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Nishank Pandey
देखो जो ग़ौर से तो अभी क़ायम हो तुम, इज़्तिराब में हो, ख़ुद से अनजान हो अभी.. मैं इस बेबसी में हूं कि थक चुका हूं अब,, दिल इस ज़िद में है एक उड़ान हो अभी... ©Nishank Pandey #इज़्तिराब
Jyotshna 24
बड़े बौखलाये हुए से लगते हो जनाब, जेहन में कोई इज़्तिराब है क्या ? पागलों की तरह यहां-वहां माला,जपते फिरते हो, लगता है,मिट्टी में मिल गया है, कोई हसीन ख्वाब था क्या ? #इज़्तिराब#नोजोटो
ताजदार
आंखें इज़्तिराब है दिल इंतिशार है तू आ जा मेरे साथिया कि तेरा इंतिज़ार है 68/365 इज़्तिराब - बेचैनी, बेताबी इंतिशार - घबराहट, परेशानी #इज़्तिराब #इंतिशार #इंतिज़ार #365days365quotes #writingresolution #yqdidi #be
Himmat Singh
दीक्षा
तस्वीर-ए-यार पे नजरें पड़ी सवाल बेताब के खत्म हो गए अरसे बाद एक ख़त आया दिन इज़्तिराब के खत्म हो गए इज़्तिराब = बेचैनी #learning #urdu #yqbaba #yqbhaijan #yqlovequotes #sugarplum #urdushayari #insomnia
kumaarkikalamse
बेसब्र हैं मेरी रातें अपने में महताब लिए मैं जागता हूँ आँखों में तेरे ख़्वाब लिए तुम झोंका हो मस्त हवा का, सुगंध लिए लगे ऐसे जैसे बू - ए - सद - गुलाब लिए नींद आने लगे उस से पहले तुम छू लेना सोना है तुम्हारे आँचल की किताब लिए दो तुम्हारी, दो हमारी आँखों में सब हो है दीवाना तुम्हारे कदमों में आदाब लिए है 'कुमार' बेसुध जब तक दीदार ना हो आओ अपने में बहुत सा इज़्तिराब लिए #paidstory #kumaarsthought #kumaaronlove #erotica_hindi #kumaarerotica #erotica #आँचल #ख़्वाब इज़्तिराब - restlessness / बैचैनी आदाब - eti
THE EVENT IN EVERY STREET (R K C)
मनवा रे ए ए ए मनवा रे ओ ओ ए ओ मेरे मनवा तू कँहा छोड़ आयी अपनी चंचलवा सुन रे। सुन रे सुन रे सुन रे बावरी कोई है जो सो गया , गहराई में खो गया तू आई न वो छोड़ गया, ©R K Choudhary(T.E.I.E.S) मनवा रे ए ए
yogitaupadhyay45gmailcom
#MessageOfTheDay ए सखी सुन तो सखी तेरे बिन हम अधूरे हे जीवन में आज भी अकेले हे यूँ न समझ हम भूल गए हे कुछ मजबूरियों में धूल गई हैं सुन सखी हम तेरे बिन अधूरे हे बचपन की यादें जवानी की यादें कुछ ओर ही आलम था कुछ ओर ही मस्ती थी बस अब यादों का भवर हे सुन सखी हम तेरे बिन अधूरे हे वो रातो को तारे गिनना फिर मिलने का वादा करना वो चिल्ला ना व चीखना सब कुछ बदला सा हे सुन तो सखी हम तेरे बिन अधूरे हे वो सावन की फुहार वो मस्ती की बहार वो अठखेलिया तेरा रूठना मेरा मनाना सब कुछ याद हे मुझें सुन सखी हम तेरे बिन अधूरे हे ©yogitaupadhyay45gmailcom #ए सखी #@ए सहेली