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Archana Tiwari Tanuja
तुम सामने बैठो :- तुम सामने बैठो मैं तुमपे लिखूं कविता, श्रृंगार लिए प्रेम रस की बहती सविता। अर्चना तिवारी तनुजा ✍️✍️ (पूरी ग़ज़ल कैप्टन में पढ़े) ©Archana Tiwari Tanuja #forbiddenlove #Nojoto #NojotoHindi #Nojotowriters #NojotoFilms #Viarl #MyThoughts #hindi_poetry #shayrigazal #hindisahitya 20/06/2023 ग़
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☆☆Love is life When you fall in love With your best friend ..❣ योगिता पाटील #YourQuoteAndMine #nilofaryasmeenquotes Collaborating with Nikhil Patil Nilofar Yasmeen Collaborating with Yogita Patil Thanks
Yogita Sahu
नमन करूं उस शहीदों को जो है धरती के लाल । झुककर उसे सलाम करूं जिसकी गाथा है मिशाल।। प्रभु जी मुझको दे अशीष सरदार भगत मैं बन जाऊं। जग के सारे पापियों को चुन चुन कर मैं काट गिराऊं।। शहादत पर थे भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु। भारत पर मर मिटने वाले बारंबार मैं नमन करूं।। शेर जैसे दहाड़ते नरसिम्हा का अवतार धरूं। दे तलवारों की शिक्षा दुष्टों का संघार करूं।। लडूं सीमा पर जाके मैं देश की रक्षा करूं। मर भी जाऊं लड़ते लड़ते देश की मैं शान बनूं।। रचनाकार योगिता साहू कुरूद धमतरी छत्तीसगढ़ ©Yogita Sahu नमन करूं उस शहीदों को जो है धरती के लाल । झुककर उसे सलाम करूं जिसकी गाथा है मिशाल।। प्रभु जी मुझको दे अशीष सरदार भगत मैं बन जाऊं। जग के
Yogita Sahu
माथे मा टिकली आंखी मा काजर मुंहु मा लाली लगाथव मैं । कोन जनी का जादू डारे तुहिच ला सोरियायँव में। तुही ला तो मैं जिनगी के आधार माने हँव। संग तोर जीहूँ संग तोर मरहूँ जिनगी भर के सपना देखे हँव। तोरेच नाव के चूरी अउ तोर नाव के खिनवा पहिरहूँ मैं। मोर जिनगानी तोर नाव हे सवाँगा तोरेच बर करहुं मैं। सुख मा भले पिछवा रहूँ दुख मा अगवा रइहूँ मैं । बिपत परे मा संग रइहूँ नई छोड़व अकेल्ला मैं । तिहिच हरस मोर आधार मन मा होगे हे बिसवास नई हे कोनो संगी जहुँरिया झन टोरबे मोर तै आस । रचनाकार योगिता साहू ग्राम _चोरभट्ठी, पोस्ट_ बगोद जिला_ धमतरी, छत्तीसगढ़ ©Yogita Sahu माथे मा टिकली आंखी मा काजर मुंहु मा लाली लगाथव मैं । कोन जनी का जादू डारे तुहिच ला सोरियायँव में। तुही ला तो मैं जिनगी के आधार माने हँव
Yogita Sahu
