Find the Latest Status about रुनझुन पायल from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रुनझुन पायल.
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
जीवन में क्या हार के , बैठे हो मन मीत । मन के हारे हार है , मन के जीते जीत ।। १ आज मिलन की रात में , संग रहेगा मीत । रुनझुन रुनझुन पायलें , छेडेंगी संगीत ।। २ दो पंक्षी अब दे रहे , खुशियों का संदेश । प्रीत प्यार पावन जहां , सुंदर वो परिवेश ।। ३ पिया प्रीत में तुम कभी , मुझे न जाना भूल । इस डाली में और भी , खिल जायेंगे फूल ।। ४ जीवन के हर मोड़ पर , संग रहे मन मीत । सुख दुख के मोती चुने , गायें सुंदर गीत ।। ५ प्यासे मन का उड गया , पंक्षी वो चितचोर । रोते-रोते हो गई , सुनो आज भी भोर ।। ६ सूरत है मन मोहिनी , चले हिरण की चाल । अधरो पे रहती शहद , नैना करे कमाल ।। ७ आज रिझाने मन लगी , मन में उठे सवाल । आये जब तुम सामने , चेहरा हुआ गुलाल ।। ८ ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR जीवन में क्या हार के , बैठे हो मन मीत । मन के हारे हार है , मन के जीते जीत ।। १ आज मिलन की रात में , संग रहेगा मीत । रुनझुन रुनझुन पायल
Deepti Garg
आपका इतना सुंदर रूप है माता, कैसे करूं गुणगान तू है भाग्य विधाता। सर पर लाल चुनरी ओड़े हाथों में त्रिशूल, लाल लाल जोड़ा सोहे ,कर सोलह सिंगार। सिंह पर सवार आपका अद्भुत रूप है माता, राक्षसों का कर संघार चारों दिशाओं में हा हा, कार मचाता, आपका रूप ऐसा है माता। आपका इस अद्भुत रूप का वर्णन अपने शब्दों में, कैसे करूं, कुछ समझ नहीं आता ,माता। आपकी गले का हरवा मुझको बहुत सुहाता माता, आपके हाथों की लाल लाल चूड़ियां मुझको बहुत 👇👇👇👇 ©Deepti Garg आपका इतना सुंदर रूप है माता, कैसे करूं गुणगान तू है भाग्य विधाता। सर पर लाल चुनरी ओड़े हाथों में त्रिशूल, लाल लाल जोड़ा सोहे, कर सोलह सिंगा
Rajesh rajak
तेरे पायल की रुनझुन सुनने को मेरे कान तरस गए, तुझसे अच्छे तो बादल निकले, सावन की तरह फागुन में बरस गए, तेरी पायल की रुनझुन,
तेरी पायल की रुनझुन,
read moreMohan Sardarshahari
रह लेते हैं तुम्हारे बिन तन्हा - तन्हा तकलीफ तब बढ़ती है जब आहट हो पर रुनझुन ना हो।। ©Mohan Sardarshahari रुनझुन
रुनझुन #ज़िन्दगी
read moreAuthor Malkhan Patel
"हो अप्शरा या अफ़साना कोई" तुम पायल की रुनझुन सी, मोहिनी गीतों की गुनगुन सी हो https://youtu.be/r9vSxp9Ol98
read moresarika
एक "स्त्री" की "पायल" महज़ इक पायल नही है उसकी छम छम में मानो एक "संगीत" बसता हो जो निर्जीव में भी जीव की उत्पति कर दे, वो बेजान मकां को घर और घर के आँगन को ईश्वर के मंदिर के समक्ष, पावन कर दे ...... ©sarika #पायल
prashant singh
हवसी इस दुनिया से थोड़ा अलग होना चाहता हुँ मैं, ज़ब तु पलकें झुका के शर्माए तो तेरा काजल होना चाहता हुँ मैं | आकर्षण की तेरी लाली तेरी बिन्दिया तेरे झुमके से कोई मतलब नहीं है, जो तेरी चाल में भी सरगम सजाये वो पायल होना चाहता हुँ मैं | Stylo... #पायल !