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N S Yadav GoldMine
सोने के सिंहासन पर विराजकर अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं इस मंदिर के बारे में जानिए !! 🔯🔯 {Bolo Ji Radhey Radhey} श्री कष्टभंजन हनुमान मंदिर सारंगपुर :- 🌷 गुजरात के भावनगर के सारंगपुर में विराजने वाले कष्टभंजन हनुमान यहां महाराजाधिराज के नाम से राज करते हैं। वे सोने के सिंहासन पर विराजकर अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं। कहते हैं कि बजरंगबली के इस दर पर आकर भक्तों का हर दुख, उनकी हर तकलीफ का इलाज हो जाता है। फिर चाहे बात बुरी नजर की हो या शनि के प्रकोप से मुक्ति की गुजरात के भावनगर के सारंगपुर में विराजने वाले कष्टभंजन हनुमान यहां महाराजाधिराज के नाम से राज करते हैं। वे सोने के सिंहासन पर विराजकर अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं। कहते हैं कि बजरंग बली के इस दर पर आकर भक्तों का हर दुख, उनकी हर तकलीफ का इलाज हो जाता है। फिर चाहे बात बुरी नजर की हो या शनि के प्रकोप से मुक्ति की। 🌷 हनुमान ने अपने बाल रूप में ही सूर्यदेव को निगल लिया था। उन्होंने राक्षसों का वध किया और लक्ष्मण के प्राणदाता भी बने। बजरंग बली ने समय-समय पर देवताओं को अनेक संकटों से निकाला। पवनपुत्र आज भी अपने इस धाम में भक्तों के कष्ट हर लेते हैं, इसलिए उन्हें कष्टभंजन हनुमान कहते हैं। हनुमान के इस इस दर पर आते ही हर कष्ट दूर हो जाता है। यहां आकर हर मनोकामना पूरी होती है। विशाल और भव्य किले की तरह बने एक भवन के बीचों-बीच कष्टभंजन का अतिसुंदर और चमत्कारी मंदिर है। केसरीनंदन के भव्य मंदिरों में से एक कष्टभंजन हनुमान मंदिर भी है। गुजरात में अहमदाबाद से भावनगर की ओर जाते हुए करीब 175 किलोमीटर की दूरी पर कष्टभंजन हनुमान का यह दिव्य धाम है। 🌷 किसी राज दरबार की तरह सजे इस सुंदर मंदिर के विशाल और भव्य मंडप के बीच 45 किलो सोना और 95 किलो चांदी से बने एक सुंदर सिंहासन पर हनुमान विराजते हैं। उनके शीश पर हीरे जवाहरात का मुकुट है और पास ही एक सोने की गदा भी रखी है। संकटमोचन के चारों ओर प्रिय वानरों की सेना दिखती है और उनके पैरों शनिदेवजी महाराज हैं, जो संकटमोचन के इस रूप को खास बना देते हैं। बजरंग बली के इस रूप में भक्तों की अटूट आस्था है और वे यहां दूर-दूर से खिंचे चले आते हैं। मान्यता है कि पवनपुत्र का स्वर्ण आभूषणों से लदा हुआ ऐसा भव्य और दुर्लभ रूप कहीं और देखने को नहीं मिलता है। हनुमत लला की ये प्रतिमा अत्यंत प्राचीन है, तो इस रूप में अंजनिपुत्र की शक्ति सबसे निराली। दो बार है आरती का विधान :- 🌷 कष्टभजंन हनुमान के इस मंदिर में दो बार आरती का विधान है, पहली आरती सुबह 5.30 बजे होती है। आरती से पहले पवनपुत्र का रात्रि श्रृंगार उतारा जाता है फिर नए वस्त्र पहनाकर स्वर्ण आभूषणों से उनका भव्य श्रृंगार किया जाता है और इसके बाद वेद मंत्रों और हनुमान चालीसा के पाठ के बीच संपन्न होती है हनुमान लला की यह आरती। बजरंग बली के इस मंदिर में वैसे तो रोजाना ही भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन मंगलवार और शनिवार को यहां लाखों भक्त आते हैं। नारियल, पुष्प और मिठाई का प्रसाद केसरीनंदन को भेंट कर प्रार्थना करते हैं। 🌷 कुछ भक्त तो मात्र शनि प्रकोपों से मुक्ति के लिए यहां आते हैं क्योंकि वो जानते हैं कि वो तो शनिदेव से डरते हैं लेकिन शनि देव अगर किसी से डरते हैं तो वे हैं स्वयं संकटमोचन हनुमान।