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सुसि ग़ाफ़िल
बचाकर रखना है मुझे तुमको एक सफेद चादर की तरह , दुनिया देखती है इश्क़ को एक दाग़ी लाल चादर की तरह | बचाकर रखना है मुझे तुमको एक सफेद चादर की तरह , दुनिया देखती है इश्क़ को
बचाकर रखना है मुझे तुमको एक सफेद चादर की तरह , दुनिया देखती है इश्क़ को
read moreHARSH369
एक पिता कि तरह अपने ग्राहको को प्रेम करो एक पिता की तरह उनसे स्नेह करो एक पिता कि तरह उनकि देखभाल करो जब भी कभी वो दुकान पर आये उनका सम्मान करो एक पिता कि तरह व्यवहार करो.. फिर देखो कैसे नही बड़ती है आपकी दुकानदारी..!! ©SHI.V.A 369 #एक पिता की तरह
कवि शशांक शेखर त्रिपाठी
तेरे दिल में मेरी जगह एक सिगरेट की तरह थीं पहले सुलगायी, फिर अपने रूह तक कश खींचा और अंत में पैरो से कुचल कर बुझा दिया। 😭😭😭😭 एक सिगरेट की तरह
एक सिगरेट की तरह
read moreParasram Arora
एकबार अपना हौसला आज़मा कर दिखा दो अपनी किश्ती की पतवार तूफ़ानो की तरफ मोड़ कर दिखा दो ये दुनिया तुम्हे कभी रास नही आई थी अब इस दुनिया को ठुकरा कर तो दिखा दो समझा नही पाए तुम अपनी कैफ़ीयत अपने दिल को कभी अब ज़रा इस खामोशी में थोड़े आंसू गिरा कर दिखा दो जिस मालिक ने तुम्हे इस जिस्म के लिये चादर बक्शी है उस चादर को उसकी असली हालत में लौटा कर दिखा दो ©Parasram Arora जिस्म की चादर
जिस्म की चादर #शायरी
read morePooja Udeshi
रात की चादर ओडकर सब सो जाते है नये दिन के इंतज़ार मे जीवन बिताते है सुख दुख आते जाते है और काले बादलों की तरह छट जाते है, इंसान पानी के बुलबुलो की तरह बनता मिटता रहता है, जन्म और मृत्यु से आमना सामना करता रहता है, कुछ लोग हार मान मौत को गले लगाते है तो कुछ लोग मौत को चकमा दे आगे बड़ जाते है,जाने वाले हमे याद आते है, लौट के जो वापस कभी नहीं आते है यादों मे उनकी हम खो जाते है, सब को एक दिन जाना है उस पार जहाँ से वापिस आना है दुष्वार, लेकर प्रभु का नाम हम सो जाते है रात की चादर तान, एक नये दिन के इंतज़ार मे लेकर अपने अपने प्रभु का नाम 🙏🤲 पूजा उदेशी ✍️ रात की चादर
रात की चादर
read moreAlok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""
क्या गजब का हुनर पाल बैठे थे, सबको समझाकर खुद टूट बैठे थे, इश्क मुकम्मल होता नही जहां में, जानकर भी जिन्दगी से रूठ बैठे थे, जरा सा खयाल उसने जो रखा मेरा, हम उसे अपना ही समझ बैठे थे, हर कदम पर पाबंदी सी थी, इसलिए वो हमें ही छोड़ बैठे थे, अब सहारा एक तेरा ही रह गया था, तेरे जाने के बाद ऐ जिन्दगी, हम मौत की चादर ओढ़ बैठे थे....! मौत की चादर .............!
मौत की चादर .............!
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