Find the Latest Status about जहां भी जाओ कदम उठाओ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जहां भी जाओ कदम उठाओ.
Rameshkumar Mehra Mehra
Unsplash किसी के साथ इतना...... दूर भी मत जाओ..! कि आते बकत.....!! रस्ता पूछ-पूछ कर आओ... ©Rameshkumar Mehra Mehra # किसी के साथ इतना,दूर भी ना जाओ,कि आते बकत,रस्ता पूछ-पूछ कर आओ.....
# किसी के साथ इतना,दूर भी ना जाओ,कि आते बकत,रस्ता पूछ-पूछ कर आओ.....
read morePriya
Google आप हमसे जुड़े हमारी बातों की ध्यान दें जब आप मिल पे गेहूं या चावल पिसवाने के लिए जाते हो तो ध्यान देना 1 किलो वाला वजन 800 ग्राम रहता है 2 किलो वाला वजन 1800 ग्राम रहता है यहां तक की हर एक इंसान बेईमानी करता है मैं गया था एक किराना स्टोर पर वह मैंने काजू खारडा 100 ग्राम फिर दूसरे टारजू से नापा तो वह 90 का नाम निकला और नहीं मैंने एक जगह 2 किलो प्याज खारडा और दूसरे तर्जुमा से नापा तो 1700 ग्राम निकल यहां तक की हर एक जगह बीमारी किया जाता है क्या गरीबों को लूटा जाता है हमारी बातों से सहमत है तो हमें फॉलो करें ©Priya #हमसे ज्ञान ले जाओ जब भी जाओ कोई दुकान तो ध्यान दो उसके वजन पर
#हमसे ज्ञान ले जाओ जब भी जाओ कोई दुकान तो ध्यान दो उसके वजन पर
read moreमनोज कुमार झा "मनु"
दिसंबर का महीना तुम्हीं आकर के अब बचा लो मुझे, बहुत कम बचा हूं दिसम्बर की तरह।। ©मनोज कुमार झा "मनु" #december तुम्हीं आ जाओ
#december तुम्हीं आ जाओ
read moreHimanshu Prajapati
White नूर-ए-जहां मोहब्बत हमने आजमाया था, अब अंधेर-ए-जहां में जी रहा हूं मैं..! ©Himanshu Prajapati #sad_shayari नूर-ए-जहां मोहब्बत हमने आजमाया था, अब अंधेर-ए-जहां में जी रहा हूं मैं..! #36gyan #hpstrange
#sad_shayari नूर-ए-जहां मोहब्बत हमने आजमाया था, अब अंधेर-ए-जहां में जी रहा हूं मैं..! #36gyan #hpstrange
read moreSANIR SINGNORI
'जानी' पागल क्यूं हो गया तू... एक ही शख़्स था जहां में क्या..🥀 . ©SANIR SINGNORI 'जानी' पागल क्यूं हो गया तू... एक ही शख़्स था जहां में क्या..🥀
'जानी' पागल क्यूं हो गया तू... एक ही शख़्स था जहां में क्या..🥀
read moreSANIR SINGNORI
'जानी' को समझाए कोई... एक ही शख़्स था जहां में क्या.. 🥀🥺 . ©SANIR SINGNORI जानी को समझाए कोई, एक ही शख़्स था जहां में क्या
जानी को समझाए कोई, एक ही शख़्स था जहां में क्या
read moreनवनीत ठाकुर
"जहां से सब छोड़ देते हैं उम्मीदें सारी, हम वहां से नई शुरुआत करते हैं। जिस शाख से पत्ते भी झड़ जाएं सारे, हम वहीं से उड़ान भरते हैं । ©नवनीत ठाकुर "जहां से सब छोड़ देते हैं उम्मीदें सारी, हम वहां से नई शुरुआत करते हैं। जिस शाख से पत्ते भी झड़ जाएं सारे, हम वहीं से उड़ान भरते हैं ।
"जहां से सब छोड़ देते हैं उम्मीदें सारी, हम वहां से नई शुरुआत करते हैं। जिस शाख से पत्ते भी झड़ जाएं सारे, हम वहीं से उड़ान भरते हैं ।
read moreParasram Arora
White कुछ कदम तुम चलो कुछ कदम हम चले मजा तो तभी है जब चलना ही हमारी जिंदगी बने ©Parasram Arora कुछ कदम तुम चलो
कुछ कदम तुम चलो
read more