Find the Latest Status about very sad shayari in hindi for boy from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, very sad shayari in hindi for boy.
Akash Bhusare
विज्ञापन वैसे तो 'ग़ज़ल' उर्दू साहित्य की अत्यंत लोकप्रिय विधा रही है, जिसका मतलब होता है माशूका से गुफ्तगू। समय के साथ यह विधा हिंदी में भी आई और अब हिंदी में भी ग़ज़ल उतनी ही स्वीकार्य है जितनी कि उर्दू में। हिंदी में दुष्यंत कुमार और अदम गोंडवी जैसे शायरों ने ग़ज़ल को जीवन विभिन्न संघर्षों से जोड़ा है। यह एक ऐसी काव्यविधा रही है जिसमें चंद शब्दों में ही अपनी बातें कहने की क्षमता होती है। पेश है हिंदी ग़ज़लों के बेहतरीन शायरों के चुनिंदा शेर..... अपना दरवाज़ा ख़ुला रखता है हमेशा 'नीरज' ज़िंदगी आती है, आती है मगर चुपके से ~नीरज जगह, कुदाल, कुआं सब तलाश कर लेंगे मैं सिर्फ़ सोई हुई प्यास को जगाता हूं ~ देवेन्द्र कुमार आर्य ©Akash Bhusare Very sad 😭 shayari 😭😭
Very sad 😭 shayari 😭😭 #शायरी
read moreRISHAYARI
Poonam
White Dil ko bhi wahi bhata hai jo mukaddar mai nahi hota pata nahi rab unse kyun milwata hai Jo hatho ki lakiron mai nahi hota 😔🥀 ©Poonam #flowers #SAD #Shayari #Hindi
Samrat
White I Miss You Maa माँ जब भी तेरी याद आती है, मेरी आंखें आंसुओं से भर जाती है। ©Samrat Sad boy
Sad boy #वीडियो
read moreAarav shayari
White क्या करूं कहा जाऊँ कोई तो बता दे मुस्किल वक्त है अकेला हूँ कोई रास्ता दिखा दे झूठे लोग दिल पर राज कर रहे हैं ऐ रब्बा मुझपर रहम कर दुश्मनों से बचा दे ©Aarav shayari #SAD #Shayari #Hindi
Samrat
Meri Mati Mera Desh Maa पलकों में तेरे रूप का सपना सजा दिया पहली नजर में ही तुझे अपना बना लिया है यही आरजू हर घड़ी बैठी रहो मेरे सामने मेरी दुनिया है तुझ में कहीं तेरे बिन मैं क्या, कुछ भी नहीं मेरी जान में तेरी जान है ओ साथी मेरे I miss you. Maa ©Samrat SAD BOY
SAD BOY #विचार
read moreSamrat
तुम ऐसी क्यों थी माँ ? माँ, वो कह रहे हैं, आज तुम्हारा दिन है, कुछ लिखूँ तुम्हारे बारें में। माँ, तुम बताओ, क्या लिखूँ, हमेशा तुम ही तो बताती थी, ऐसे नहीं, ऐसे कर के लिखना हैं। तुमको याद है कैसे मैं तुम्हारी गोद में सिर रखकर जाने कब सो जाया करता था। तुम ठपकी देकर लोरी सुनाया करती थी। जो तुम एक रोटी माँगने पर भी, एक और ज्यादा रख जाती थी, और तबियत खराब होने पर रात भर जागती थी, सब याद आता है माँ। माँ, तुमको याद है जब मैं स्कूल ये वापस आता था, सबसे पहले तुमको ही ढूँढता था, तुमसे काम तो कुछ ना हुआ करता था, पर देखे बिना जाने क्यों दिल ना माना करता था। माँ, एक बात बतानी थी, जब तुम खड़ा कर के वो सात का पहाड़ा सुनती थी ना, तब मुझको तुमसे थोड़ा डर लगता था, पर तुमने डरा-डरा कर अपने कदमों पर चलना सीखा दिया। और हाँ लेकिन मैं बता देता हूँ, मुझकों हाथ-पैर धोने के लिए डाँट खाना बिल्कुल पसन्द नहीं था, शायद इसलिए यहाँ तुमसे दूर कोई कुछ नहीं कहता मुझसे माँ। ©Samrat Sad Boy
Sad Boy #विचार
read more