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Vedantika
कानी के ब्याह को सौ जोखों हर गुलाब में काँटे चुभते है कौन करेगा इस कानी से ब्याह लाखों सवाल दिल में उठते है ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_352 👉 कानी के ब्याह को सौ जोखो लोकोक्ति का अर्थ – पग-पग पर बाधाएँ। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें
Vedantika
अन्धा सिपाही कानी घोड़ी, विधि ने ख़ूब मिलाई जोड़ी दोनों ने मिलकर साथ पूरी सेना की कमर है तोड़ी ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_230 👉 अन्धा सिपाही कानी घोड़ी, विधि ने ख़ूब मिलाई जोड़ी लोकोक्ति का अर्थ ---- दोनों साथियों में एक से अव
jayram More
सावल्यांशी साधतो संवाद हल्ली एकटा आठवांना घालतो मी साद हल्ली एकटा काळजाला ती म्हणाली घे जराशी काळजी घालतो का वेदनांशी वाद हल्ली एकटा सात जन्मे राखली आता तुझ्यासाठीच मी एेकतो कानी कधीचा नाद हल्ली एकटा *जयराम मोरे सोनगीर* ©jayram More सावल्यांशी साधतो संवाद हल्ली एकटा आठवांना घालतो मी साद हल्ली एकटा काळजाला ती म्हणाली घे जराशी काळजी घालतो का वेदनांशी वाद हल्ली एकटा सात ज
alex akash
मेरा एक ख़्वाब संभालो कोई, मेरी तरह मुझको भी चाहो कोई, खता हो तो माफ़ करो, ना हो तो कोई नया जुर्म़ दोहराओ कोई, हंस के अपना दुःख छुपाओ कोई, मेरी तरह बिना मतलब के मुस्कुराओ कोई, बंदिसो को आज़ाद करो, फिर ना शक जताओ कोई, बेमतलब की बात करो, तुम मुझसे मेरी ही बात करो, घंटों घंटों तक ठीक है, पर कभी तो कोई काम की बात करो, मेरी आना-कानी ठीक है, तुम अपनी भी सुनाओ कभी, जैसे मैं मानता हूं तेरी हर बातें, कभी मेरी भी कोई बात सुनो कोई, मेरा एक ख़्वाब संभालो कोई, मेरी तरह मुझे को भी चाहो कोई। मेरा एक ख़्वाब संभालो कोई, मेरी तरह मुझको भी चाहो कोई, खता हो तो माफ़ करो, ना हो तो कोई नया जुर्म दोहराओ कोई, हंस के अपना दुःख छुपाओ कोई, म
Garima Mahnot Jain
म्हारी पगड़ी म्हारी पाग म्हारी आन म्हारी शान है। खम्मा घणी सा बाबा दिवस री आप सबनैं मोकळी मोकळी बधायां! जगह जगह औऱ भांत भांत रे हिसाब सूं पगड़ी राजस्थान में चारूं कानी नित-रोज पेरी जावे, मस
Saurabh Girach
गोल, मूंछों ने दूँ ताव, म्हारो साफौ केसरियों, लागे घणो फुटरों। म्हारो साफौ पचरंगी, ललाट चमके सतरंगी।। खम्मा घणी सा साफा दिवस री आप सबनैं मोकळी मोकळी बधायां! जगह जगह औऱ भांत भांत रे हिसाब सूं पगड़ी राजस्थान में चारूं कानी नित-रोज पेरी जावे, मस
Dr Upama Singh
कानी के ब्याह को सौ जोखो हम जैसा सोचो वैसा कभी ना होतो ज़िन्दगी और वक्त देते ऐसे रुकावटें हम सोचो कैसो भी हमार काम निपटो ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_352 👉 कानी के ब्याह को सौ जोखो लोकोक्ति का अर्थ – पग-पग पर बाधाएँ। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें
Dr Upama Singh
अंधा सिपाही कानी घोड़ी विधि ने खूब मिलाई जोड़ी मूर्ख और अज्ञानी दोनों मिल गए साथ जीवन हो गया दोनों का निढाल। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_230 👉 अन्धा सिपाही कानी घोड़ी, विधि ने ख़ूब मिलाई जोड़ी लोकोक्ति का अर्थ ---- दोनों साथियों में एक से अव
अल्पेश सोलकर
सांग तू कानी माझ्या.... दोन शब्द प्रेमाचे...! सांग ते गुपित आता.. उलघडून बंध नात्याचे...! सांग तू माझ्या कानी.. दोन शब्द प्रेमाचे....
Vinod Umratkar
माझी तिची पहिली भेट आहे आठवण मला अजून। लग्नाच्या पंगतीत जेवताना जेव्हा हाक दिली तिने मागून। तिचा तो शब्द पहिला ओय बुंदा, बुंदा वाढ मला। जेव्हा कानी पडला तेव्हा प्रेमात माझा पाय घसरला। पुन्हा पुन्हा ती मला होती बुंदा बुंदा मागत। आणि मीही आग्रहाने तिला होतो बुंदा वाढत। ओय बुंदा, बुंदा वाढ मला। पहिली आगळी वेगळी भेट माझी तिची पहिली भेट आहे आठवण मला अजून। लग्नाच्या पंगतीत जेवताना जेव्हा हाक दिली तिने मागून।