते हैं उसी की अलौकिक जन शक्ति सृजनता से , शक्तिमान को शक्ति हीन कर सकते हैं हम भारत माता के सपूत प्रतापी , गणतंत्र की रक्षा हित प्राण न्यौछावर कर सकते हैं दुश्मन की दाल न गलने देंगे , आतंकी और आकाओं के पल एक में मनसूबे हर सकते हैं माॅ॑ के चरणों की धूल लगा कर मस्तक पर,हम न जाने क्या क्या कर सकते हैं गणतंत्र, प्रजातंत्र देश की रक्षा हित , कर काल को दान, काया अमर कर सकते हैं आज नूतन नव शक्ति शौर्य पराक्रम लेकर, गणतंत्र दिवस फिर आया है बसंती परिधान हमारी मातृभूमि को , प्रकृति सृष्टि ने पहनाया है इंद्रधनुष दिख रहा गगन में , तिरंगा धरा पर लहर लहर मुस्काया है सक्षम हाथों में सुरक्षित सौप देश को , जन जन हरषाया है आओ दुनियां को भारत की शक्ति दिखायें, अभीष्ट सृजन कर करें राष्ट्र जयनाद बसुधैव कुटुंबकम मंत्र अपना कर,अजातशत्रु बन दुनियां को अपना मित्र बनालें आत्म निर्भर वैभव शाली देश बना कर,अपने गौरवशाली गणतंत्र का गर्वित चित्र बना लें अपनी संस्कृति संस्कार का गौरव गान करें,बाॅ॑टें अपने गणतंत्र का दिव्य प्रसाद यहां हम सब मिलकर बाॅ॑टें हर्ष विषाद यहां,फिर सबका करेंगे आशुतोष शिव कल्याण यहां छब्बीस जनवरी एतिहासिक पावन गणतंत्र दिवस हमारा है...... आज संपूर्ण जगत में गूॅ॑ज रहा , गौरव गान हमारा है ......... 🇮🇳 जय हिंद वन्दे मातरम् 🇮🇳 ©Rishnit❤️ शीर्षक - *भारत का गणतंत्र" आज रंग बिरंगे सुमन सजे हैं, स्वागत करने खड़े हुए ऋतुराज फहराने गौरव ध्वज भारत के गणतंत्र का,उद्मत हैं राष्ट्