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Stories related to काल्पनिक कथा हत्यारी बहन

प्रितफुल (प्रित)

#feelingblessed आयुष्याच्या वाटेवर - माझा पहिला कथा संग्रह

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White 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

सर्वांना सविनय प्रणाम..

*प्रितफुल प्रित..साभिमान सादर करीत आहे..*
*एक, जरा हटके वाचनानुभव*

*जगण्याच्या प्रवासाचा अनुभव आणि स्त्री ची मनोभूमिका मांडणारा एक आगळावेगळा कथा संग्रह*

_*"आयुष्याच्या वाटेवर"*_
*लेखिका - प्रितफुल प्रित*
       *(प्रितम गाडगीळ)*

प्रकाशक - ज्ञानसिंधू प्रकाशन, नाशिक
(मूल्य - ₹ २००/- + पोस्टेज)

*वाचकांच्या आग्रहाखातर पुढील काही दिवस सवलतीच्या दरात हा कथासंग्रह उपलब्ध करून देण्यात येत आहे..*

*सवलतीचा दर - ₹ १२५/-  + पोस्टेज*

सवलतीच्या दरासाठी खालील क्रमांकावर संपर्क साधावा..

*संपर्क : ९८९२६१८२७८*

गणपती बाप्पा मोरया..

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

©प्रितफुल (प्रित) #FeelingBlessed आयुष्याच्या वाटेवर - माझा पहिला कथा संग्रह

seema patidar

काल्पनिक खूबसूरती ,प्रिय प्रेयसी #love_shayari

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प्रिय प्रेयसी
क्यूं समझे तू खुद को अधूरी
तेरे मिलने से हुई है मेरे जीवन की कमी पूरी
यूं तो साज श्रंगार से दूर है तु
पर मेरे चेहरे की रौनक बढ़ाता नूर है तु
हां सच में मेरे लिए कोहिनूर है तु 
संघर्ष तेरा तेरी सादगी को और सवारता है
आंखो की चमक ,चेहरे की मासूमियत और 
ह्रदय की कोमलता
मेरे दिल के भावों को और निखारता है
सब से अलग सब में एक तु किसी के जैसी है ही नही
मुझमें मिलती जुलती सी बस मेरे लिए तु ही सही
मत करना तुलना कभी खुद की किसी से
चाहे सब हो पास ये दिल खिलता है एक तेरी हंसी से
मत कहना अब कभी खुद को अधूरी
तुझमें मैं और मुझमें तु है बस पूरी
हां तू है पूरी........✍️

©seema patidar काल्पनिक खूबसूरती ,प्रिय प्रेयसी
#love_shayari

VIKHYAT REKWAR

#sad_quotesभाई बहन शायरी

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seema patidar

काल्पनिक खूबसूरती ❣️ love story

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White एक दिन मैंने उससे पूछा......
तुम हर रोज मुझमें कुछ नया क्यूं देखना चाहते हो
क्या मैं तेरे लिए परिपूर्ण नहीं......?

उसने मुस्कुराते हुए कहा .......
तुझे नए नए रंगो में देखना शोक है मेरा
तुझे सजते सवारते रखना चाहत है मेरी
तेरी अदाओं को निखारना ख्वाइश है मेरी
फिर भी तुझे हर रूप में देखने के बाद 
फिर से सादगी में देखने की तलब उठती है मन में
तेरी वो सादगी जो मेरी पहली पसंद है
और सच में वो और कहीं है ही नही
तो पगली तुझमें कभी कोई नुख्स निकाला करू 
तो दिल पर ना लिया कर 
तू जैसी है ,जो है ,परिपूर्ण है मेरे लिए
बस कभी मेरे लिए सज सवर जाया कर
क्यूं की तुझे नए रंगो में देखना शोक है मेरा
बाकी तो तेरे प्रेम का रंग ही पूरा है मेरे लिए
हां तू परिपूर्ण है मेरे लिए ......

