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Parasram Arora
खून को पानी का पर्यायवाची मत मान. लेना अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै उस बसती मे सच बोलने का रिवाज नही है यहां कोई भी आदमी सच.को झूठ बना कर पेश कर सकता है ताउम्र अपना वक़्त दुसरो की भलाई मे खर्च करता रहा वो ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही सकता है ©Parasram Arora पर्यायवाची......
Raju Pandey
तुम्हारी उन बहनों औऱ दोस्तों को भी मेरी बद्दुआ जिन्होंने तुम्हें नया यार बनाने की सलाह दी थी.. ©Raju Pandey बद्दुआ..
Manju kushwaha
कहाँ,कब और क्यूँ किसी को हम बद्दुआ देते, होता कुछ यूँ कि उसके कर्मों को हम भुला देते ll ©Manju kushwaha # बद्दुआ
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
शदीद सफ़र है मौत का,बदन नहीं आ सकते... फ़क़त तुम खुशबू भेज दो,चमन नहीं आ सकते..। कि,गाँव ने शहर से दूर,कुछ उसूल पाले हैं... दरीचे घर छोड़ भी दे,सहन नहीं आ सकते..। एक रात अंधॆरे ने हमें यूं बद्दुआ दी... तुम चाँद भी हो तो धूप पहन नहीं आ सकते..। हमारी जगह अब के तुम किसी और को रख लो... फ़ासलॆ ऎसे हुए दफ़अतन नहीं आ सकते..। इन पागल को ‘ख़ब्तुल’, सरहदें सौंप देते हैं... मैं जहां रहता हूँ वहां वतन नहीं आ सकते..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 बद्दुआ
Jyotshna Rani Sahoo
केसे बद्दुआ निकलेगा उसके लिए जो कभी मेरे हर दुआ में रहता था। #बद्दुआ
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
तेरे जॆहन से तेरा लिबास निकला हैं... जैसे आँख झुकी होशो हवास निकला है..। दिन-रात हंसता था भीड़ मॆं एक चेहरा... जब तहक़ीक़ात हुई ग़म-शनास निकला हैं..। रिंदो वाइज़ के सामने आँख तो लाओ... कल उसकी जेब से एक गिलास निकला हैं..। इंतज़ार में बच गये हो तो बताता हूँ... अभी मेरे नज़दीक से विकास निकला हैं..। आज नाज़नीन को कही बद्दुआ ना लगे... इश्क़ मेरॆ दिल से बहुत उदास निकला हैं..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 बद्दुआ
Sanjeev Kumar
आज मैनें रोते बुज़ुर्गों की आह सुनी थी, घर उजाड़ने वाले को बद्दुआ दे रहे थे। बद्दुआ..
Anuj thakur "बेख़बर"
खुद चुनी दर्द की जिंदगी तो क्या किसी से गिला करूँगा! चला भी जाऊं छोड़कर ये दुनिया तो "शब्दो" मे मिला करूँगा!! बुझा के खुद को है रोशन कर दी किसी की जिंदगानी! उसी ने दी है ये बद्दुआ कि उम्र भर अब"जला" करूँगा!! अनुज बेख़बर बद्दुआ
Arzooo
अंगार बन जाएंगे जो गुल उठाओगे ।। बेहतर है बद्दुआओं से बच के निकल जाना ।। #बद्दुआ