Nojoto: Largest Storytelling Platform

New डब्लु बब्लू Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about डब्लु बब्लू from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, डब्लु बब्लू.

Stories related to डब्लु बब्लू

    LatestPopularVideo

Bablu Kr Verma

बब्लू सोनी #nojotovideo

read more

bablu kumar

बब्लू कुमार

read more
मदद मांगने जाओ तो टालते है लोग बात पता लग जाए तो उछालते है लोग बताना मत किसी को अपने घर का हाल ऐ दोस्त.. अक्सर मौके का फायदा उठा लेते हैं लोग...... बब्लू कुमार बब्लू कुमार

धमॅ देवा मिश्रा

बब्लू मिश्रा #nojotophoto #संगीत

read more
 बब्लू मिश्रा

Rajan kumur

हमारे मुखिया जी अमोद साह उर्फ़ बब्लू जी

read more

Bablu Rampal Singh

नमस्कार, सुप्रभात, सभी मित्रों को नववर्ष 2020 की हार्दिक मंगलकामनाएं। नव बिहान नव मंगल बेला, हर्ष मुबारक हो तुमको। जीवन का जीवन पथ पर उत् #nojotophoto

read more
 नमस्कार, सुप्रभात, सभी मित्रों को नववर्ष 2020 की हार्दिक मंगलकामनाएं। 

नव बिहान नव मंगल बेला, हर्ष मुबारक हो तुमको। 
जीवन का जीवन पथ पर उत्

Deep Kush

रवि क्लास से जैसे ही वापस अपने कमरे पर आता है उसे कुछ बहस सुनाई देती है रवि इसे इग्नोर कर अपने कमरे में चला जाता है । वो एक शांत सा खुद में #story #ShortStory #yqdidi #yqtales #yqhindi #लघुकथा #bestyqhindiquotes #Deepkush

read more
आस पास रहने वाले विद्यार्थियों के बीच बहस को दर्शाती एक लघु कथा 👇👇👇 रवि क्लास से जैसे ही वापस अपने कमरे पर आता है उसे कुछ बहस सुनाई देती है रवि इसे इग्नोर कर अपने कमरे में चला जाता है । वो एक शांत सा खुद में

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

चित्र चिंतन , विधा , गीत *{सरसी छन्द}* बचपन के वह खेल पुराने ,आते हैं अब याद । नहीं काम की चिंता कोई , रहते थे आजाद ।। बचपन के वह खेल पुर #flowers #कविता

read more
विधा , गीत  *{सरसी छन्द}*

बचपन के वह खेल पुराने ,आते हैं अब याद ।
नहीं काम की चिंता कोई , रहते थे आजाद ।।
बचपन के वह खेल पुराने ......,

बचपन में रिश्तों का मतलब, खाना मिलता खास ।
बब्लू डब्लू रंजन दीपू , के हम होते पास ।।
वह छुपा छुपाई खो खो के , साथी थे उस्ताद ।
सुन लेते थे बातें सबकी , मगर खेल के बाद ।।
बचपन के वह खेल पुराने , आते हैं अब याद...

सुबह शाम की होती वर्जिश , घर के करके काम ।
भूले रहते मास्टर जी के , दिए मैथ के काम ।
जाने कैसे मुर्गा बोले , कैसा मिले प्रसाद ।
फिर तो नानी मौसी भी कल ,आ जायेंगी याद ।।
बचपन के वह खेल पुराने , आते हैं जब याद .....।।

नहीं काम की चिंता कोई , रहते थे आजाद .....।।
बचपन के वह खेल पुराने आते हैं अब याद ....।।

    २६/०७/२०२२  -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR चित्र चिंतन , 
विधा , गीत  *{सरसी छन्द}*

बचपन के वह खेल पुराने ,आते हैं अब याद ।
नहीं काम की चिंता कोई , रहते थे आजाद ।।
बचपन के वह खेल पुर
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile