Find the Latest Status about नैतिक कहानियाँ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नैतिक कहानियाँ.
Dhaneshdwivediwriter
आम के पेड़ों को यूँ न बबूल बनाओ तुम।। भूल संस्कार इन्हें न अपराधी बनाओ तुम। छोड़ दी सुनानी नैतिक कहानियाँ सारी ये अंग्रेजी अटर पटर अब न सिखाओ तुम।। बात करने की तमीज दुनिया भूल गयी ये भी फूल बरसायेंगे उम्मीदें न लगाओ तुम।। गुस्सा आया माँ बहन की निकल पड़ी इस तरह इज्जत शर्मसार न करवाओ तुम।। बेटी तो पाबन्दी देदी बेटे को आजादी इस तरह से अपराध को न बढ़ाओ तुम।। आधुनिक के साथ शास्त्रों को पढ़ो नन्हे हाथों में फोन गाड़ियाँ न थमाओ तुम।। देवी होती स्त्री बिना घर इनके नरक है बता बेटों को इज्जत करना सिखाओ तुम।। बंद करो अश्लीलता खुले बाजारों की गीता का ज्ञान राधा का प्रेम सुनाओ तुम।। कलयुग में रावण के बाप पैदा होगये इन भूखे भेड़ियों को जिंदा जलाओ तुम।। Dhanesh dwivedi छोड़ दी सुनानी नैतिक कहानियाँ सारी ये अंग्रेजी अटर पटर अब न सिखाओ तुम।।
छोड़ दी सुनानी नैतिक कहानियाँ सारी ये अंग्रेजी अटर पटर अब न सिखाओ तुम।।
read moreSabir Khan
नैतिक शब्द पढ़ना आसान है परंतु नैतिकता अपनाना दुनिया का सबसे कठिन कार्य है। जिसने नैतिकता को अपनाया उसका संसार में बुरा हाल रहा है किंतु वह कालजयी हुआ है। ऐसे महान व्यक्ति ही इस संसार की नींव हैं, जिनके कारण आज संसार खड़ा है। नैतिक
नैतिक
read moreBhaparam Suthar
खूबसूरत लोग जो सोचा है, वही करो वही आपके लिये बेहतर है नैतिक इंडिया
नैतिक इंडिया
read morerahul Raj
धन संपदा हमेशा मनुष्य के पास नहीं रहते परंतु शिक्षा रूपी ज्ञान जीवन भर मनुष्य के काम आता है और इसे कोई चोरी भी नहीं कर सकता। इसीलिए सबसे बड़ा धन ज्ञान है। ©rahul Raj #नैतिक सीख# #bestfrnds
#नैतिक सीख# #bestfrnds #विचार
read moreSK Poetic
आचार्य विनोबा भावे अनेक भाषाओं के ज्ञाता थे। उन्होंने विभिन्न धर्मों, मत-मतांतरों के साहित्य का अध्ययन किया था। बड़े-बड़े शिक्षाविद् ज्ञान का लाभ अर्जित करने उनके पास आया करते थे । विनोबाजी संस्कारों को सबसे बड़ी धरोहर मानते थे । एक बार महाराष्ट्र के किसी विश्वविद्यालय में उन्हें आमंत्रित किया गया। विनोबाजी वहाँ पहुँचे। उन्होंने प्राचार्य से बातचीत के दौरान पूछा, ‘विश्वविद्यालय में किस किस विषय के अध्ययन की व्यवस्था है ?’ उन्हें बताया गया कि विभिन्न भाषाओं, गणित, विज्ञान तथा अन्य विषयों का अध्ययन कराया जाता है। विनोबाजी ने पूछा, ‘क्या छात्रों को नैतिक शिक्षा देने की भी व्यवस्था है ?’ उन्हें बताया गया कि ऐसी व्यवस्था नहीं है । विनोबाजी ने पूछा, ‘क्या छात्रों को केवल धनार्जन के योग्य बनाने की शिक्षा देना ही पर्याप्त है ? क्या उन्हें सच्चा मानव, सच्चा भारतीय बनाना आप आवश्यक नहीं समझते? यदि छात्रों को अच्छे संस्कार नहीं दिए गए, उन्हें अच्छा मानव बनाने का प्रयास नहीं किया गया, तो युवा पीढ़ी अपनी प्रतिभा व शक्ति का राष्ट्र व समाज के हित में ही सदुपयोग करेगी, इसकी क्या गारंटी है ? मेरे विचार में तो सबसे पहले बच्चों व युवक-युवतियों को आदर्श मानव बनने के अच्छे संस्कार दिए जाने चाहिए । संस्कारहीन व्यक्ति तो ‘धनपिशाच’ बनकर समाज को गलत दिशा में ही ले जाने का कारण बनेगा। ‘ विनोबाजी की प्रेरणा से विश्वविद्यालय में छात्रों को नैतिक शिक्षा दी जाने लगी । ©S Talks with Shubham Kumar #guru नैतिक शिक्षा का महत्त्व