Find the Latest Status about मुमकिन नहीं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मुमकिन नहीं.
writer dream
उम्र पच्चीस तजुर्बा इक्कीस बुढ़ापा सत्तर सब यही रह जाने है। फिर भी हमारा साथ इस जनम मुमकिन नहीं। मुमकिन नहीं
मुमकिन नहीं
read moreparitosh@run
माना कि अब उनका लौट आना मुनासिब नहीं... हम भी उन्हें भूल जाएं ये भी मुमकिन नहीं... मुमकिन नहीं...
मुमकिन नहीं... #Shayari
read moreVj Shai (साहब)
उसे भूल जाऊँ ये कोशिश भी कर गुज़रूंगा साहब। अमूमन दरियाओं का उल्टा बहना मुमकिन नहीं होता।। ## मुमकिन नहीं ##
## मुमकिन नहीं ##
read moreAparna Singh
क्या मुमकिन है ? (Read in Caption) तुझ संग चलना मुमकिन नहीं तुझ संग हँसना मुमकिन नहीं तुझ संग रोना मुमकिन नहीं तुझ संग रहना मुमकिन नहीं तुझ संग जीना भी तो मुमकिन नहीं तुझमें
तुझ संग चलना मुमकिन नहीं तुझ संग हँसना मुमकिन नहीं तुझ संग रोना मुमकिन नहीं तुझ संग रहना मुमकिन नहीं तुझ संग जीना भी तो मुमकिन नहीं तुझमें #hindishayari #yqdidi #yqhindi #yqhindishayari #bestyqhindiquotes #longformpoetry #yqnewwritersclub
read moreAparna Singh
क्या मुमकिन है ? (Read in Caption) तुझ संग चलना मुमकिन नहीं तुझ संग हँसना मुमकिन नहीं तुझ संग रोना मुमकिन नहीं तुझ संग रहना मुमकिन नहीं तुझ संग जीना भी तो मुमकिन नहीं तुझमें
तुझ संग चलना मुमकिन नहीं तुझ संग हँसना मुमकिन नहीं तुझ संग रोना मुमकिन नहीं तुझ संग रहना मुमकिन नहीं तुझ संग जीना भी तो मुमकिन नहीं तुझमें #hindishayari #yqdidi #yqhindi #yqhindishayari #bestyqhindiquotes #longformpoetry #yqnewwritersclub
read moreAyush kumar gautam
मुमकिन नहीं वरना हम उनकी यादों को जरूर जलाते बेइंतहा चाहते हैं उन्हे हम जरूर बताते शक करने वाला कभी यकीन नहीं करता वरना मोहब्बत में हम उनकी हद से गुजर जरूर जाते आयुष कुमार गौतम मुमकिन नहीं वरना......
मुमकिन नहीं वरना......
read moreVicky Vikas
Dil Shayari बिन तेरे ज़िन्दा तो हूँ ज़िन्दगी मगर हासिल नहीं मैं मुझे भूल जाऊँ गवारा है पर मेरा तुझे भुलाना मुमकिन नहीं #NojotoQuote मुमकिन नहीं #onesidedlove
मुमकिन नहीं #onesidedlove
read moreNidhi Pant
क्या मुमकिन नहीं?? भीड़ से अलग हटकर चलना, भीड़- विचारों के द्वंद्व की, छल, प्रपंच और साजिशों की। क्या मुमकिन नहीं? गिले शिकवों के बीच शांति के सेतु समान डटे रहना, निस्वार्थ, निष्काम होकर इंसानियत दिखलाना । दिलों के बीच गहराती दीवारों में रोशनी की खिड़कियां बनना। क्या मुमकिन नहीं??दो विचारधाराओं के बीच अपना एक नया नजरिया विकसित करना....... नज़रिया- आधियों में ठहराव का,अंधकार में उजाले का,आरोप प्रत्यारोप में आत्ममंथन का और.....….इंसान होकर इंसानियत का। क्या ये मुमकिन नहीं?? क्या ये मुमकिन नहीं??
क्या ये मुमकिन नहीं??
read more