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Neer
समझदारियां छीन लेती हैं मुस्कुराहटें लबों की। नादानियों की हंसी से मायुसियां भी हार जाती हैं।#नीर ©Neer # नादानिया जरूरी हैं।
Aacky Verma
आंशुओ का क्या कसूर ये तो नजरो की गुस्ताखियां है मोहब्बत, इश्क, प्यार का चक्कर ये तो बस दिल की नादानिया है www.aackyshayari.in @aackyshayari ©Aacky Verma आंशुओ का क्या कसूर ये तो नजरो की गुस्ताखियां है मोहब्बत, इश्क, प्यार का चक्कर ये तो बस दिल की नादानिया है www.aackyshayari.in @aackyshayari
Kunjbihaari Vyss सकुशल
Namita Nisha क्या कहूं तुझे तू खुद जिम्मेदार है ना तू बेवकूफ बस तू ही समझदार हैं हर वक़्त तुझमे उलझा हु
Harshita Dawar
मैंने तुमने देखा है हर एक राज़ को दफनाते हुए हर बार देखा मैने इन चट्टानों से लिपट कर रोते हुए याद करते हो ना हर वो लिखी बाते जो जहन में दबी है इस बचपन की यादों को शिकवे गिले में लपेटे सरहदों मे सिमट गये हमारे प्रेम के प्रतेक निशान मेरे सीने मे दफ़न जो कोई बार भर कर मेरे गुल्लक मे समेटि यादों का भंडार है बाहों को फलाए दादी का लाड है हैरानगी नहीं आज तक याद है सभी बातों का जवाब हैं मिलकर बताएं या दीवारों पर तस्वीरें बनाए तुम हे पूरी तरह सतह पर भिचाय नहीं है अपनी कलम से निकली स्याही मे पिघलाया नहीं है हर हिसास इन इमारतों में मै ख़ुद का लगता हू हमारी कहानिया नादानिया सा बरसता हु हर कोई यहाँ आया होगा मगर आज भी सरहद पार में तुम्हारे हा का इंतज़ार करता ह इन लाहौर और भारत की सरहद के एक होने का इंतज़ार करता हु लिखी मैनें भी कई ख़त तुम्हारे नाम उस ओर भजने को दिल बार बार कहता रहा तुम्हारी आवाज़ नींद मे जगाती रही तुम से हम का सफर एक होने की उम्मीद जगाती रही.... इन सरहदी लडाई को बेवफ़ा मोहब्बत न कहना हर सास मे शामिल हो तुम आज भी सास जितनी भी है इल्ज़ामों न देना, बची साँसों को चैन वैसे नहीं। बस एक बार मिल लेना तुम्हारे ख़त आज भी सभाले हैं मैने... बस इतना आसान नहीं अलविदा कहना.. सरहद पार बचपन का ehsaas इंतज़ार में हैं... इंतज़ार में है... मैंने तुमने देखा है हर एक राज़ को दफनाते हुए हर बार देखा मैने इन चट्टानों से लिपट कर रोते हुए याद करते हो ना हर वो लिखी बाते जो जहन में द
Anupama Jha
पुराने खतों को निकाल कर बैठी हूँ यादों के अम्बार पर बैठी हूँ (पूरी कविता कैप्शन में) #खत #YQdidi #पुराने खतों को निकाल कर बैठी हूँ , यादों के अम्बार पर बैठी हूँ, तब्दील हो गया है अतीत वर्तमान में, मैं उसकी रौशनी मे