Nojoto: Largest Storytelling Platform

New धीरे-धीरे ढलता सूरज धीरे-धीरे Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about धीरे-धीरे ढलता सूरज धीरे-धीरे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, धीरे-धीरे ढलता सूरज धीरे-धीरे.

    PopularLatestVideo

deewana ajeet ke alfaj

धीरे धीरे सूरज निकल रहा है।। #शायरी

read more
धीरे -धीरे सूरज निकल रहा है।
अंधेरा राहों से छ्ट रहा है।।
पंछी गीत गाते फिजाँ में चहक रहे ।।
फिर गीत, गजलो से फिजाँ महक रहे।।

कोयल!पेड़ की डाल पर बैठ कर,
 राह तक रही अपने साजन की।।
नही कटती जिन्दगी तन्हा अब,,
अबकी वरस तो आ सावन की।।

देख फिजाओं से सूरज निकल रहा है।।
deewa ajeet धीरे धीरे सूरज निकल रहा है।।

deewana ajeet ke alfaj

धीरे धीरे सूरज निकल रहा है।। #rain

read more

KhaultiSyahi

चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा #oldsong #Oldisgold #retro #retrolove #Truth #pride #khaultisyahi #like4like #follow4follow

read more

Sangeeta Verma

धीरे-धीरे #लव

read more
कूछ खास हो जाने लगे 
धीरे-धीरे वो 
मेरे दिल को भाने लगे
तन्हा होती हूँ जरा भी मै 
धीरे-धीरे वो 
पास अपने बूलाने लगे 
कैसे करूँ यकीन मै 
धीरे-धीरे वो 
मूझ से नाराज रहेने लगे
कहाँ ढूंढू गली गली मैं 
धीरे-धीरे वो 
मूझ से लूका छिपी रहेने लगे 
बहूत बाते होती है  अकसर उनसे 
धीरे-धीरे वो 
मूझे अनदेखा करने लगे 
मेरा प्यार एक तरफा ही सही 
लगा यूँ आज 
धीरे-धीरे वो भी 
मूझे दिल से चहाने लगे ।
(चाँदनी)

©Sangeeta Verma धीरे-धीरे

Monica Srivastava

धीरे-धीरे

read more

Anjana Sarkar

#धीरे-धीरे

read more
धीरे-धीरे हम निकल पड़े 
उस खुबसूरत जहान की खोज में 
जहाँ होगी ख्वाइशों पूरी और अरमान सारे 
कब तक जिएंगे बेजान लाशों की तरह
ना कोई मंजिल हे नांहि कुछ पाने की चाह 
ऐसे जीना भी कोई जीना है 
इससे तो बेहतर थोड़ी बगावत ही सही है 
पीछे छोड़ जाउँ इस जालिम दुनिया को
ख्वाब सजाउँ और उसे पूरा करने का प्रण लो
तोर के सारे बंदिशों को पंख लगा के तुम उड़ चलो
चलो चलें उस हसिन जन्नत को पाने 
जहाँ होगी पूरी हमारे हर एक सपनें।

©Anjana Sarkar #धीरे-धीरे

Parasram Arora

धीरे धीरे.......

read more
उम्र  गुजर रही है  धीरे  धीरे
जैसे  उधारी चुक रही हो  धीरे धीरे
नहीं थकी है कुदारी  अभी तक 
पर थक चुके  हाथ पाँव  धीरे  धीरे
गरीबी  आड़े  आती रही  धीरे धीरे
कुंवारी बिटिया ब्याही  धीरे  धीरे
अब तो  तप  चुकी है  भट्टी भी
अब तो  पुराना  सोना भी चमकेगा धीरे  धीरे
फूल कही  कर न दे शिकायत काँटों से
डरती हुई तितली  घुस आयी  बाग मे धीरे धीरे
उठ रहा था ज़ो दर्द  दिल मे कई दिनों से
बह जाएगा  वो आंसुओं क़े साथ  धीरे धीरे

©Parasram Arora धीरे  धीरे.......

Roshan-nama

धीरे धीरे

read more
मुझ पे तूने अपना हक खुद खोया है धीरे धीरे 
 
मेरे हर दर्द पे डाल नमक तू सोया है धीरे धीरे

बर्बाद रहूं आबाद रहूं लेकिन तुझको  याद रहु

आंखे ना मेरी  भीगी बेशक पर दिल रोया है धीरे धीरे धीरे धीरे

Sneh Prem Chand

धीरे धीरे

read more

Alok Meshram

#धीरे धीरे

read more
हमसुखनं  उसके संग हो राहा था रकीब धीरे धीरे 
जां  मेरी जां  से जा राही थी धीरे धीरे 

परिंदो  ने अमाद  दि किनारा नजदिक होने की 
कश्ती ले गयी मुझे मगर साहिल से  दूर धीरे धीरे 

बनाया था मैने ख्वाबो में  प्यार का मंदिर 
तोड दि उसी बूत ने वो इमारत  धीरे धीरे 

लाया था दिया मै रोशन करने घर अपना 
उसी ने घर जलाया अपना देखो धीरे धीरे 

चली थी दुनिया उजाले में  साथ अपने 
छोड गये अपने भी मेरा साथ अंधेरे में धीरे धीरे
 
"अलोक" लिख रहा हैं फलसफा मोहब्बत  का 
खतम हो चली हैं कलम से स्याही धीरे धीरे #धीरे धीरे
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile