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✍️✍️ फिर से पढ़कर देखिए जीवन का इतिहास उचित उदारवाद है निजीकरण बकवास ©writervinayazad ✍️✍️ फिर से पढ़कर देखिए जीवन का इतिहास उचित उदारवाद है निजीकरण बकवास #विनय_आजाद #writervinayazad #जीवन #उदारवाद #निजीकरण #Health
✍️✍️ फिर से पढ़कर देखिए जीवन का इतिहास उचित उदारवाद है निजीकरण बकवास #विनय_आजाद #writervinayazad #जीवन #उदारवाद #निजीकरण #Health
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🍂 ठोकर ✍️ कितनी ठोकर लगीं संभल ना सके हम अपने आप को बदल ना सके कम्पनी एक ने गुलाम किया फिर भी लाखों का मोह टल ना सके बदल दो रास्ता अब भी समय है बुजुर्ग भी यहां से चल ना सके गुजरे मोती को यूं कंकड ना कहो उनके साहस को तुम पतझड़ ना कहो जिसने सींचा उसे खंजर ना कहो उसके जैसा अभी कुछ कर ना सके राष्ट्रवाद तरक्की है विनय जन, ठेकावाद से उबर ना सके उदारवाद जिंदगी है विनय कठोरवाद से तो घर ना बसे ©writervinayazad 🍂 ठोकर ✍️ कितनी ठोकर लगीं संभल ना सके हम अपने आप को बदल ना सके 🍂🍂 कम्पनी एक ने गुलाम किया फिर भी लाखों का मोह टल ना सके 🍂🍂 बदल दो रास्ता अब
🍂 ठोकर ✍️ कितनी ठोकर लगीं संभल ना सके हम अपने आप को बदल ना सके 🍂🍂 कम्पनी एक ने गुलाम किया फिर भी लाखों का मोह टल ना सके 🍂🍂 बदल दो रास्ता अब #जिंदगी #कविता #राष्ट्रवाद #निजीकरण #उदारवाद #writervinayazad #कठोरवाद
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शेर इश्क़ की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही दर्द कम हो या ज़ियादा हो मगर हो तो सही शेर इश्क़ की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही दर्द कम हो या ज़ियादा हो मगर हो तो सही परिचय लखनऊ और रामपुर के मिले-जुले रंग में शायरी के ल
शेर इश्क़ की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही दर्द कम हो या ज़ियादा हो मगर हो तो सही परिचय लखनऊ और रामपुर के मिले-जुले रंग में शायरी के ल #nojotohindi #sher #NojotoWriter #njotofollower
read moreओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)
सिर साठै रुख रहे तो भी सस्तो जाण,, वृक्षादेवा वास्ते,दे दिया इमारती प्राण, विश्व पटल पर पर्यावरण सुरक्षा व पशु पक्षियो के प्रेम का बेजोड उद
read moreAprasil mishra
"उदारवाद बनाम रुढ़िवाद : एक जीवट समावेशी संस्कृति के सन्दर्भ में " 1.सांस्कृतिक अंतर्परिवर्तन- संस्कृति के बाहर किसी अन्य में संस्कृति में होने वाले बदलाव. 2.सांस्कृतिक अंत:परिवर्तन- किसी संस्कृति के भीतर हो