Find the Latest Status about ग्राहक सेवा केंद्र from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ग्राहक सेवा केंद्र.
ABHISHEK RAI
शुभ रात्रि Good night 9115399998 9453217224 पिनाकी ग्राहक सेवा केन्द्र
ABHISHEK RAI
आप सभी को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं 9115399998 9453217224 पिनाकी ग्राहक सेवा केन्द्र
BHAWANI Shankar
🇦🇱नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं श्रीआस्था कंप्यूटर बस स्टैंड इंदौरा भवानीशंकर अहिर आस्था कम्प्यूटर ई मित्र सेवा केंद्र बैंक
Ek villain
भारत की राजनीतिक दादा राज्यों के संघ का है जिससे इस एकात्मक परिवार भी कहा जाता है और एक महत्वपूर्ण बात यह है कि उच्चतम न्यायालय ने केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य 1973 मामले में जब संविधान के बुनियादी ढांचे के सिद्धांत की व्याख्या की थी तब भारत के परिषद चरित्र को उसे ढांचे का एक आवे कहा था ऐसे में यदि भारतीय परिषद पर किसी प्रकार का प्रभाव पड़ता है तो इससे बुनियादी ढांचे के सिद्धांत का उल्लंघन होगा इस पृष्ठभूमि में भारत में सिविल सेवा के प्राकृतिक उसे ₹100 के नियमों के साथ-साथ भारत के संघीय ढांचे का विश्लेषण हो पर गौर करना आवश्यक है तभी केंद्र सरकार के इस प्रस्ताव की तार्किकता पर विचार किया जा सकता है देश के सर्वोच्च सेवा के रूप में सिविल सेवा प्रदीप रही है और अधिकांश युवाओं को अपने जीवन का लक्ष्य है अधिकारी के साथ समाजसेवा का इससे बेहतर विकल्प नहीं है यह समाज सेवा का अर्थ विधि व्यवस्था बनाए रखते हुए नीतियों और कायम करने वालों पर लोगों को विकास की मुख्यधारा में शमित करना है ©Ek villain # सिविल सेवा केंद्र नियमों में संशोधन #Memories
Tara Chandra
वो चले गये, हम वहीं खड़े थे, . . . . वो दिल के ग्राहक थे, हम... जां देने पर अड़े थे..... ✍️... ©Tara Chandra Kandpal #ग्राहक
NiKhiL KhUIE .....🖋️
Aapke Sabse Asantusht Grahak Aapko Sikhne Ka Sabse Bada Strot Hain #आपके ग्राहक
3 Little Hearts
पता ही न चला कितनी दूर का सफर तय हमने साथ किया ! अहसास तो तब हुआ ज़ब वहाँ से तन्हा लौट कर आये हम ! ए "दर्द" कुछ तो डिस्काउंट दे दो, क्योकि हम तेरे रोज के "ग्राहक" हैं !! ©Vishnuuu X 【दर्द-ए-ग्राहक】
vishnu prabhakar singh
'जागो ग्राहक जागो' मणी तुम धारण करो अपनी सौंदर्य चमको ग्रह सा उपस्थित गृह से प्राप्त करो सोना और समा जाओ अनामिका में,या तर्जनी में समा निर्देश भरो ताप से मलिन हो जाना यह नहीं मणी सा | मणी तुम धारण करो अपनी सौंदर्य सोचो अपनी निर्जीवता से परे अपनी शक्ति कुटिल भी प्राप्त के लिए स्वतंत्र तुम्हे पाना ही तुम्हारी विशेषता तय आधार है नहीं कोई संयोग चिर डगर पर तुम्हारे कैसा ये प्रयोग महसूस हो जाना ये नहीं मणी सा | मणी तुम धारण करो अपनी सौंदर्य भीड़ तुम्हारी और सुलभ रूप का ताना-बाना कल्याणकारी अंश का भरोसा सौजन्य शास्त्र पर नहीं नियति सम्मानित तुम मखौल हो तुम्हारा, मासूमियत से किनारा केवल असुडौलता आश्रित मीमांसा अपनाना यह नहीं मणी सा| #जागो ग्राहक जागो