Find the Latest Status about कारें from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कारें.
Rohit
Rohit
DR. LAVKESH GANDHI
थक गया हूँ दोस्ती के नाम धोखा खा कर, अब तो अकेले में चुपचाप रहने का मन करता है | आइए Collab कारें और देखें क्या लिखते हैं आप 🙈 #yqdidi #yqtales #yqhindi #collab #ratkashayr #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating wi
Swarima Tewari
सोसाइटी की बिल्ली (full in caption) मेरी सोसाइटी की सफ़ेद बिल्ली आती जाती कारों से बचते बचाते घायल होकर पड़ी है राह में जगह जगह कीचड़ और ख़ून के धब्बे बड़ी बड़ी कारें उसे नज़रंदाज़ कर
Rakesh frnds4ever
Archana Tiwari Tanuja
गरजते बादल :- गरजते हैं बादल! कड़कतीं हैं बिजलियां, भीगने को मचलती हैं मन की तितलियां। आलिंगन करती बाहें फैला धरा बूंदों का, सोंधी खुशबू माटी से उठे देख बदलियां। तपन थी कितनी ज़मीं से आसमां तलक, बारिश की फुहारों ने शान्त कर दीं गर्मियां। गरज-गरज के चम-चम चमके कारें बदरा, गिरती-थमती ये बूंदें करती हैं अटखेलियां। शीतल-शीतल पड़े फुहार दरख़्तों पे जब, झूमती-गाती हैं आब में नहाई ये वादियां। भीगने को आतुर हैं ये हुए थिरकते कदम, बूंदों की मोतियों को उछालती हैं उंगलियां। तन-मन हुआ बावरा ऐसे में तुम आ जाओ, तनुजा ओढ़ धानी चूनर कर लूं मनमर्ज़ियां। अर्चना तिवारी तनुज ©Archana Tiwari Tanuja #GarajteBaadal #Nojoto #kavita #NojotoHindi #gazal #NojotoFilms #baarish #viarl #hindiwriters 19/06/2023 गरजते बादल :- गरजते हैं बादल! क
Vishal Vaid
बारिश अल सुबह जब बैठा था बालकॉनी में बादल घने छाए थे आकाश में उफ़क तक कभी गरज कर,कभी बरस कर अपनी मौजूदगी का एहसास दिला रहे थे गिर कर बहता हुआ तेज़ पानी पंक्तिबद्ध हो के अनुशासन में बह रहा था सड़क पे इतनी तरतीब से तो हम इंसान भी नही चलते है कभी भी रास्तों में बस एक दूसरे से आगे निकल की होड़ में जाने क्यों लगे रहते है हर सफर में अल सुबह जब मैं बैठा अपनी बालकॉनी में बादल घने छाए थे आकाश में उफ़क तक कभी गरज कर,कभी बरस कर अपनी मौजूदगी का एहसास दिला रहे थे गिर कर बहता हुआ
यशवंत कुमार
आज की नारी किसी की मुहताज नहीं है। जिसे मुद्दतों से अबला कह-कह करके, पुरुष-समाज ने बरगलाये रखा, घर की चहारदीवारियों में कैद करके, दासी सम बनाये रखा। अनथक प्रयासों से छू रहीं हैं बुलंदियाँ नित, नीचे गिराये किसी की औकात नहीं है। नारी; हाँ , नारी; आज की नारी किसी की मुहताज नहीं है।। Read full poetry in caption... #womenempowerment #womenpower आज की नारी किसी की मुहताज नहीं है। जिसे मुद्दतों से अबला कह-कह करके, पुरुष-समाज ने बरगलाये रखा, घर की चहार