Find the Latest Status about आहिस्ता का अर्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आहिस्ता का अर्थ.
writer abhay
आहिस्ता आहिस्ता मुझे तोड़ता है वो, दश्त-ए-ग़म मे अकेला छोड़ता है वो. ये ज़िन्दगी बहुत ही लंबी है कहकर, रोज़ मुझे एक कतरे मे निचोड़ता है वो. सालों तक तो वो मेरा अपना ही था, चंद दिनों से मेरी कब्र कोड़ता है वो. कहीं टुकड़े मे बिखरा हुआ था मैं भी, फिर से तोड़ने के लिए बटोरता है वो. गले से लगा के रखा था तुमने कभी, हर तरफ से मुझसे मुंह मोड़ता है वो. आहिस्ता आहिस्ता मुझे तोड़ता है वो, दश्त-ए-ग़म मे अकेला छोड़ता है वो. अर्थ :- दश्त-ए-ग़म - ग़म का जंगल
Poonam Mehta
वक्त ये बदल जाएगा आहिस्ता आहिस्ता ये मंज़र भी ठहर जाएगा आहिस्ता आहिस्ता हे ! मानव तू चलता चल सत्य पथ पर कहीं भी ठहर ना जाना थक हार कर मिल जाएगी तेरी हर मंजिल तुझे हर कामयाबी स्नेह से दुलराएगी तुम्हें ख़्वाब पूरे हो जाएंगे तेरे आहिस्ता आहिस्ता वक्त ये बदल जाएगा आहिस्ता आहिस्ता ये मंज़र भी ठहर जाएगा आहिस्ता आहिस्ता आहिस्ता आहिस्ता
Shiv Narayan Saxena
हटती गई धूल जिस तरह चेहरे से आहिस्ता आहिस्ता रुलाती गई तस्वीर मुझे गुनाहों की आहिस्ता आहिस्ता ©Shiv Narayan Saxena आहिस्ता आहिस्ता.....
Dharm Desai
में समय बन जाऊं तू फुरसत निकाल लेना युही हम दरमियां रहेंगे आहिस्ता आहिस्ता में प्रणय बन जाऊं तू कुरबत निकाल लेना युही हम हमनवां बनेंगे आहिस्ता आहिस्ता में अभिनय बन जाऊं तू चाहत निकाल लेना युही हम आफरीन समा बनेंगे आहिस्ता आहिस्ता में विनय बन जाऊं तू शराफत निकाल लेना युही हम बंदिश-ए-बयां रहेंगे आहिस्ता आहिस्ता में अनवर बन जाऊ तू इबादत निकाल देना युही हम खामोशियों में बेज़ुबा बनेंगे आहिस्ता आहिस्ता में अरनव बन जाऊ तू शिकायत निकाल देना युही हम संगिनियों में सज़ा बनेंगे आहिस्ता आहिस्ता में "धर्म" बन जाऊं तु हैवानियत निकाल लेना युही हम रंगीनियों में अहल-ए-रज़ा बनेंगे आहिस्ता आहिस्ता आहिस्ता आहिस्ता...
aashika sain
यू बदलने लगे हम आहिस्ता आहिस्ता तुम्हें भूलने की कोशिश कर रहे हैं आहिस्ता आहिस्ता सोचा नहीं था कभी तुम्हारे बगैर मंजिल तय करने का राह जरा मुश्किल है.. पर.. हम चलने लगे हैं आहिस्ता आहिस्ता बेचेनिया तड़पाती है, दूरियां रुलाती है दिन काटे कटता नही और ये रातें... ये रातें भी कम्बख्त तुम्हारी ही याद दिलाती है जिंदगी जीना तो भूल ही गए हम जिंदगी जीना तो भूल ही गए हम बस... सांसें ले रहे हैं आहिस्ता आहिस्ता..... यू बदलने लगे हम आहिस्ता आहिस्ता तुम्हे भूलने की कोशिश कर रहे हैं आहिस्ता आहिस्ता..... ©aashika sain आहिस्ता आहिस्ता