Find the Latest Status about ब्लैंक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ब्लैंक.
Suchita Pandey
// गधा..भ्रष्ट प्रशासन.. // अतिसचेत हैं कान खड़े हैं , हम लोगों से बहुत बड़े हैं ! अनुशासित हैं, थिंक टैंक हैं, चिंताओं से पूर्ण ब्लैंक हैं । किसी बात का न कोई असर इन पर , सींग नहीं हैं इनके सर पर ! आओ गर्दभ के गुण गायें , गली - गली में माला पहनाएं । यह राजाओं के राजा हैं , बजा रहे सबका बाजा हैं ! इनकी जो आरती उतारे , वही करें सब वारे न्यारे । - सुचिता पाण्डेय✍ #व्यंगात्मक_कविता #भ्रष्टराजनीति #प्रशासन #समाज़ #राजनीतिकपाखंड // गधा..भ्रष्ट प्रशासन.. //
#व्यंगात्मक_कविता #भ्रष्टराजनीति #प्रशासन #समाज़ #राजनीतिकपाखंड // गधा..भ्रष्ट प्रशासन.. //
read moreAbhishek Kumar
पुरानी हिन्दी फिल्मों के मशहूर डायलाग------ 1. बेटा, हाथ मुंह धो ले, तब तक मैं खाना लगाती हूं। 2: मैंने इंजेक्शन दे दिया है, कल सुबह तक इन्हें होश आ जाएगा। 3. अगले 24घंटे नाजुक हैं, भगवान से प्रार्थना करिए। 4. भगवान के लिए मुझे छोड़ दो। 5. मोना डार्लिंग...... 6. ये तो खुशी के आंसू हैं बेटा। 7. ये लो ब्लैंक चेक, अपनी कीमत लिख लो और मेरी बेटी को भूल जाओ। 8. मीट माई सन विक्की, आज ही विलायत से पढ़ाई पूरी करके लौटा है। 9. एहसान कैसा मांजी, यह तो मेरा फर्ज था। 10. मैं उस लड़की का गरूर तोड़ कर रहूंगा। 11. यह अदालत जज्बातों से नहीं सबूतों से चलती है। 12. मेरे फाजिल दोस्त अदालत का कीमती वक्त जाया कर रहे हैं मी लार्ड। 13. ड्राईवर, उस गाड़ी का पीछा करो। 14. मैं इधर से गुजर रहा था सोचा आपसे मिलता चलूं। 15. इनसे मिलिए शहर के जाने माने बिजनेसमैन। 16. सारे सबूतों और गवाहों के बयानों के मद्देनजर अदालत इस नतीजे पर पहुंची है कि.... 17. मैं तुम्हारे बच्चे की मां बनने वाली हूं। पुरानी हिन्दी फिल्मों के मशहूर डायलाग------ 1. बेटा, हाथ मुंह धो ले, तब तक मैं खाना लगाती हूं। 2: मैंने इंजेक्शन दे दिया है, कल सुबह तक इन्ह
पुरानी हिन्दी फिल्मों के मशहूर डायलाग------ 1. बेटा, हाथ मुंह धो ले, तब तक मैं खाना लगाती हूं। 2: मैंने इंजेक्शन दे दिया है, कल सुबह तक इन्ह #thought #me #lifequotes #newwritersclub #ethicalabhishek #legendsthinkdifferent
read moreVidhi
एक लप्रेक हमारी तरफ से भी- "तुम मुझे छोड़ के भाग तो नहीं जाओगे ना?, लोन बोली। "अरे पगली, तू इंसानों वाले वहम क्यों पाल रही? खासकर औरतों वाले? तू तो मेरा ब्लैंक चेक है।
Dr Upama Singh
अंजान हमसफ़र कहानी लेखन अनुशीर्षक में बात अगस्त 2004 की है जब सबने ग्रेजुएशन पूरा कर दिल्ली जाकर सिविल परीक्षाओं की तैयारी करने का प्लान बनाया। घर वालों से बात कर आरोही और बाकी च
बात अगस्त 2004 की है जब सबने ग्रेजुएशन पूरा कर दिल्ली जाकर सिविल परीक्षाओं की तैयारी करने का प्लान बनाया। घर वालों से बात कर आरोही और बाकी च #yqbaba #yqdidi #restzone #collabwithrestzone #yqrz #rzलेखकसमूह #unique_upama #rztask230
read more