Find the Latest Status about अट नहीं रही है कविता का भावार्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अट नहीं रही है कविता का भावार्थ.
Priynurag
Arora PR
तुम्हारी ये लम्बी चुप्पी मौन सन्देश दें रही कि तुम्हे मेरी बात मान लेने मे कोई एतराज़ नहीं हैँ फिर भी मै चाहुँगा कि तुम्हारे इस मौन का भावार्थ समझने की चेष्टा अवश्य करके देखु कि कही तुम इस धैर्य धारण के कवच से अपने ह्रदय को आहत तो नहीं कर रहे हो? ©Arora PR मौन का भावार्थ
somnath gawade
समर्पित,नितळ भावनेने प्रेम कुणावरही करावं मात्र त्यात एक अट असावी शेवट पर्यंत ते दोघांनीही निभवावं #अट
Parasram Arora
मेरे मौन शब्दों का अर्थ जानना निरर्थक सिद्ध हो सकता है यधपि उनका भावार्थ समझा जा सकता है.... क्योंकि भाव की कोई भाषा नहीं होती वहा तो केवल अनुभूति का अस्तित्व होता है वो तो वैसा ही है जैसे चन्द्रमा की मौन चांदनी की स्निग्धता का सुखद अहसास जैसे वक्ष की ऊँची शाखाओं पर हवाओं क़ि हलचल से उपजि..हुई खड़खड़ाहट और सरसराहट पत्तों की ©Parasram Arora मौन शब्दों का भावार्थ.......
Naveen Mahajan
खेल-कूदकर फिर लड़कर संभल-संभलकर फिर गिरकर पापा की गोदी सर रखकर नन्ही गुड़िया रो रही है कविता पूरी हो रही है। दस को जो थी मिली पगार छब्बिस तक गर्म कर सकी बाज़ार जिसका दोस्त है एक उधार अगले दो हफ्ते उसके घर रात में जाके सो रही है कविता पूरी हो रही है। हाय सयानी घर की रानी चतुराई की अजब कहानी बिजली थोड़ी बच जाये जो कुछ कपड़े हाथ से धो रही है कविता पूरी हो रही है। बात है कुछ कुछ और बहाना मैंने उसका कहा न माना लेटी सोफे पर गुस्से में जाकर अपने सारे अहम को तजकर बीच रात मेरे बिस्तर में देखो कैसे घुस आयी है 'कविता' पूरी होने आयी है। #NaveenMahajan कविता पूरी हो रही है #NaveenMahajan
Shiva sarswat Chimana
न मातुः परदैवतम् ॥ भावार्थ : माँ (जननी) से बढकर कोई देव नहीं है । ©Shiva sarswat न मातुः परदैवतम् ॥ भावार्थ : माँ से बढकर कोई देव नहीं है ।
आलोक कुमार
हमलोग को आजादी किन-किन चीजों से मिली थी और क्या हमलोग आज भी उन सभी चीजों से आजाद हुए हैं. अरे सबसे बड़ी और कीमती आजादी तो आपसी समान विचारधारा की आजादी होती है, जो आजतक सम्भव नहीं हो पायी है. इसके पीछे सबसे बड़ा और प्रभावी कारण है "जाति आधारित आरक्षण". इससे जिस दिन देश को मुक्ति मिल जाएगी, तब ही यह समझना उचित होगा कि अब हमलोग को आज़ादी प्राप्त हो गयी है. आजादी का सही और सटीक भावार्थ...