कष्टभजंन हनुमान की मंगलवार और शनिवार को विशेष आराधना होती है। भक्त अपने कष्टों और बुरी नजर के दोषों को दूर करने की कामना लेकर यहां आते हैं और मंदिर के पुजारी से बजरंग बली की पूजा करवाकर कष्टों से मुक्ति पाते हैं। क्या है इस धाम की विशेषता :- 🌷 बजरंग बली के इस धाम को उनके अन्य मंदिरों से अलग विशेष स्थान दिलाती है उनके पैरों में विराजमान शनि की मूर्ति। क्योंकि यहां शनि बजरंग बली के चरणों में स्त्री रूप में दर्शन देते हैं। तभी तो जो भक्त शनि प्रकोपों से परेशान होते हैं वे यहां आकर नारियल चढ़ाकर समस्त चिंताओं से मुक्ति पा जाते हैं। 🌷 आप जानना चाहते होंगे कि आखिर शनिदेव को क्यों लेना पड़ा स्त्री रूप और वो क्यों हैं बजरंग बली के चरणों में। कहते हैं करीब 200 साल पहले भगवान स्वामी नारायण इस स्थान पर सत्संग कर रहे थे। स्वामी बजरंग बली की भक्ति में इतने लीन हो गए कि उन्हें हनुमान के उस दिव्य रूप के दर्शन हुए जो इस मंदिर के निर्माण की वजह बना। बाद में स्वामी नारायण के भक्त गोपालानंद स्वामी ने यहां इस सुंदर प्रतिमा की स्थापना की। 🌷 कहा जाता है कि एक समय था जब शनिदेव का पूरे राज्य पर आतंक था, लोग शनिदेव के अत्याचार से त्रस्त थे। आखिरकार भक्तों ने अपनी फरियाद बजरंग बली के दरबार में लगाई। भक्तों की बातें सुनकर हनुमान जी शनिदेव को मारने के लिए उनके पीछे पड़ गए। अब शनिदेव के पास जान बचाने का आखिरी विकल्प बाकी था सो उन्होंने स्त्री रूप धारण कर लिया। क्योंकि उन्हें पता था कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं और वो किसी स्त्री पर हाथ नहीं उठायेंगे। ऐसा ही हुआ, पवनपुत्र ने शनिदेव को मारने से इनकार कर दिया। लेकिन भगवान राम ने उन्हें आदेश दिया, फिर हनुमानजी ने स्त्री स्वरूप शनिदेव को अपने पैरों तले कुचल दिया और भक्तों को शनिदेव के अत्याचार से मुक्त किया। 🌷 मान्यता है बजरंग बली के इसी रूप ने शनि के प्रकोप से मुक्त किया। इसिलिए यहां की गई पूजा से शनि के समस्त प्रकोप तत्काल दूर हो जाते हैं, तभी तो दूर-दूर से भक्त यहां आते हैं और शनि की दशा से मुक्ति पाते हैं। क्योंकि भक्तों का ऐसा विश्वास है कि केसरीनंदन के इस रूप में 33 कोटि देवी देवताओं की शक्ति समाहित है। इस हनुमान मंदिर के प्रति लोगों में अगाध श्रद्धा है। क्योंकि यहां भक्तों को बजरंग बली के साथ शनि देव का आशीर्वाद भी मिल जाता है। कहते हैं यहां अगर कोई भक्त नारियल चढ़ाकर अपनी कामना बोल दे तो उसकी झोली कभी खाली नहीं रहती। शनि दशा से मुक्ति तो मिलती ही है साथ ही संकटमोचन का रक्षा कवच भी मिल जाता है। ©N S Yadav GoldMine #boat सोने के सिंहासन पर विराजकर अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं इस मंदिर के बारे में जानिए !! 🔯🔯 {Bolo Ji Radhey Radhey} श्री कष्टभं
Krish Vj
क्या तेरा क्या मेरा (लघु कथा) नगर में बहुत बड़ा सेठ रहता था। वो धन-धान्य से परिपूर्ण था। नगर में एक श्रेष्ठ महात्मा विराजते थे। उनके मुखारविंद से हमेशा ज्ञान की
AB
" अंजलि " ( अनुशीर्षक ) Dedicating a #testimonial to Anjali Rai🦋💚 " अंजलि " यह नाम तो सुना ही होगा,!? साधारण शब्दों में कहूँ तो 'अंजलि ' का अर्थ सम्मानपूर्वक दोन
Prerit Modi सफ़र
