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N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} सब कुछ भगवान श्री कृष्ण हैं :- जिन के चरणों में स्वयं प्रकाश हैं, वह सबके साक्षी परमात्मा हैं, उनको मैं नमस्कार करता हूँ। जो मन, वाणी और चित्त से अत्यंत दूर हैं- उन परमात्मा को मैं नमस्कार करता हूँ। विवेकी पुरुष कर्म-सन्यास अथवा कर्म-समर्पण के द्वारा अपना अन्तःकरण शुद्ध करके जिन्हें प्राप्त करते हैं तथा जो स्वयं तो नित्यमुक्त, परमानन्द एवं ज्ञानस्वरूप हैं, दूसरों को कैवल्य-मुक्ति देने की सामर्थ्य भी केवल उन्हीं में हैं- उन प्रभु को मैं नमस्कार करता हूँ।।जो सत्व, रज, तम- इन तीन गुणों का धर्म स्वीकार करके क्रमशः शांत, घोर और मूढ़ अवस्था भी धारण करते हैं, उन भेद रहित समभाव से स्थित एवं ज्ञानघन प्रभु को मैं बार-बार नमस्कार करता हूँ। ©N S Yadav GoldMine #Blood {Bolo Ji Radhey Radhey} सब कुछ भगवान श्री कृष्ण हैं :- जिन के चरणों में स्वयं प्रकाश हैं, वह सबके साक्षी परमात्मा हैं, उनको मैं नमस्
#Blood {Bolo Ji Radhey Radhey} सब कुछ भगवान श्री कृष्ण हैं :- जिन के चरणों में स्वयं प्रकाश हैं, वह सबके साक्षी परमात्मा हैं, उनको मैं नमस् #मोटिवेशनल
read moreMmm malwinder
White #विशवास -अंधविश्वास 🖊️ पृभु मैंने पकड़े है तुम्हारे हाथ अगर मैं छुड़ाना भी चाहुंगी पर तुमने कस कि जो पकड़े मेरे हाथ यह है मेरा विश्वास -अंधविश्वास नहीं,अब तुम ले चलोगे वहां जहां मेरे लिए सही बुरा तुम कभी मेरे लिए चाहोगे नहीं यह है विश्वास, अंधविश्वास नहीं। तुम कण -कण में हो विराजमान हर तरफ बस तुम ही नजर आते, तुम मलविंदर का बाल भी बांका न होने दोगे यह है विश्वास अंधविश्वास नहीं। जब इंसान डोल रहा विश्वास जरा कमजोर रहा ,तुम पलपल कुछ ऐसा कर जाते उनका विश्वास और गहरा कर जाते, तुम हो दुनिया में याद दिला जाते यह है विश्वास अंधविश्वास नहीं। तुम कण कण में नजर है आते, तुम से दोस्ती जो करते दोस्ती खुब निभाते,धनने को पत्थर में दर्शन दे जाते, प्रहलाद को अग्नि से बचा जाते यह था उनका विश्वास अंधविश्वास नहीं, जो तुम पर करता विश्वास उसका विश्वास कभी डोलने न देते किसी भी रूप में उसकी रक्षा हो करते यह है उसका विश्वास अंधविश्वास नहीं।। ©Mmm malwinder #hindi_poem_appreciation पृभु मैंने पकड़े है तुम्हारे हाथ अगर मैं छुड़ाना भी चाहुंगी पर तुमने कस कि जो पकड़े मेरे हाथ यह है मेरा विश्वास -
#hindi_poem_appreciation पृभु मैंने पकड़े है तुम्हारे हाथ अगर मैं छुड़ाना भी चाहुंगी पर तुमने कस कि जो पकड़े मेरे हाथ यह है मेरा विश्वास - #Poetry #विशवास
read moreShilpa Yadav
White स्मृतियों में बस याद आएगा कालेज का कण कण सहपाठियों की मस्ती सभी गुरुओं का अपनापन कैम्पस की बातें ,लैब में शोध के समय की घातें कभी कभी चीटिंग, आइसक्रीम ,पापड और चाट डायरेक्टर सर और H O D की कड़कती डांट टिफिन का खाना अपना ये अल्हड़पन का जमाना सब आएगा याद जब चंद दिनों में पड़ेगा कमाना प्रिंसीपल का व्यक्तित्व और उनके होने वाले चर्चे नकल करने के लिखे नोट्स एवं टाइप हुए पर्चे अपने दोस्तों का समूह,एवं सहायता के सबके भाव और कुछ के प्रेम में पड़े छात्रों के उदासी के ताव मोटू भैया को लतीफों में न ले जा पाने का अभाव नीलगगन के नीचे अब दोनो नयनों को मींचे मींचे अवसाद में सेल्फी ,यूनीफॉर्म पर सबकी लिखावट रुआसे से गले लगना ,भूलकर सभी कडवाहट जीवन की इस अनुपम नेह से ऐसे ही सदा सींचे तूफ़ान उमड रहा ,नयनों में केवल अब प्रत्याशा हैं कंठ भरा भावुकता से फिर जीवन मे वही तमाशा है।। ©Shilpa yadav #flowers #lastdayofcollege#lastdayofschoolcampus#shilpayadav#स्मृतियों में बस याद आएगा कालेज का कण कण सहपाठियों की मस्ती सभी गुरुओं का अपनाप
