Nojoto: Largest Storytelling Platform

New आत्ममुग्धता एक रोग है Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about आत्ममुग्धता एक रोग है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आत्ममुग्धता एक रोग है.

Stories related to आत्ममुग्धता एक रोग है

    LatestPopularVideo

रिपुदमन झा 'पिनाकी'

अपनी अपनी पीठ सभी थपथपा रहे हैं।
अपनी उपलब्धि की डफ़ली बजा रहे हैं।
लेकिन पूछो हाल तनिक बाजारों का-
वह तो अपनी अलग कहानी बता रहे हैं।

औरों की मेहनत को अपनी बता रहे हैं।
कामयाबी की लंबी फेहरिस्त गिना रहे हैं।
किया जिन्होंने उनकी नहीं है कोई क़ीमत-
लेकिन अपनी क़ीमत ऊँची उठा रहे हैं।

अपनी नाकामी नज़रों से छुपा रहे हैं।
पर करने वालों को फालतू बता रहे हैं। 
ऊपर वाला ख़ुद को ख़ुदा समझ बैठा है-
नीचे वाले को सब नीचा दिखा रहे हैं।

रिपुदमन झा 'पिनाकी'
धनबाद (झारखण्ड)
स्वरचित एवं मौलिक

©Ripudaman Jha Pinaki #आत्ममुग्धता

Lokesh Gulyani

नशे तो सारे बुरे हैं पर ख़ुद का नशा तौबा - तौबा. #आत्ममुग्धता

shailja ydv

#relaxation आराम बस एक रोग है #ज़िन्दगी

read more

Nirupama Mishra

Rahul srivastava

इश्क़ एक रोग #DearZindagi

read more
#DearZindagi दिल गया तुम ने लिया हम क्या करें
जानेवाली चीज़ का ग़म क्या करें इश्क़ एक रोग

Shrikant D

कवि रत्नेश राज अनुराग

एक ही रोग

read more

Rahul srivastava

इश्क़ एक रोग #शायरी

read more
मैं सो भी जाऊँ तो क्या, मेरी बंद आँखों में
तमाम रात कोई झाँकता लगे है मुझे .....
राहुल श्रीवास्तव इश्क़ एक रोग

Divyanjli Verma

सफ़लता एक रोग #कविता

read more

Ek villain

#आत्मघाती आत्ममुग्धता #SunSet #Society

read more
यहां देखने को मिलता है कि गुणवान व्यक्तियों के भीतर वे आत्मा को नेता जाने स्वयं पर मुग्ध होने का अवगुण उत्पन्न हो जाता है फिर वह दूसरों के मुख से अपनी प्रशंसा सुनने की लालसा में रहते हैं यहां तक स्वयं की प्रशंसा गान से भी सक्रिय रहते हैं उन्होंने हर समय देना चाहिए कि सूरज स्वयं कहता है कि उसमें कितना तेज है या फिर सागर को यह प्रशन सुनने की अपेक्षा रहती है कि उसमें कितनी गहराई है विचारक नंबर भी सेंड तिल का कहना है हमने से अधिकांश के साथ परेशानी यही है कि हम आलोचना की वजह पर संसद से बर्बाद हो जाते हैं प्रशंसा सुनकर आत्म मुग्ध हो ना घातक है तथा अपने मुंह से अपनी प्रशंसा आत्मघाती होती है वास्तव में तो यही है कि हमारे गुण और अच्छे कर्म इतने सुगंधित होते हैं कि उनके संपर्क में आने वाले व्यक्ति भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता संभव है कि मैं आपके समक्ष आपकी प्रशंसा ना करें परंतु मन ही मन अपनी मुराद हो और उसकी अपनी प्रतिभा और गुणों से प्रेरणा पात्र हो उसके विपरीत कुर्बान होने के बावजूद अपने मुंह से अपने गुणों का व्याख्यान कर कर अपने ही व्यक्तित्व का अवमूल्यन करता रहे

©Ek villain #आत्मघाती आत्ममुग्धता

#SunSet
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile