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Sunil Raniawala
अपूर्ण हूँ मैं पूर्ण कैसे होऊँगा पता नही छिन्न-भिन्न होश मेरे होश का पता नही आत्मा में मेरे कोई आग सी है जल रही श्वास फिर भी चल रही है राख का पता नही ©Sunil Raniawala अशांत मन..
अशांत मन.. #ज़िन्दगी
read morePB Creator
White कभी-कभी मन भी इतना अशांत हो जाता हैं जैसे सड़क पर ट्रैफिक जाम जाता हैं ©PB Creator #safar #अशांत #मन
Kashish
मन तो बड़ा अशांत था ,पर शांत सी मै रह गई . बहला दिया फुसला दिया चिल्ला कर हमें दबा दिया .कुछ भी कहा कुछ भी किया लाचार सी बस रह गई, मन तो बड़ा अशांत था पर शांत सी मैं रह गई. ध्यान रखें कर्तव्य उसके ,अधिकार उसके भूल गए. मिली सांत्वना हर मोड़ पर, सम्मान से वंचित रही .जिस बाग को समझा जहां, थी फूल वह जिस डाल कि, अब पेड़ भी वह ना रहा, अवशेष तक अब रह गई, मन तो बड़ा अशांत था पर शांत सी मैं रह गई. ©Kashish अशांत मन #Isolated
Mamta kumari
सुप्रभात सभी देशवासियों को वंदन मेरे सूर्य देवता को सभी देशवासियों को मन की शुद्धता प्रदान करे, अशांत मन को शांत करे 🙏सूर्यदेवता 🙏 ©Mamta kumari #अशांत मन को शांत करे।
Sanjana Chaubey
कभी कभी मन बड़ा अशांत सा रहता है, सुना है ऐसे हालात में अकेले रहना चाहिए इस लिए जिंदगी मुझे सबसे दूर कर रही।। ©Sanjana Chaubey कभी कभी मन अशांत sa रहता है
कभी कभी मन अशांत sa रहता है #विचार
read morelalitha sai
जब..कोई कैसे हो?? पूछते है तो जवाब में हम "हाँ मैं ठीक हूँ" यहीं कह देते है मगर इस "ठीक हूँ मैं" में हम कितना ठीक है सिर्फ इस बात का पता अपने अंतरमन ही जनता है! #lalithasai #myworld जब मन अशांत होता है तब तन भी अशांत होता है!
#lalithasai #myworld जब मन अशांत होता है तब तन भी अशांत होता है!
read moreVandana Rana
गौतम बुद्ध ने महल का त्याग किया था शांति की तलाश में, और हम महल बनाने चले हैं अशांत मन लिए! ©Vandana rana हम महल बनाने चले हैं अशांत मन लिए!!!!
हम महल बनाने चले हैं अशांत मन लिए!!!! #Quotes
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी हुये मन अशांत,चेतन्यता शून्य में जाती है सजा है माहौल भौतिकता का क्लेशो में,अंतर्मन की आवाज दबी जाती है ज्ञान ध्यान बोधिपथ,वर्चस्व में डूबे अहिंसा करुणा दया,मन से जाती है मजहबो के द्वन्दों में,दुनियाँ हिंसा फैलाती है सिंहासनों ने धर्म कैद कर लिये कट्टरता के बीज, नफरत बोते है जीने की शैली,शांती पथ पर बढे आचरणों से,राजमार्ग सुशोभित होते है मंदिर मस्ज़िद गुरूद्वारे सिर्फ पहचान है मार्ग और लक्ष्य सबका शांति चुनना है चेतन्यता में सभी जिये,आत्ममुग्ध बनना है बेहोशी में मन लगाकर हिंसा का तांडव नही करना है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #God हुये मन अशांत,चेतन्यता शून्य में जाती है