Find the Latest Status about क्यों तू from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, क्यों तू.
writer_Suraj Pandit
White चल तू डगर पर , हर कभी ना मान तू । सपनों की जंग में , क्यों थका - रुका तू । एंतेहान का वक्त है , क्यों रुका - न लड़ा तू । चल समय के साथ साथ , हर वक्त को तलास है । चमक रहा वह सितारे , हर राह तेरा देख रहा । क्यों दुनियां की आश में , ख़ुद को उलझा रहा । दरिया है तू सपनों का , हर राह खुद बना सकता है । हर हार को जीत में , तू ही बदल सकता है । चल तू डगर पर , हर कभी ना मान तू। सपनो की जंग में , क्यों थका रुका तू । ©writer_Suraj Pandit #safar क्यों थका रुका तू Sandeep Surela rasmi pooja sharma gaTTubaba Dp Singh
Manish Raaj
क्यों ? ------ दिल कभी ख़ुद्दार तो कभी, क़र्ज़दार हो जाता है जो सोचा, कभी साकार तो कभी बेक़ार हो जाता है ज़रूरत से ज़्यादा, ख़्वाहिशों से प्यार हो जाता है आईने से ज़्यादा रिश्तों में दरार हो जाता है कोई मदद किसी के लिए एहसान हो जाता है ये ख़ुदा भी, ख़ुदग़र्ज़ पर ही मेहरबान हो जाता है चंद दौलत की ख़ातिर इंसान, बेईमान हो जाता है दिखावे, झूट के शोर से सादगी-सच, बेजुबान हो जाता है न चाह कर भी इंसान, इतना मजबूर हो जाता है अरमां पूरा होने पर, गुरूर हो जाता है पल भर की शौहरत से, उम्र भर के लिए उसका सुरूर हो जाता है ग़ैरों के क़रीब आकर अक़्सर शक़्स ख़ुद से, कभी अपनों से दूर हो जाता है मनीष राज ©Manish Raaj #क्यों ?
Shiv G1
White ए दिल तू क्यों रोता है, ये दुनिया है, यहाँ ऐसा ही होता है।। ©Shiv G1 #GoodMorning ए दिल तू क्यों रोता है, ये दुनिया है, यहाँ ऐसा ही होता है।।#PassG
I Miss you
White ए दिल तू क्यों रोता है, ये दुनिया है, यहाँ ऐसा ही होता है।। ©I Miss you #GoodMorning ए दिल तू क्यों रोता है, ये दुनिया है, यहाँ ऐसा ही होता है।।#PassG
#PassG funny status
White ए दिल तू क्यों रोता है, ये दुनिया है, यहाँ ऐसा ही होता है।। ©#PassG funny status #GoodMorning ए दिल तू क्यों रोता है, ये दुनिया है, यहाँ ऐसा ही होता है।।#PassG
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- आज बैठा मुँह छुपाकर कौन है । दो उसे आवाज़ घर पर कौन है ।। जिसकी खातिर कर रहा हूँ मैं दुआ । इस जहाँ में उससे सुंदर कौन है ।।२ देख कण-कण में बसे प्रभु राम जी । पूछता फिर क्यों कि अंदर कौन है ।।३ और कुछ पल धीर धर ले तू यहाँ । वक़्त बोलेगा धुरंधर कौन है ।।४ एक तेरे सिर्फ़ कहने से नहीं । है खबर सबको सिकंदर कौन है ।।५ दौड़ आयेगा हमारे पास तू । गर पता तुझको हो रहबर कौन है ।।६ तुम कहो तो मान भी लें बात हम । बस बता दो तुम विशंभर कौन है ।।७ बंद हो जायेगी तेरी बोलती जानेगा जब तू कलंदर कौन है ।।८ हम सभी इंसान हैं तेरी तरह । खोजता फिर क्यों तू बंदर कौन है ।।९ इस कदर मत कर गुमाँ खुद पर बशर जान ले लिखता मुकद्दर कौन है ।।१० आज दिल की बात मैं पूछूँ प्रखर । तू प्रखर है तो महेन्दर कौन है ।।११ १९/०३/२०२४ -महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- आज बैठा मुँह छुपाकर कौन है । दो उसे आवाज़ घर पर कौन है ।। जिसकी खातिर कर रहा हूँ मैं दुआ । इस जहाँ में उससे सुंदर कौन है ।।२ देख कण-क
Er.Mahesh
हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए मिट्टी बनाए तेरे रहते मेने देखे नित सपने क्यों अब तू इन्हे मिट्टी बनाए हो हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए मेरे जीवन को क्यों मिट्टी बनाए तेरे ही रहते मेने देखे नित अपने क्यों तू अब इन्हें सपने बनाए ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता ही जाए मेरे इस जीवन को क्यों मिट्टी बनाए तेरे ही रहते मेने सुख दुःख पाए अब क्यों तू इन्हे मुझसे भगाए ए ए ओ हंसा संभल संभल क्यों फुर्र उड़ जाए तेरे ही रहते मैने पाई उपलब्धि नित मेने नए नए रिश्ते बनाए फिर क्यों इन्हे पल में मिटाए ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता तू जाए,उड़ता तू जाए मेरे इस जीवन को ,क्यों मिट्टी बनाए ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता तू जाए मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए मेरे इस जीवन की हस्ती मिटाए ©Er.Mahesh #ओ हंसा संभल संभल क्यों उड़ता तू जाए
Arora PR
आज सन्नाटो की घाटी में इतना कोलाहल क्यों? पथर के घर में ये शीशे की दिवार क्यों? सागर तट पर प्यासो की इतनी लाशें क्यों? ©Arora PR क्यों?