Nojoto: Largest Storytelling Platform

New उपेन्द्रनाथ अश्क नाटक Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about उपेन्द्रनाथ अश्क नाटक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उपेन्द्रनाथ अश्क नाटक.

Stories related to उपेन्द्रनाथ अश्क नाटक

Ruhi

मेरे बहते आंखों के अश्क कह रहे हैं तुमने मजबूरियां देखी है और लोगों ने तुम्हें मजबूर किया है।

read more
Unsplash   एक दिन मैं सब कुछ छोड़ जाऊंगी 
तुमसे दूर और अपनों से मु मोड़ जाऊंगी 
ज़माने भर से क्या मतलब....
मैं जहां से आई थी फ़िर उन्हीं राहों से लौट जाऊंगी ।
एक दिन मैं यूं ही किसी मिट्टी में हवा बन उड़ जाऊंगी,,
एक दिन तुम सब देखोगे और मैं सबके आंखों 
से धार बन कर बह जाऊंगी,,
एक दिन मैं इस दुनियां को अपनी से पराई कर जाऊंगी।
एक दिन तुम देखोगे लाश मेरी 
और मैं कब्र में आंखे मूंद सो जाऊंगी।

©Ruhi मेरे बहते आंखों के अश्क कह रहे हैं 
तुमने मजबूरियां देखी है 
और लोगों ने तुम्हें मजबूर किया है।

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर रिश्ते नए बनते हैं, पर एहसास वही है, हर चेहरे पर मुस्कान, पर दिल उदास वही है। ख्वाब जितने भी बदलें, हकीकत वही है, जिंदगी का ये

read more
हर चेहरा नया है, मगर दर्द वही है,
दिल के किसी कोने में, दबी आवाज़ वही है।
किरदार बदलते गए, पर कहानी वही है,
साँसें बदल रहीं हैं, पर धड़कन की राग वही है।

हर रास्ता अलग है, फिर भी सफर वही है,
जो खुशी थी कभी, आज उसकी कसक वही है।
आसमान बदलता है, मगर रंग वही हैं,
सितारे टूटते हैं, पर अरमान वही हैं।

रिश्ते नए बनते हैं, पर एहसास वही है,
हर चेहरे पर मुस्कान, पर दिल उदास वही है।
ख्वाब जितने भी बदलें, हकीकत वही है,
जिंदगी का ये नाटक, बस परछाईं वही है।

दिल की ज़ुबां पर सवालों का शोर वही है,
ज़िंदगी के हर मोड़ पर, सन्नाटा घना वही है।
वक्त ने हर चीज़ को बदला, पर जख्म पुराने वही हैं,
वो बातें जो छूट गईं थीं, अफसाने वही हैं।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
रिश्ते नए बनते हैं, पर एहसास वही है,
हर चेहरे पर मुस्कान, पर दिल उदास वही है।
ख्वाब जितने भी बदलें, हकीकत वही है,
जिंदगी का ये

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर तुम्हे ही मुझसे हमदर्दी नहीं, तो किसे इत्येलाह करूं। तुम्हारे सुकून की ख्वाहिश में, खुद से भी गिला करूं। तुम्हीं न समझो मेरा द

read more
तुम्हे ही मुझसे हमदर्दी नहीं,
तो किसे इत्येलाह करूं।
तुम्हारे सुकून की ख्वाहिश में,
खुद से भी गिला करूं।

तुम्हीं न समझो मेरा दर्द,
तो और किससे वफा करूं।
जो अश्क छुपा रखे हैं पलकों में,
उन्हें कैसे रिहा करूं।

जिन लफ्ज़ों में था तेरा जिक्र,
अब उनका क्या सिलसिला करूं।
तुम्हारी खामोशी है गवाही मेरी,
तो शिकायत किससे भला करूं।

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
तुम्हे ही मुझसे हमदर्दी नहीं,
तो किसे इत्येलाह करूं।
तुम्हारे सुकून की ख्वाहिश में,
खुद से भी गिला करूं।

तुम्हीं न समझो मेरा द

Vs Nagerkoti

#Sands यहां लोगों को समझना आपका एक वरदान है । जिससे आपको महसूस होता है कि यहां कोई अपना नहीं है । बल्कि अपने होने का जर्बदस्त नाटक कर रहे

read more
Red sands and spectacular sandstone rock formations किस तरह आपको मिला हुआ वरदान
 भी आपके लिए श्राप साबित हो जाता 
 है । जब आपका लोगों को आसानी
 से पढ़ लेना ही आपको बेहद तकलीफ 
 देता है । जब आपको महशुश होता है 
की जिन्हे आप सबसे ज्यादा पसंद करते 
है वही आपसे सबसे ज्यादा नफरत
 करते है ।सोचो कैसा लगता होगा उस 
वक्त । मन की क्या दशा होती होगी ।
वो इंसान रोज आपके सामने एक ही 
 नाटक करता है।और आपको पता भी
 होता है। फिर भी आप कुछ नहीं कहते ।

©Vs Nagerkoti #Sands यहां लोगों को समझना 
आपका एक वरदान है । जिससे आपको 
महसूस होता है कि यहां कोई अपना नहीं है । बल्कि अपने होने का जर्बदस्त नाटक 
कर रहे

Mayuri Bhosale

नाटक

read more
नाटक....
जीवन आहे एक न संपणार नाटक, 
सगळे लोक असतात याचे पात्र आणि घटक. 
नाटक असते एक रंगभूमी, 
पण कलाकारांची असते ती कर्मभूमी. 
इथे सादर करतात अनेक कला,
प्रश्न व उत्तर यांची मोजली जाते मग तुला. 
कलाकार मंडळी करतात अनेक वेशभूषा,
सादरीकरण असे जणू की न संपणाऱ्या वेड्या आशा.
पडद्यामागच्या लोकांची इथे गोष्ट असते वेगळी, 
पडदा उघडताच समोर येतात रोज नव्या खेळी. 
नाटक आहे सुंदर आयुष्याचे गीत,
शेवटी लोक पाहतात यामध्ये सत्याचीच जीत.
असे हे नाटक कधीही न उलगडणारी कथा, 
सगळ्यांच्याच आयुष्याची असते ही व्यथा.

©Mayuri Bhosale नाटक

Mayuri Bhosale

नाटक

read more
नाटक....
जीवन आहे एक न संपणार नाटक, 
सगळे लोक असतात याचे पात्र आणि घटक. 
नाटक असते एक रंगभूमी, 
पण कलाकारांची असते ती कर्मभूमी. 
इथे सादर करतात अनेक कला,
प्रश्न व उत्तर यांची मोजली जाते मग तुला. 
कलाकार मंडळी करतात अनेक वेशभूषा,
सादरीकरण असे जणू की न संपणाऱ्या वेड्या आशा.
पडद्यामागच्या लोकांची इथे गोष्ट असते वेगळी, 
पडदा उघडताच समोर येतात रोज नव्या खेळी. 
नाटक आहे सुंदर आयुष्याचे गीत,
शेवटी लोक पाहतात यामध्ये सत्याचीच जीत.
असे हे नाटक कधीही न उलगडणारी कथा, 
सगळ्यांच्याच आयुष्याची असते ही व्यथा.

©Mayuri Bhosale नाटक
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile