Find the Latest Status about बांगर सीमेंट फैक्ट्री from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बांगर सीमेंट फैक्ट्री.
Ranjeet Singh Patel
!!सस्ता नही सबसे अच्छा बांगर सीमेंट!! बोलने वाले दादा को भी हिंदी दिवस की शुभकामनाएं! !!सस्ता नही सबसे अच्छा बांगर सीमेंट!! बोलने वाले दादा को भी हिंदी दिवस की शुभकामनाएं!
!!सस्ता नही सबसे अच्छा बांगर सीमेंट!! बोलने वाले दादा को भी हिंदी दिवस की शुभकामनाएं! #विचार
read moreMahfuz nisar
शीर्षक ::::::::: आटा फैक्ट्री रोटी नहीं बन पायी, आटा बहुत था, पूरी फैक्ट्री थी, बस मेरे पैसे ख़तम हो गए मैंने घर जा सकूँ इसलिए सारे पैसे से एक साइकिल ख़रीद ली मैं कहीं नहीं हूँ। ✍महफूज़ शीर्षक ::::::::: आटा फैक्ट्री
शीर्षक ::::::::: आटा फैक्ट्री
read moreEk villain
रामलाल की साबुन फैक्ट्री दी साबुन बहुत लोकप्रिय हुआ तो अधिक लाभ घुटने के चक्कर में ज्यादा मिला मिलावट शरण में गमछी हो जाते नतीजा उनके साबुन से कपड़े साफ होने की वजह फटने लगे आखिरकार उपभोक्ताओं ने उनके उत्पाद को नमस्ते कह दिया मगर पापी पेट पालने के लिए कुछ तो पुणे करना ही था तो उन्होंने अपनी फैक्ट्री की कवि फैक्ट्री में बदल दिया लोग कल महा कवियों को पता चला कि कभी सर्दी में कविता की मरम्मत होती है और फिर वह वहां से छनकर एक कार्य कविता निकलती है तो फैक्ट्री में कवियों की घनघोर दामाद होने लगी धामी ने हर कविता सुनने का अपना रेट फिक्स कर दिया कुछ दिन तक तो मामला ठीक चला लेकिन फिर यह कभी को ऐतराज होने लगा कि मेरी कविता की कुछ ज्यादा ही चीर फाड़ हो रही है कभी एक दूसरे से झगड़ने लगे वसंत पंचमी पर हुई कसौटी में तो मारपीट की नौबत आ गई एक नए काम है निराला हूं दूसरा बोला मैं निराला का साला हूं तीसरा चीका में दिनकर से कम नहीं यह सुन चौथा हजारे अरे मैं तो कुछ दम नहीं तभी पांचवी आवाज आई में महादेवी वर्मा बन रही हूं बस यही वह क्षण था जिसने व्यवस्थित मास कारों को वीडियो बनाया उसे वायरल करने का अवसर दे दिया गजब का कोई जलीय वीडियो बना भाई ©Ek villain #कभी फैक्ट्री की अद्भुत उत्पादन #MusicLove
#कभी फैक्ट्री की अद्भुत उत्पादन #MusicLove #Society
read moreRajesh Raana
मिट्टी के घरों की यारी थी , बारिश के पानी से । बरसात में अक्सर दोनों साथ मिल जाते थे । मिट्टी बह जाने देती थी पानी को , खुद के अंदर से । और घर की छत से रिसने लगता था पानी । लोग अक्सर छत टपकने से, सटकर बैठ जाते थे आसपास, रिश्ते अक्सर गीले नाजुक और नम होते थे । सीमेंट और पानी की अनबन है, नही बहने देती छते आजकल पानी को घर के अंदर। सूखे रहते है लोग आजकल। सीमेंट की छते सूखा रखती है सबकुछ। सारे रिश्ते भी सूखे रहते है आजकल न भीगते है और न , नम होते है। बारिश और मिट्टी की यारी थी कभी । अब मैं भीगता नही #बारिश #पानी #यारी #मिट्टी #रीश्ते #भीगा #सीमेंट