©seema patidar काल्पनिक खूबसूरती ❣️  
love story

VIKHYAT REKWAR

#sad_qoute “मेरी प्यारी बहन! तुम

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निर्भय चौहान

#SunSet Vandan sharma katha(कथा) mahi singh करम गोरखपुरिया

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset ये अजनबी से रास्ते अब अपने लगते हैं।
ये देवदार तने हुए हैं जैसे प्रहरी हो प्रेम के।
बर्फीली हवाओं में सिमटा जिस्म तेरे ख्वाब देख कर,
कश्मीरी सिगरी की गर्माहट पा रहा है।
ऐसे में तुमसे गुजारिश है कि न मत कहना।
वरना डल झील के शिकारों पर मोहब्बत तनहा कैसे बैठेगी।
या कौन पियेगा कहवा ।
चांदनी रात में श्वेत निर्मल पहाड़ पे चांद क्यों देखेगा कोई।
जब तुम न होगी साथ उसे चिढ़ाने को।
एक बेदाग हुस्न लिए धड़कनों का गीत हो जाना
तुमने सीखा है कहां से पत्थर को मोम बनाना।
कोई जादू है, तो हो मगर अच्छा लगता है।
तुम,तुम्हारा साथ,और ये एहसास बस सच्चा लगता है।
ऐसा लगता है कि अब फिर से सुबह हो रही है।
ऐसा लगता है कि फिर से शाम सुकून लाई है।
सहमी सहमी सी उम्मीदों को हौंसला मिल रहा है।
जैसे नन्हे परिंदे को नया घोंसला मिल रहा है।
सुबह शबनम की बूंद में जैसे तारे समाए हों,
सुदूर अंधेरे सागर में किसी कश्ती पे बैठे मछुआरे ने दिया जलाया हो,
अपनी तनहाई को बांटने के लिए।
जैसे ऑफिस की एक चाय बांट लेती है ,
तुम्हारे साथ मेरी खुशी।
मैं भी बांटना चाहता हूँ तुमसे जिंदगी अपनी।
घर की दहलीज पे दिखता है मुझसे शुभ्र कलश।
और तेरे पांव में महावर भी।
खनकते कंगनों की बीच तेरे पायलों का गीत है,
और तेरी छोटी सी नाक नहीं आती बीच में,
जब अधर एकसार हो रहे होते है।
मेरी आंखों पे तेरा चेहरा और
मेरे घर के खुले दरवाजे पे परदा झूल गया है।।

©निर्भय चौहान #SunSet  Vandan sharma  katha(कथा)  mahi singh  करम गोरखपुरिया

Pyare ji

#GreenLeaves Writer अdiति katha(कथा) R Ojha Ana pandey

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green-leaves मैं  तुम्हारे साथ रहने को कई बहाने ढूंढता हूं बहाने भी ऐसे जैसे बच्चे बहाना बनाता हो मां के सामने और मां झट से पकड़ लेती है,तुम भी तो बिल्कुल मां जैसी ही हो मां के बाद तुम्ही तो हो जो मां की तरह खयाल रखती  हो लेकिन ये कहने में भी डर लग रहा मुझे की कहीं लोग ये न कहने लगे की मैं मां से तुम्हारी तुलना कर रहा हूं लेकिन लोगो का तो काम है कहना कहने दो उन्हे ,मैं जानता हूं ना तुम अपना सर्वस्व मुझ पर लूटा दी हो जैसे किसान लूटा देते हैं अपने फसलों पर ।तुम साथ रहती हो न  तो मैं बेवजह भी खुश रहता हूं और नही रहती तो वजह होने पर भी चेहरे पर उदासी टिकी रहती है इसलिए मैं ढूंढते रहता हूं बहाने तुम्हारे साथ रहने को ।

©Pyare ji
  #GreenLeaves  Writer  अdiति  katha(कथा)  R Ojha  Ana pandey

@Gudiya*****

katha(कथा ) Rajat Bhardwaj M.K.kanaujiya Urmeela Raikwar (parihar)

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,,, आंखों का पानी 

,, और हर किसी की कहानी 

,, समझना हर किसी की बस की बात नहीं

©@Gudiya*****  katha(कथा )  Rajat Bhardwaj  M.K.kanaujiya  Urmeela Raikwar (parihar)

Pyare ji

#camping Sircastic Saurabh R Ojha M.K.kanaujiya ਸਿਵੀਆ ਜੀ katha(कथा )

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Unsplash दिल वो खिलौना है ,जिससे सभी कभी न कभी खेलते हैं
परिवार ,रिश्ते -नाते, प्यार -व्यार दोस्त यार सबके सब....

©Pyare ji
  #camping  Sircastic Saurabh  R Ojha  M.K.kanaujiya  ਸਿਵੀਆ ਜੀ  katha(कथा )

Pyare ji

#love_shayari Writer Ana pandey katha (कथा ) mahi singh *kridha*

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White कभी कभी लगता है की मैं तुम्हारी थकान चुरा लूं
मुक्कमल नींद बनकर।

©Pyare ji #love_shayari  Writer  Ana pandey  katha (कथा )  mahi singh  *kridha*
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