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Stories related to कावड़ियों की झांकी

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narendra bhakuni

उत्तराखंड की झांकी

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Kumar Manoj Naveen

महाशिवरात्री भोले की झांकी #कविता

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महाशिवरात्रि 
धूल भरी पगडंडी भीड़ भरी राहें। बेलपत्र फूलों से सजी दुकाने,,श्रृंगारित संगरेश्वर  महादेव का मंदिर ।।,गायी  जा रही ओम नमः शिवाय की मधुर धूने ।बड़ा ही मनमोहक था नजारा। महादेव सभी
भी पर करें कृपा ,चाहे कोई कितना भी करे हमसे किनारा।। महाशिवरात्री भोले की झांकी

Nem Chandra

Naresh_ke_lafz

भीगा लिए अपने आप को 
                                       बस तेरा साथ बाकी है









क्या बारिश-क्या बादलो की गड़गड़ाहट 
              अब तो मेरी जिंदगी ही खिलौनो की झांकी है #झांकी

om sinha

झांकी असम #समाज

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Kumar's page

उत्तर प्रदेश की झांकी ने जीता प्रथम पुरस्कार

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Dr.j.p.singh motivational speaker writer

#बाबा साहब# डॉ #भीम राव अम्बेडकर जी की झांकी #Mythology

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Abhishek Joshi

साईं बाबा झांकी

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Himanshu Singh

मैने झांकी अपने लिए मोहब्बत #HeartfeltMessage

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pramod malakar

#लाशों का अभी तो झांकी है। #कविता

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लाशों का अभी तो झांकी है
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तूफान उठना  अभी  बांकी है , लाशों का अभी  तो झांकी है ।
धधक  रही  है धरती सारी , मानवता  का  जलता  राखी है ।।
पहाड़  खड़ा  है अधर्म का आगे , धर्म का बुझ  रहा  बाती है ।
इतिहास  पुराना   देखो  तुम , हर  एक का अपना  साथी है ।।
दुख के  दरिया  में डूब रहे हो , बवंडर उठना  अभी  बाकी है ।
मौज में धरा पर  उछल रहे हो , मंद बयार का  अभी बेला है ।
कश्मीर से  कन्याकुमारी तक , जिहादी जमात  का रेला है ।
हर तरफ  है धुआं धुआं , हर इंसान  अभी अकेला है ।।
खौफनाक वक्त है आने वाला , हो रहा अंधेरा है ।
दिक्कत   नहीं  हमें  खून  के   दरिया  से ,
मौत के आगोश में हिंदुओं का मेला है ।
ख्वाहिशें हजार है अंतिम वक्त में ,
जल रहा  है उमंग  भी  और वेदना  अकेला है ।
मूर्खों का शिकार अभी बाकी है ,
दर्द जो मिल रहा जलवा शायद नहीं काफी है ।
तूफान उठना अभी बाकी है , लाशों का अभी तो झांकी है ।।
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प्रमोद मालाकार की कलम से

©pramod malakar #लाशों का अभी तो झांकी है।
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