दाई लानीस बटकर अड़बड़ सुहाथे बड़ नीक लागे बटकर धनहा खार के । दाई के राँधे गजब मिठाइस गोंदली फोरन डार के। आलू डारेन भाटा डारेन अऊ डारेन सेमी टोर के। संग मा डारे हन बटकर खेत ले लानेन बटोर के। का लखाड़ी का राहेर के रान्धेन साग छिल के।(बटकर) टमाटर अऊ मिर्चा डारेन सिल लोडहा मा पिस के। गुरतुर लागे साग हा तोरे रांधेन चूक चूक ले । ललचाय भगवान हा घलो देखे छूप छूप के। साग के लालच मा सबों बैठेन पालकी मोड़ के। दू कौरा उपराहा खइस बबा ह आज दमोर के । खायेन हमन बाट बिराज साग ला चिक्कन रपोट के। रचनाकार_ योगिता साहू ग्राम _चोरभट्ठी,पोस्ट_ बागोद, जिला _धमतरी ,छत्तीसगढ़ ©Yogita Sahu दाई लानीस बटकर अड़बड़ सुहाथे बड़ नीक लागे बटकर धनहा खार के । दाई के राँधे गजब मिठाइस गोंदली फोरन डार के। आलू डारेन भाटा डारेन
Yogita Sahu
मोम और बत्ती की प्रेम कविता मोमबत्ती के धागे जली तो आज मोम के आंसू निकल रहे.... मोमबत्ती को कोन समझें वो कहते हैं सिर्फ हम प्रकाश बिखेर रहे.... आखिर ये है उसकी वास्तविकता मोमबत्ती के धागे मोमबत्ती की जान ( प्रेमिका) है.... अगर वही जलती है तो ( दर्द में ) मोमबत्ती के आंख से निकलते धार ( आंसू) है.... महबूबा को जलते देख ये आंसू खुद ब खुद है बह रही... समझ समझ की फेर है स्वयं को दर्द देकर दुनियां को प्रकाशित कर रही.... जय हो दोनों की लीला आज साहू जी ( योगिता) बखान है कर रही... मोम और बत्ती की कहानी आज दुनियां मे फैला रही.... रचनाकार _ योगिता साहू ग्राम _ चोरभट्ठी , पोस्ट_ बगोद, जिला _धमतरी छत्तीसगढ़ ©Yogita Sahu मोम और बत्ती की प्रेम कविता मोमबत्ती के धागे जली तो आज मोम के आंसू निकल रहे.... मोमबत्ती को कोन समझें वो कहते हैं सिर्फ हम प्रकाश बिखेर रह
YOGITA JOSHI SPIRITUAL QUEST
यह ख्वाब में भी मैंने सोचा नहीं था जाना कोई मोड़ ऐसा होगा जो ना मुड़ सकेंगे हम तुम टूटेंगे इस तरह से टुकड़ों में ढेर सारे कोशिश भी करके दिल से कि ना जुड़ सकेंगे हम तुम लेकिन ना दिल पे लेना आवाज़ फिर से देना ज़िंदा हुए तो फिर से लौटेंगे दर पे तेरे शायद इसी जनम में एक हो सकेंगे हम तुम ना भी हुए तो वादा शायद किसी जनम में एेसे ही मोड़ मुड़ते फिर से मिलेंगे हम तुम । योगिता जोशी हम तुम योगिता जोशी
Mahi Birthlia
ਸ਼ੁਰੂ ਚਿੰਗਾਰੀਆਂ ਭਾਬੜ ਮੱਚਣਾ ਲੱਗਦਾ ਮਾਹੀ ਯਾਦਾਂ ਦਾ ਤੂੰ ਆ ਝੂਠਾ ਤੂੰ ਫ਼ਰੇਬੀ ਖ਼ਿਤਾਬ ਮਿਲਿਆਂ ਫ਼ਰਿਆਦਾ ਦਾ ਦਿੱਲ ਤੇਰੇ ਦਾ ਮੁੱਲ ਕਿਥੇਂ ਪੈਣਾ ਮੁੱਲ ਪੈਂਦਾ ਜਿਸਮ ਲਿਬਾਸਾ ਦਾ ਫਿਜ਼ੂਲ ਹੀ ਬਣਕੇ ਰਹਿ ਗਈਆਂ ਜੋ ਬਾਤਾਂ ਆ ਮੁਲਾਕਾਤਾਂ ਆ ਕੌਣ ਕਿਥੇਂ ਤੇ ਕਿਉਂ ਰਹਿੰਦਾ ਪਤਾ ਚੱਲਗਿਆ ਸਭ ਔਕਾਤਾਂ ਦਾ ਅੱਜ ਸੁਲਗ ਗਯੀ ਫਿਰ ਚਿੰਗਾਰੀ ਲੱਗੇ ਭਾਂਬੜ ਮੱਚਣਾ ਯਾਦਾਂ ਦਾ ©Mahi Birthlia #InspireThroughWriting Rishi Joshi Suman Zaniyan योगिता राजपूत ☕ Shikha Verma POETICPOOJA Rishi Joshi Madhu Chauhan✍️
vishnu thore
मनमाड महाविद्यालयात असताना डॉ यशवंत पाठक सरांच्या सहवासातील खूप आठवणी तरळून गेल्या. ही एक... मधली सुट्टी .... चांदवडला एफ वाय झा