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कमलेश
हर आशिकों कि आशक़ी उसके लिए अफ़सरा होती हैं हरेक टूटे आशिक़ों कि नफ़रत भी उसकी डायन( EX) होती हैं.. - कमलेश #meri ex का वर्गीकरण 👸🧟♀️
AB
नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय I नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे “न” काराय नमः शिवायःII शिवपञ्चाक्षर स्तोत्र के रचयिता आदि गुरु शंकराचार्य हैं, जो परम शिवभक्त थे। शिवपञ्चाक्षर स्तोत्र पंचाक्षरी मन्त्र नमः शिवाय पर आधारित है। न
Suren Sirohewal
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} भव संसार के कर्म बन्धन से छूटने के दो उपाय हैं-कर्मों के तत्त्व को जानकर नि:स्वार्थ भाव से कर्म करना और तत्त्व ज्ञान का अनुभव करना। ©N S Yadav GoldMine #ramadan {Bolo Ji Radhey Radhey} भव संसार के कर्म बन्धन से छूटने के दो उपाय हैं-कर्मों के तत्त्व को जानकर नि:स्वार्थ भाव से कर्म करना और त
Abhinav Thakral Motivation
केवल ज्ञान ही एक ऐसा अक्षर तत्त्व है, जो कहीं भी, किसी अवस्था और किसी काल में भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ता… ©Abhinav Thakral Motivation #ramsita केवल ज्ञान ही एक ऐसा अक्षर तत्त्व है, जो कहीं भी, किसी अवस्था और किसी काल में भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ता…
Rashmi Hule
आपल्या चुकांचे समर्थन करत राहिले की इतरांच्या चुका मोठ्याच वाटत राहतात... आपल्या चुकांचे वर्गीकरण करुन स्वीकारल्या की इतरांच्या चुकांकडे पाहाण्याचा दृष्टिकोन बदलतो... अपनी गलती का समर्थन जब तक करते रहेंगे, दुसरों की गलतियां बडी ही लगती हैं. अपनी गलतियों का वर्गीकरण कर के उन्हें स्वीकारने से दुसरों की गलतिय
Alok Vishwakarma "आर्ष"
बुझै वही जिन अन्तर सूझै, सांत असांत करे जन पावे कविता सघन शब्द शय्या है, लाख करोर एक कोई गावे वैसे तो कविता की महत्ता का collab था, लेकिन इसमें आत्मसाक्षात्कार का तत्त्व दिख रहा है शायद... deepti tuli and Fazal Imaan #yqbaba #alokst
Alok Vishwakarma "आर्ष"
बुझै वही जिन अन्तर सूझै, सांत असांत करे जन पावे कविता सघन शब्द शय्या है, लाख करोर एक कोई गावे वैसे तो कविता की महत्ता का collab था, लेकिन इसमें आत्मसाक्षात्कार का तत्त्व दिख रहा है शायद... deepti tuli and Fazal Imaan #yqbaba #alokst
Abhishek Mishra
केवल ज्ञान ही एक ऐसा अक्षर तत्त्व है, जो कहीं भी, किसी अवस्था और किसी काल में भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ता… #Post17 केवल ज्ञान ही एक ऐसा अक्षर तत्त्व है, जो कहीं भी, किसी अवस्था और किसी काल में भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ता… 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 #NOJOTO#NOJ
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} अन्तर्यामी परमात्मा भगवान श्री कृष्ण सत्त्वस्वरूप आत्मा में स्थित हैं। इस तत्त्व को समझे बिना परम पुरुष को प्राप्त करना सम्भव नहीं है। क्षमा, धैर्य, अहिंसा, समता, सत्य, सरलता, ज्ञान, त्याग तथा संन्यास- ये सात्त्विक बर्ताव बताये गये हैं। मनीषी पुरुष इसी अनुमान से उस सत्त्वस्वरूप आत्मा का और परमात्मा का मनन करते हैं। ©N S Yadav GoldMine {Bolo Ji Radhey Radhey} अन्तर्यामी परमात्मा भगवान श्री कृष्ण सत्त्वस्वरूप आत्मा में स्थित हैं। इस तत्त्व को समझे बिना परम पुरुष को प्राप्