Find the Latest Status about इतना क्यों सिखाए जा रही हो ज़िन्दगी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, इतना क्यों सिखाए जा रही हो ज़िन्दगी.
Rajkumar pal
White मेरी पीठ पीछे मुझे गाली दे रहे हो इतना खाश हु क्या इतना दिल से याद करते हो मुझे तुम्हारा बाप हु क्या®️😎 ©Rajkumar pal #love_shayari मेरी पीठ पीछे मुझे #गाली दे रहे हो इतना #खाश हु क्या इतना दिल से #याद करते हो मुझे तुम्हारा #बाप हु क्या®️😎
#love_shayari मेरी पीठ पीछे मुझे #गाली दे रहे हो इतना #खाश हु क्या इतना दिल से #याद करते हो मुझे तुम्हारा #बाप हु क्या®️😎
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी बदइंतजामी के शिकार कुंभ में हादसों के शिकार यात्री होते जा रहे है आस्थाओं की चरम सीमा है भगदड़ में अपने खोते जा रहे है बदनीयत शासन प्रशासन की है हर प्रबन्ध हादसों की भेंट चढ़ते जा रहे है दिल्ली के रेलवे स्टेशन की भगदड़ चूले रेलवे की हिला रही है हाईटेक व्यवस्था के जमाने मे भी मौत के मुँह में सवारी जा रही है जबाबदेही किसकी तय करे सरकारों पर यात्रियों के खून की जबाब देही बढ़ती जा रही है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Sad_Status यात्रियों के खून की जबाब देही बढ़ती जा रही है
#Sad_Status यात्रियों के खून की जबाब देही बढ़ती जा रही है
read moreseema patidar
आंखो में नमी ,हंसी लबों पर क्या हाल है, क्या दिखा रहे हो तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो क्या गम है........ जिसको छुपा रहे हो ....... ©seema patidar क्या गम है जिसको छुपा रहे हो तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो 🥺
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो 🥺
read moreरिपुदमन झा 'पिनाकी'
ज़िंदगी फिर से उलझने लगी है बात सारी फिर बिगड़ने लगी है हलचलों का दौर थमता ही नहीं वक्त की रफ्तार फिर थमने लगी है अपने अब अपने से लगते ही नहीं। दिल में सबके दूरियां पलने लगी है। बात अच्छी ही नहीं लगती कोई बातें सबकी सबको ही चुभने लगी है। अपनी है दुनिया, है अपनी ज़िंदगी रिश्तों की कीमत बदलने लगी है। अपना होकर भी नहीं अपना कोई बस जरूरत के लिए ढलने लगी है। खो गए रिश्ते मिटा सब अपनापन रिश्ते ख़ुदग़र्ज़ियों पर चलने लगी है। रिपुदमन झा 'पिनाकी' धनबाद (झारखण्ड) स्वरचित एवं मौलिक ©रिपुदमन झा 'पिनाकी' #ज़िन्दगी
vksrivastav
White तुम क्यूं इतना चिल्लाते हो तुम कितना शोर मचाते हो जो होता है ख़ुद दिखता है क्यूं कहके इसे दिखाते हो जो जनता है के सच क्या है उसको ही झूंठ बताते हो ख़ुद को अच्छा बतलाते हो औरों के दोष गिनाते हो जो सच में तुमसे अच्छे हैं क्यूं देख उन्हें खिसियाते हो अपने मतलब के लिए उन्हीं के आगे क्यूं मिमियाते हो जग बदल गया तुम भी बदलो क्यूं झूंठी शकल बनाते हो ?????? ©vksrivastav तुम क्यूं इतना चिल्लाते हो??? #Poetry #Life #Quotes #Love #vksrivastav
तुम क्यूं इतना चिल्लाते हो??? #Poetry Life #Quotes Love #vksrivastav
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी पहचान परिचय की मोहताज हो रही है अनजानी सफर जैसी जिंदगी हो रही है ना कोई रोक टोक ना कोई मानमनोबल है बिना दुआ बिना आशीर्वाद लिये आज की पीढ़ी आगे बढ़ रही है बदलाव के नाम पर दुनिया चल रही है टूट चुकी है सामाजिक व्यवस्था चौखते घरों की घायल है जिम्मेदारी कौन किसकी उठाये अपनी कमी जब पूरी हो, तब गरीब भाई बन्धुओं के प्रति संवेदना की अलख जग रही है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes पहचान परिचय की मोहताज हो रही है
#sad_quotes पहचान परिचय की मोहताज हो रही है
read moreParasram Arora
White चैत्र की चंचल पवन बह रहीं लेकिन फिर भी तुम इतने मौन क्यों? एक नींली झील मे चाँद खिला था कमल की तरह और रूप का ऐसा जादू दिख रहा. इसके बावजूद तुम इतना उदास क्यों? ©Parasram Arora इतना उदास क्यों
इतना उदास क्यों
read moreAnjali Singhal
New Year 2025 "नई खुशी है नई मुस्कुराहट, मुबारक हो नव वर्ष की नई सरसराहट। पलकें आनंद-उत्साह से भरी जा रही हैं, धड़कनें प्रेम ही प्रेम उमड़ा रही हैं। उम्मीद की तरंगे लहरा रही हैं, ख़्वाब कोई नया दिखा रही हैं। दुआएँ सभी की तरफ से आ रही हैं, बुरी बलाएँ सबकी ढली जा रही हैं।।" ©Anjali Singhal #Newyear2025 "नई खुशी है नई मुस्कुराहट, मुबारक हो नव वर्ष की नई सरसराहट। पलकें आनंद-उत्साह से भरी जा रही हैं, धड़कनें प्रेम ही प्रेम उमड़ा
#Newyear2025 "नई खुशी है नई मुस्कुराहट, मुबारक हो नव वर्ष की नई सरसराहट। पलकें आनंद-उत्साह से भरी जा रही हैं, धड़कनें प्रेम ही प्रेम उमड़ा
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी सर फिर से उठा चुके अधर्मी मर्यादा तब तार तार है होती तपस्या भंग सच्चाई की राक्षसों की प्रव्रत्ति सर उठा रही है माँस और सुरा सुंदरी का बढ़ा प्रचलन साधु भेष में हठधर्मिता पनपायी जा रही है असत्यता का कद बढ़ा कर त्यागी तपस्वी को मिटाने की धुर्ता पाखण्ड मिलाकर की जा रही है चीटी भी ना मारी हो जिसने उसे विधर्मी बताकर नींव धर्म की हिलायी जा रही है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes धुर्ता पाखण्ड मिलाकर की जा रही है
#sad_quotes धुर्ता पाखण्ड मिलाकर की जा रही है
read moreNANDLAL KUMAR
Unsplash क्यू जा रही हो मुझे छोड़ कर... ©Nandlal Kumar क्यू जा रही हो मुझे छोड़ कर...#feeling #breakupquotes #SAD #moodoff sad shayari
क्यू जा रही हो मुझे छोड़ कर...feeling breakupquotes SAD moodoff sad shayari
read more