Find the Latest Status about ममता ने from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ममता ने.
ManIsh ChhindRe
Divyanshu Pathak
धूर्त लोगों की मीठी-अतिविनम्र भाषा को गटकना नहीं है। न ही अपनी गर्दन इनके हाथों में सौंपनी है। मातृ देवो भव! भारत ही है एक देश विश्व में जहां पूजते हैं मां को आज भी, प्रत्यक्ष में भी वही करती है निर्माण संस्कृति का, वही संस्कार है धरती
Sudha Tripathi
घड़ी कितनी सुहानी थी सुखद समाचार जब आया..!! हजारों मन्नतों के बाद तू मेरी गोद में आया..!! तुम्हें देखा जो पहली बार मेरा हाल ना पूछो कि मेरी गोद में करके रुदन नन्दलाल था आया.. !! ना रो बेटा नई दुनिया में तेरा है अभिनंदन कदम पहला जमाना मुस्कुराके तुमको समझाया.. !! मगर मैं माँ तुम्हारी हूं कहाँ तकलीफ में देखूँ रुदन पहला तुम्हारा देखकर दिल मेरा भर आया..!! जमाने भर की दौलत से मेरा दामन भरा तुमने तुम्हारे रुप में खुशियों भरा संसार है आया.. !! मेरे कानों में अब तक गूंजती किलकारियां तेरी जिसे सुनकर मेरी ममता ने सुख भरपूर है पाया.. !! तुम्हें पाला है हमने फूल सा पलकों में रखकर के हुए बारह बरस पूरे लो फिर से जन्मदिन आया.. !! मेरे ओंठों पे तेरे वास्ते हरदम दुआ होगी सदा खुशहाल हो, मेरे लाल, तू सौभाग्य बन आया..!! ©Sudha Tripathi happy birthday Shashwat.. घड़ी कितनी सुहानी थी सुखद समाचार जब आया..!! हजारों मन्नतों के बाद तू मेरी गोद में आया..!! तुम्हें देखा जो पहली बा
AK__Alfaaz..
ममता के गर्भ मे फूटा, इक नन्हा अंकुर शून्य का, माँस मे रोपित..रक्त से सिंचित, श्वाँस की खाद मे पल-पल बढ़ता, जैसे पुष्प ने पंखुड़ियाँ पसारी हों हौले से माँ की कोख के रक्तांचल में, जैसे इक नन्ही सी ज्योति किरण बनके, रौशनी कर रही थी उस चर्म आवरण में, ममता ने महसूस किया,, उसके दिल की धक्-धक् को, और,,,महसूस किया, अपनी धमनियों व शिराओं में बहती, तोतली भाषा मे बोले... "माँ" के सम्बोधन को, मौन हो प्रतिपल सुना...ममतामयी ममता ने, उसके इन मधुर राग संग संगीतों को, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे_है..🙏 एक लड़की शायद यही सोचती होगी.. #शून्य_से_सौ.. ममता के गर्भ मे फूटा, इक नन्हा अंकुर शून्य का,
AK__Alfaaz..
पावन भोर भयी, कुंजित कली मुस्काई, आनन मे भरकर जल, सरिता पग धोने आयी, पुरवईया अलसाई ली अँगड़ाई, राधा ने अपनी प्रीत बनाई, महकी बगिया मन की, कृष्णा ने जब बंसी बजाई, मेघ हैं गरजे बरस बरस के, सावन ने अपनी बात सुनाई, आवन को है इक दैवीय देवी, वसुधा ने अपनी गोद सजाई, पावन भोर भयी, कुंजित कली मुस्काई, आनन मे भरकर जल, सरिता पग धोने आयी, पुरवईया अलसाई ली अँगड़ाई, राधा ने अपनी प्रीत बनाई,
AK__Alfaaz..
प्रेम मिलन की, सप्तपदी के उपरांत, आत्ममिलन की, अनुभूति के तद्पश्चात्, ममता, अकस्मात् ही जागी, रात्रि के तीसरे पहर मे, उसने मर्यादा का लाल पल्लू, माथे पर ओढ़ा, बिछौने पर गिरी, नथनी को, नासिका पर पुनः सजाया, चेहरे पे बिखरी लटों को, कर्णों के पीछे विराजित किया, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #57_Del प्रेम मिलन की, सप्तपदी के उपरांत, आत्ममिलन की, अनुभूति के तद्पश्चात्,
AK__Alfaaz..
मेरीईईईईईईईईई प्यारी जीजी आपकी कल अनमोल राखी मिली...आपका यह ममतामयी प्रेम और उपहार पाकर आँखें हमारी कल से ही खुशी के कारण झरझरा रहीं हैं.. जीजी.. आपके इस अनमोल प्रेम के लिए 😥😥😥😥😥😥 Dedicating a #testimonial to मृणालिनी तिवारी मेरीईईईईईईईईई प्यारी जीजी पहले हम खूब रो लेना चाहते हैं जी भरके😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭 प
AK__Alfaaz..
भोर भये, महकी पुरवाई आयी, छूकर माटी का तन, दैविय सुगंध से महका गई, आँचल की ममता से, निकले नेह के मोती, झर झरकर, पाँव से लिपटी, पाजेब बजी तो, सामने माँ गंगा सी, पवित्र छवि नजर आई, भोर भये, महकी पुरवाई आयी, छूकर माटी का तन, दैविय सुगंध से महका गई, आँचल की ममता से, निकले नेह के मोती झर झरकर, पाँव से लिपटी, पाजेब ब
AK__Alfaaz..
कल, सावन की बरसी, पहली फुहार, सोंधी सोंधी, माटी की महक के संग, माँ लक्ष्मी के, अवतरण दिवस के, अद्भुत दिव्योत्सव का, न्योता दे गयी, कल, सावन की बरसी, पहली फुहार, सोंधी सोंधी, माटी की महक के संग, माँ लक्ष्मी के, अवतरण दिवस के, अद्भुत दिव्योत्सव का,
AK__Alfaaz..
कल, भोर भये, हृदय के आहाते मे, मन के रोशनदान से सूरज की इक नन्ही, नवजात किरण, लुढ़क आयी, हाथों की लकीरों मे अपने, रौशनी का भविष्य लिए, और.. उजाले की जीवन रेखा के संग, खुशियों की धूप लिए, कल, भोर भये, हृदय के आहाते मे, मन के रोशनदान से सूरज की इक नन्ही, नवजात किरण, लुढ़क आयी, हाथों की लकीरों मे अपने,