मूलाधार से सहस्त्रार चक्र तक पहुंचना है मुझ स्थूल को सूक्ष्म होना है 'शक्ति' को 'शिव' में विलीन होना है 'अंतस' के 'अनहद' को सुनना है मुझे 'शिव' 'पारब्रह्म' होना है अन्नत 'सफ़र' पर मुझे निकलना है अपने भीतर मुझे उतरना है मुझे 'ध्यान' होना है मुझ 'शक्ति' को 'शिवहोम' होना है मूलाधार- सूक्ष्म शरीर का आखरी चक्र जहाँ शक्ति विराजती हैं सहस्त्रार- सूक्ष्म शरीर का पहला चक्र जहाँ विराजते हैं शिव #poetry #spritual #nav
Unconditiona L💓ve😉
May the blessings of elders always be there, love of loved ones always May there be rain of wishes, flowers bloom every day of success No dream should remain incomplete, the face should always be beautiful.May all happiness be with you, May God always be with you.May life be your best matchless,Now that's all we have to say.. Happy birthday to you princess..!! ❤🎂👸🎂❤ 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 ✨️💟💟__🎂HAPPY BIRTHDAY PRINCESS👸🎂__💟💟✨️ 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 ❕🔥❕🔥❕🔥❕💟I͙ P͙R͙A͙Y͙ ❕📍❕📍❕📍❕💟F͙R͙O͙M͙ M͙Y͙ H͙E͙A͙R͙T͙ 🎂
Manak desai
माँ सरस्वती माँ शारदे.. अज्ञानीओ को ज्ञान से है तार दे.. हंस वाहिनी वीणा वादिनि, अज्ञानता में ज्ञान का नव संसार दे.., माँ शारदे.. माँ शारदे... भगवती माँ शारदे.. कष्ट हरणी माँ ज्ञान दाहिनी, मुख प्राणियों के कंठ है विराजते, बसंत ऋतु आई है मां बसंत में पधारते, माँ आगमन का ऋतु भी प्रमाण दे, तुम्हीं माता सरस्वती हो तुम्हीं माता भगवती, दास की है विनती माँ विनती स्वीकार दे.. अंधकार में माँ ज्ञान का प्रवाह दे.. तार दे.. मां तार दे.. कंठ है विराजदे..! ©Manak desai खम्मा घणी सा राम राम सा ❣️🤗🙏 बसंत पंचमी के इस पावन पर्व की आप सभी को अनेकानेक हार्दिक शुभकामनाएं ❣️🤗🙏 ये तस्वीर है माँ सरस्वती मंदिर का राजस
Vishw Shanti Sanatan Seva Trust
PRATIK BHALA (pratik writes)
#RIPRohitSardana continued from part 1 . ©PRATIK BHALA (pratik writes) Read caption you will definetly increase some knowledge. महाराष्ट्र दिन और गुजरात दिवस की बधाई. शब्दार्थ:- 1.चंद्रभागा:- भीमा नदी का पंढरपुर
Er.Shivampandit
©बेचैन..✍️ #श्मशान_अंत_नहीं_जीवन_की_शुरुआत_है #धरती_पर_शायद_ही_इससे_पवित्र_कोई_औऱ_स्थान_हैं | ©बेचैन..✍️ श्मशान की रात.. कैसी होती होगी श्मशान की रात जहां रोज़ जल जाते होंगे ना जाने कितने ख्याब जहां ठाठ से सब लेटकर जाते होंगे जहां लोग
आयुष पंचोली
"शिवत्व" अर्थात् अपने आप को ऐसा बना लेना, जो हर भाव मे एक समान ही रहें। जिसे किसी की बातों से कोई फ़र्क ना पड़े, और जो अन्याय के खिलाफ हर पल लड़े । पन्च्दूतो के मायाजाल से जो मुक्त हो। परोपकार ही जिसके जीवन का मूल हो। अपने वचन से जो ना डिगमगाये। खुशी और गम के हर चक्रव्यूह को जो भेद जायें। दुनिया होती हैं सबकी,जीती हैं सबके लियें, मगर जो अपने आराध्य का हो, सदा के लिये उनका ही हो जायें। सर्वस्व जिसका हैं, मगर फिर भी वह शुन्य सा जीवन बितायें। बस वही हैं, जो शव से शिव हो जायें। वही हैं जो "शिवत्व" का असल ज्ञान दे पायें। मुश्किल होता हैं, मगर असंभव नही हैं, बस एक कदम खुद के अहं को त्याग, "शिवोअहं" की और तो बढ़ाये। क्या पता खोज मे हो जिन सवालों के तुम, उनका हर राज तुम्हें यहीं मिल जायें। 🙏🙏🙏🙏🙏 आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi अगर बात की जाये पूर्णता की , तो इतिहास उठाकर देखलो कभी कोई पुर्ण हुआ ही नही। ना ही कोई देव, ना दानव , ना ही कोई मनुष्य। पुर्ण सिर्फ एक हैं,