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Ankur tiwari
White कभी मन से मन की बात करों कभी खुद से भी मुलाकात करो दुनियां की भीड़ में खोवो मत थोड़ा सा खुद पर ध्यान करों माना कि फुर्सत नही तुम्हें दिनभर की आपाधापी से माना कि कठिन परीक्षा में दौड़ रहे हो तुम आगे बाकी से फिर भी थोड़ा सा धीर धरो खुद के मन को वश में लो कर आगे अभी और कठिनता हैं इतने भी मत बन जाओ निडर हां माना हिम्मत भी है तुझमें पर थोड़ा डरना भी होता हैं जीत की लय में मत पालो गुरुर कभी हार से भी मिलना होता हैं बस वही एक क्षण जीवन का हर मार्ग निर्धारित करता हैं पर्वत सा उठने की खातिर मिट्टी में झुकना पड़ता हैं ©Ankur tiwari #Free कभी मन से मन की बात करों कभी खुद से भी मुलाकात करो दुनियां की भीड़ में खोवो मत थोड़ा सा खुद पर ध्यान करों माना कि फुर्सत नही तुम्ह
N S Yadav GoldMine
hanuman jayanti 2024 {Bolo Ji Radhey Radhey} आत्मा प्रकति से पृथक सत्ता है, ये सब किसी के भी वस में नही है, यह केवल एक उस परमसत्ता भगवान श्री कृष्ण के नियंत्रण में है, नया, पुरानापन, उतपत्ति-लय, होकर भी न होना आदि, जगत का कार्य, यह हम सबको आस्तिक भाव दर्षाता हैं।। ©N S Yadav GoldMine #hanumanjayanti24 {Bolo Ji Radhey Radhey} आत्मा प्रकति से पृथक सत्ता है, ये सब किसी के भी वस में नही है, यह केवल एक उस परमसत्ता भगवान श्र
aaj_ki_peshkash
Santosh Jangam
Sangeeta Kalbhor
गोष्ट एका प्रेमाची प्रेमाने मी मांडते प्रेम जोवर लेखणीत लेखणी सुखावते साजरा होतो ऋतू मनामनात काजवा प्रेम भरल्या मनाचा सदैव कौल उजवा नटते धरा नटते अंबर नटते अवघी सृष्टी प्रेम मनात असणाऱ्याची प्रेमळ बनते दृष्टी चराचरात एकची नाद प्रेम पुरुन उरते हाकला कितीही आठवणींना प्रेम स्मरते विठ्ठू माऊलीच्या चरणी प्रेममळा रंगतो वारकरी घेऊनी वीणा जय जय हरीत रंगतो भूक कुठे नि कुठे तहान प्रेम प्रेमात असताना करावी लागत नाही खंत प्रेम शीतलता देताना नात्यांना येते कुंदन रुप बळकटी जाम देते संकट येता एकजूटीने संकटाला दूर नेते लेखणी होती न्हातीधुती साजशृंगार आगळा तो शब्द उमटता काळजावर प्रेमप्रेम सोहळा तो..... मी माझी..... ©Sangeeta Kalbhor गोष्ट एका प्रेमाची प्रेमाने मी मांडते प्रेम जोवर लेखणीत लेखणी सुखावते साजरा होतो ऋतू मनामनात काजवा प्रेम भरल्या मनाचा सदैव कौल उजवा नटते ध
AwadheshPSRathore_7773
Dk Patil
Chand Kalakamb
बघ माझी आठवण येते का..... पावसाची सर आणि ओल्या मातीचा तो सुंगध वाफाळेलला चहा आणि ती खिडकी बघ माझी आठवण येते का..... विरहा नंतर आपली ती पहिली घट्ट मिठी आठवणीत तुझ्या माझा पूर्ण दिवस सरतो बघ माझी आठवण येते का..... तुझी झाले तरी तुझ्यातच रमते तुझ्यातली मी अन माझ्यातला तु बघ माझी आठवण येते का..... बघ माझी आठवण येते का.... @चांद ©Chand Kalakamb बघ माझी आठवन येते का ....!!
BROKENBOY
वो हुस्न ग़ज़लों से भरी एक डायरी है, 'आशिम' की नज़रों से देखो हर बात शायरी है ! बना ज़िस्म तो रगें भी तरन्नुम में बनी, दिल का लय में धड़कना भी शायरी है ! निगाहें मिसरे हैं लब हैं काफ़िया जैसे, वो लटों का चूमना मुखड़ा भी शायरी है ! सुराही गर्दन से ढलकता यौवन देखो, सांसों का उठ के गिरना भी शायरी है ! कमर के बल से बदलते मौसम सारे, लचक के हौले से चलना भी शायरी है ! हाथ के कंगन गले का हार शायरी है, वो नाज़ुक पाज़ेब की झनकार शायरी है ! ©BROKENBOY #hibiscussabdariffa वो हुस्न ग़ज़लों से भरी एक डायरी है, 'आशिम' की नज़रों से देखो हर बात शायरी है ! बना ज़िस्म तो रगें भी तरन्नुम में बनी, दि
Shivkumar
।। समय का सार ।। समय है, समय ये, समय का ही तो विषय है। सृजन का जो ये लय है, समय का ही प्रलय है। समय मे ही विलय है, और समय का ही श्रेय है।। सोच जरा, देख इधर, समझ तू, समय जो ये पल पल का निलय है, पल-पल मे ही सृजन है, और पल-पल मे ही विसर्जन है।। इसलिए रख तू ख़बर इस पल का, मरते हुए इस पल में रख श्वास तू जीवन का, पल के बचत और पल के खपत में सार ढुंढ तू मरण का।। क्यूँकि समय है, समय ये, समय का ही तो विषय है। सृजन का जो ये लय है, समय मे ही विलय है। जो समय को तू समझ ले, तो समय तुझमे गुंजयमान है। और तू समय के अनंत मे विध्यामान है।। सार यही समय का; समय है , समय ये, समय का ही तो विषय है। सृजन का जो ये लय है, समय का ही प्रलय है। समय मे ही विलय है, और समय का ही श्रेय है। ©Shivkumar #essenceoftime #Life #Time #TimeChanges #Nojoto ।। समय का सार ।। समय है, समय ये, समय का ही तो विषय है। सृजन का जो ये लय है, #समय का ह