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KRISHNADEV BHAGAT

अब तो समझो जीव विज्ञान को, कि कैसे जीवन खतरे में है। अब जीने दो पौधों को पाॅलीथिन प्रयोग करना बन्द करो, अपनी आँखों को खोलो ,देखो कितना द्वन् #shayaranaandaz

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

विधा  :-  अहिंसा छन्द  212   122   2 बात मान भी लेगा । जो पुकार तू देगा ।। प्रीति से नही भागो । क्रोध को अभी त्यागो ।। #कविता

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विधा  :-  अहिंसा छन्द 
212   122   2

बात मान भी लेगा । जो पुकार तू देगा ।।
प्रीति से नही भागो । क्रोध को अभी त्यागो ।।

पाँव जो सदा खीचें । जान लो वहीं नीचें ।।
ज्ञान चक्षु को खोलो । तोल के सदा बोलो ।।

आस क्यों यहाँ खोना । तू नही कभी रोना ।।
रात जो जले बाती । वो प्रकाश है लाती ।।

हाथ थाम के देखा , भाग्य की मिली रेखा ।।
प्रेम की करो बातें , दु:ख की ढले रातें ।


०४/१०/२०२३    -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विधा  :-  अहिंसा छन्द 

212   122   2


बात मान भी लेगा । जो पुकार तू देगा ।।

प्रीति से नही भागो । क्रोध को अभी त्यागो ।।

Decent Shayan

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Ankur tiwari

#loyalty एक दिन ऐसी एक रात हुई कुछ जज्बातों की बात हुई उसने था कहा कुछ बोलो ना ख़ामोश लबों को खोलो ना क्यों इतना तुम शर्माते हो ना दिल के र #Poetry #poem #poem✍🧡🧡💛

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एक दिन ऐसी एक रात हुई
कुछ जज्बातों की बात हुई
उसने था कहा कुछ बोलो ना
ख़ामोश लबों को खोलो ना
क्यों इतना तुम शर्माते हो
ना दिल के राज बताते हो
जो बीत गया वो पीड़ा थी
हर बात से तुमको घृणा थी
क्यों मन मयूर को रोका ना
ख़ुद को तुमने क्यों टोका ना
जब प्रीत छलावा था उसका
जज़्बात दिखावा था उसका
हर बात को था जब जान लिया
फिर झूठ को सच क्यों मान लिया
तेरा ऐसा करना था ठीक नहीं
यह प्यार था कोई पीक नही
पर पीक से फिर भी बच जाते है
पर प्रीत में सब लुट जाते है

©Ankur tiwari #loyalty 
एक दिन ऐसी एक रात हुई
कुछ जज्बातों की बात हुई
उसने था कहा कुछ बोलो ना
ख़ामोश लबों को खोलो ना
क्यों इतना तुम शर्माते हो
ना दिल के र

Decent Shayan

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Decent Shayan

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Author Munesh sharma 'Nirjhara'

एक हिंदी अध्यापिका की तरफ़ से आप सभी को हिंदी दिवस की ढेरों शुभकामनाएँ😊💐💐💐💐 "हिंदी दिल है हिंदुस्तान का" हिंदी दिल है हिंदुस्तान का हिंदी भ #Hindi #yqbaba #hindipoetry #yqdidi #HINDUSTANI #Hindidiwas #bestyqhindiquotes #Rajbhasha

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"हिंदी दिल है हिंदुस्तान का"

हिंदी दिल है हिंदुस्तान का
हिंदी भाव विचार हम सबका
आओ मिलकर आगे आएँ
हिंदी स्वभाव हम सभी का
अच्छा है उन्नति करें हम
अनगिनत भाषाएँ सीखें हम
जहाँ जाएँ संस्कृति को समझें हम
किंतु ध्यान रहे हिंदी स्वाभिमान हम सबका
पलें पनपें सुवासित हों सभी भाषा-कुसुम
महके साहित्य-बगिया दिनों-दिन 
लेकिन हिंदी हमारी कमल शतपत्र सम
भान रहे आदर ना हो किंचित कम
आज हिंदी दिवस के दिन
आओ शपथ लें मिलकर हम
हर दिन अब हिंदी दिवस ही होगा
एक ही दिन ना होगा मातृभाषा का अब
हम भी बोलें तुम भी बोलो
हिंदी में ही भावों को खोलो
पले-बढ़े जिस भाषा की गोद में
उसका कुछ तो कर्ज़ चुका दें अब
हिंदी दिल है हिंदुस्तान का
आओ दिल में उसे बसा लें अब
जिस आदर-सम्मान की हक़दार वह
स्थान वो उसे दिला दें अब
जन की भाषा को राष्ट्रभाषा बना दें अब एक हिंदी अध्यापिका की तरफ़ से आप सभी को हिंदी दिवस की ढेरों शुभकामनाएँ😊💐💐💐💐

"हिंदी दिल है हिंदुस्तान का"

हिंदी दिल है हिंदुस्तान का
हिंदी भ

मोहित मिश्रा "अचल"

इंसाफ़ तो हुआ नही ये शांत बैठा कौन है हो रहा चीर हरण धृतराष्ट्र फिर क्यों मौन है हे कृष्ण कन्हैया,हे वासुदेव हे मोहन गिरधारी तेरे द्वार मे

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इंसाफ़ तो हुआ नही ये शांत बैठा कौन है 
हो रहा चीर हरण धृतराष्ट्र फिर क्यों मौन है 

हे कृष्ण कन्हैया,हे वासुदेव हे मोहन गिरधारी
तेरे द्वार में देखो कैसे एक बेटी है फिर हारी 

छद्म वेश में बैठे निश्चर,अब सुदर्शन हर ओर करो
त्रिनेत्र को खोलो त्रिभुवन,अब दुष्टों के प्राण हरो

संघार अजेय हुआ भी जब,धर्म युद्ध का दम बोला
महाभारत की महा कहानी,का जब आरंभ बोला

पूरी रचना कैप्शन में पढ़े 👉

मोहित मिश्रा "अचल" इंसाफ़ तो हुआ नही ये शांत बैठा कौन है 
हो रहा चीर हरण धृतराष्ट्र फिर क्यों मौन है 

हे कृष्ण कन्हैया,हे वासुदेव हे मोहन गिरधारी
तेरे द्वार मे

Arora PR

आँखे अपनी खोलो #कविता

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Brandavan Bairagi "krishna"

द्वार खोलो #WinterLove #कविता

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।।द्वार-खोलो।।
दिल के द्वार तुम खोलो।
झूठ कभी ना बोलो।
जो भी बोलो पहले सोचो।
हर किसी के सामने अपने राज ना खोलो।

बृन्दावन बैरागी"कृष्णा"

©Brandavan Bairagi "krishna" द्वार खोलो

#WinterLove
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