#flowers #lastdayofcollege#lastdayofschoolcampus#shilpayadav#स्मृतियों में बस याद आएगा कालेज का कण कण सहपाठियों की मस्ती सभी गुरुओं का अपनाप #कविता
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White ग़ज़ल :- दुनिया देखी है पैदल चलकर मैंने । कुछ-कुछ सीखा है जीवन पढ़कर मैंने ।। असली सुख मिलता है बीबी बच्चों में रहकर देखा है अक्सर घर पर मैंने ।। हँसते गाते बीते जीवन इस खातिर पूजे हैं राहों के भी कंकर मैंने ।। यह सच्ची निष्ठा है एक सनातन की । कण-कण को भी माना है शंकर मैंने ।। पत्थर से अरदास लगाऊँ क्या अब मैं । देख लिये इंसान यहाँ पत्थर मैंने ।। लाशों के अम्बार लगे दोनों जानिब हँसते देखे उन पर कुछ जोकर मैंने ।। शीश झुका कर आता है मेरे आगे । उसको बनाया है अपना नौकर मैंने । अपना वादा काश निभाने आते प्रखर कितना रस्ता देखा है मुड़कर मैने ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- दुनिया देखी है पैदल चलकर मैंने । कुछ-कुछ सीखा है जीवन पढ़कर मैंने ।। असली सुख मिलता है बीबी बच्चों में रहकर देखा है अक्सर घर पर मैंने
ग़ज़ल :- दुनिया देखी है पैदल चलकर मैंने । कुछ-कुछ सीखा है जीवन पढ़कर मैंने ।। असली सुख मिलता है बीबी बच्चों में रहकर देखा है अक्सर घर पर मैंने #शायरी
read moreअदनासा-
वैसे तो माँ सर्वस्व है अर्थात ब्रम्हांड के कण-कण में, परंतु वह प्रत्येक स्थान एवं प्रत्येक परिस्थिति में, मात्र माँ ही होती है।💐💐🌹🌹🙏🙏😊🇮🇳🇮🇳 व #Instagram #Mother #आई #माता #मम्मी #Mom #अम्मी #अम्मा #मोटिवेशनल #अदनासा
read moreBharat Bhushan pathak
हे औघड़दानी! तेरे शहर में हम रहते हैं। तेरे चरणों की रज पाने,सब कुछ ही सहते हैं।। जनम जनम की फटी बिवाई,उफ़ तक ना कहते हैं। नाम तुम्हारा जो लेते हैं,वैतरनी से तर जाते हैं।। ©Bharat Bhushan pathak हे औघड़दानी! तेरे शहर में हम रहते हैं। तेरे चरणों की रज पाने,सब कुछ ही सहते हैं।। जनम जनम की फटी बिवाई,उफ़ तक ना कहते हैं। नाम तुम्हारा जो ल
हे औघड़दानी! तेरे शहर में हम रहते हैं। तेरे चरणों की रज पाने,सब कुछ ही सहते हैं।। जनम जनम की फटी बिवाई,उफ़ तक ना कहते हैं। नाम तुम्हारा जो ल #Bhakti
read moreHarishchandra King
hanuman jayanti 2024 श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 हनुमान जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं ©Harishchandra King #hanumanjayanti24 श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन
#hanumanjayanti24 श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन #Bhakti
read moreBABBAR-0001
꧁༒☬ चौपाई ☬༒꧂. श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥🚩 #Bhakti
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꧁༒☬ चौपाई ☬༒꧂. श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥🚩🚩 #Bhakti
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꧁༒☬ चौपाई ☬༒꧂. श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥🚩🚩 #Bhakti
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