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shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White वफा ए इश्क हूं*मुखलिस वफा के साथ हूं मैं तेरे ही हिज्र में हूं,यानी अपनी अदा के साथ हूं मैं//१ *हरिम_ए_हवस भी*पशेमा है,ऐसे कैसे, के*वस्ल में भी शर्मों हया के साथ हूं मै//२ इस मुखलिसे उल्फत को मुकम्मल तो होने दे,के दौराने सफर तु खूदसे कहेगा,ये किस*फजा के साथ हूं मैं//३ मैं अपनी*अना पे आ गई तो तुझे तुझसे ही चुरा लूंगी, बारहा अपने आप में खुदसे जुदा के साथ हूं मैं//४ "शमा"की जिक्र ए खुदा वंदी,और नमाज ए इश्क यानी खुद बखुद*कदा में खुदा के साथ हूं मैं//५ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #goodnightimages वफा ए इश्क हूं*मुखलिस वफा के साथ हूं मैं, तेरे ही हिज्र में हूं,यानी अपनी अदा के साथ हूं मैं//१*शुद्ध *हरि
#goodnightimages वफा ए इश्क हूं*मुखलिस वफा के साथ हूं मैं, तेरे ही हिज्र में हूं,यानी अपनी अदा के साथ हूं मैं//१*शुद्ध *हरि #Trending #Like #shamawritesBebaak
read moreRishu singh
White अब न मैं जिंदगी में कभी तेरा नाम लूंगी तू बेवफा है ये मान लूंगी खुद को दूंगी सजा खुद को अपराधी मान लूंगी जा छोड़ दिया आज से तुझे आए सनम अब न तेरा नाम लूंगी ©Rishu singh #love_shayari अब न मैं जिंदगी में कभी तेरा नाम लूंगी तू बेवफा है ये मान लूंगी खुद को दूंगी सजा खुद को अपराधी मान लूंगी जा छोड़ दिया आज से तु
#love_shayari अब न मैं जिंदगी में कभी तेरा नाम लूंगी तू बेवफा है ये मान लूंगी खुद को दूंगी सजा खुद को अपराधी मान लूंगी जा छोड़ दिया आज से तु #विचार
read moreAnjali Srivastav
पा लिया वो देह मेरी, किन्तु मेरा मन न पाया। कृष्ण की मैं साधिका हूँ, कृष्ण को दिल में बसाया।। इस जमाने में कहो कब, प्रेम को सम्मान मिलता । जोगिनी मीरा के हिस्से में सदा विष-पात्र आया ।। ©Anjali Srivastav पा लिया वो देह मेरी, किन्तु मेरा मन न पाया। कृष्ण की मैं साधिका हूँ, कृष्ण को दिल में बसाया।। इस जमाने में कहो कब, प्रेम को सम्मान मिलता ।
पा लिया वो देह मेरी, किन्तु मेरा मन न पाया। कृष्ण की मैं साधिका हूँ, कृष्ण को दिल में बसाया।। इस जमाने में कहो कब, प्रेम को सम्मान मिलता । #कविता
read moreBhanu Priya
sunset nature तुम्हारी खिड़की पर आके रुकूंगी पवन बनकर तुम्हारे इत्र में मिल जाऊंगी सुगंध बनकर स्पर्श करके तुम्हें उन दीवारों में समा जाऊंगी खुशबू बनकर पट में लिपटकर तुम्हारे खुद को सिलवा कर उन धागों संग खुद को उलझा कर बसेरा अपना बना लूंगी तुम बस महसूस करना तुम्हारे आशियाने में रहकर मैं गीत अपने गाउंगी । ©Bhanu Priya #its_poetry तुम्हारी खिड़की पर आके रुकूंगी पवन बनकर तुम्हारे इत्र में मिल जाऊंगी सुगंध बनकर स्पर्श करके तुम्हें उन दीवारों में समा जाऊंगी खु
#its_poetry तुम्हारी खिड़की पर आके रुकूंगी पवन बनकर तुम्हारे इत्र में मिल जाऊंगी सुगंध बनकर स्पर्श करके तुम्हें उन दीवारों में समा जाऊंगी खु #Poetry
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