Find the Latest Status about सूत्रधार उपन्यास from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सूत्रधार उपन्यास.
Archana Chaudhary"Abhimaan"
इस मतलबी दुनिया में दर्द का हिस्सेदार कोई नही वफ़ा की उम्मीद न कर खुद का साया भी वफादार नही। हर मोड़ पर रिश्ते बिकते है, ज़मीर बिकते है इस संसार में तो भगवान के दर्शन भी बिकते है। इस जीवन का आधार कोई नही कहते है खुदा सूत्रधार है लेकिन किरदार के हाथो में पूरा रंगमंच है। #सूत्रधार
@YahanZazbaatBikteHai..
हमारी सम्पर्क भाषा"हिन्दी" जो अनेक प्रान्त प्रदेशो को भिन्न भिन्न संस्कृतियों को अपने शब्दकोष से संवाद प्रदान कर भावनाओ को व्यक्त करने का सूत्रधार है। जन जन के हृदय में रमी बसी हिन्द की हिन्दी भाषा की सभी भारतीयों को "हिंदी दिवस" की शुभकामनाएं🙏 #सूत्रधार #Hindidiwas
Satish Kumar Meena
Natural Morning कोरे कागज की कश्ती को, कोई सहारा मिल जाए । कलम खिवैया गुरु किनारा, ज्ञान मिले जीवन खिल जाए ।। शब्दों का भंडार जहाँ है, जीवन का प्रकाश वहाँ है । संस्कार की खान जहां है, जगत का वरदान वहाँ है ।। नर सम्मानित मोतियों को, कोई सूत्रधार मिल जाए । गुरु सन्मार्ग दिखाने वाला, ज्ञान मिले जीवन खिल जाए ।। गुरु ब्रह्मा समान ज्ञाता, विष्णु समान परम विधाता। शिव समान सत्य अविनाशी, गुरु ही सबका काबा काशी ।। वर्णों से शब्द, शब्दों से वाक्य, वाणी में घुल मिल जाए । वर्णमाला के समान गुरु, ज्ञान मिले जीवन खिल जाए ।। गुरू :एक सूत्रधार
यशवंत राय 'श्रेष्ठ'
अगर कोई पाठक या मित्र गण इच्छुक हो सामाजिक उपन्यास 'शुकंजय की हवेली' पढने के लिए तो अपना पता पिन कोड सहित भेजने की कृपा करें। आपके पते पर पब्लिशर द्वारा पुस्तक पहुंचे जाएगी। अगर उपन्यास अच्छा लगे तब पब्लिशर को उपन्यास की कीमत भेजिएगा। अब तक यह पुस्तक अपनी क्षमताओं पर खरी उतरी है। सनातन् संस्कृति और अध्यात्म पर आधारित यह पुस्तक प्रत्येक साहित्य प्रेमी को पढने के लिए प्रेरित कर रही है। 🙏जय श्री राधेकृष्ण जी🙏 ©यशवंत राय 'श्रेष्ठ' उपन्यास
Satish Kumar Meena
जहाँ मछली को नीर ना मिले, तड़प के वो मर जाएगी। विरहिणी को जब पीर ना मिले,, कैैैसे वो जल पाएगी।। उसी तरह बिन नारी के, पुुुुरुष का क्या आधार है। घर की नारी लक्ष्मी है,, वही तो सूत्रधार है।। नारी :घर की सूत्रधार
Satish Kumar Meena
कोरे कागज की कश्ती को, कोई सहारा मिल जाए । कलम खिवैया गुरु किनारा, ज्ञान मिले जीवन खिल जाए ।। शब्दों का भंडार जहाँ है, जीवन का प्रकाश वहाँ है । संस्कार की खान जहां है, जगत का वरदान वहाँ है ।। नर सम्मानित मोतियों को, कोई सूत्रधार मिल जाए । गुरु सन्मार्ग दिखाने वाला, ज्ञान मिले जीवन खिल जाए ।। गुरु ब्रह्मा समान ज्ञाता, विष्णु समान परम विधाता। शिव समान सत्य अविनाशी, गुरु ही सबका काबा काशी ।। वर्णों से शब्द, शब्दों से वाक्य, वाणी में घुल मिल जाए । वर्णमाला के समान गुरु, ज्ञान मिले जीवन खिल जाए ।। ©Satish Kumar Meena #Gurupurnima गुरु: एक सूत्रधार